|| नचारी ||
दिगम्बर जटाधारी
दिगम्बर जटाधारी
बमभोला दिगम्बर जटाधारी
कौने दिशा में, गेलै मोर योगिया
मोर बौरहवा त्रिपुरारी
बमभोला..........
गणपति बापू के , कियो पता दे
ओहि मशानी के कियो बता दे
पिया बिनु आब कोना,रहबै गए दैया
जीवन ई हम्मर भेलै भारी
बमभोला..........
मति मरि गेलै ,नई भांग पिसलिअई
नई हम जनलिअइ,अनुचित केलिअई
भांगहि खातिर भगलै केलाशी
कौने रहिया में गेले रे भंडारी
बमभोला............
"रमण" उमा बिनु, शिव कतय जयता
बैसू अपन घर, अपनहि औता
आबि गेला शंकर, देखू नयन भरी
ओढ़ी बाघम्बर त्रिशुलधारी
बमभोला...........
रचनाकार
रेवती रमण झा " रमण "
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