dahej mukt mithila

(एकमात्र संकल्‍प ध्‍यान मे-मिथिला राज्‍य हो संविधान मे) अप्पन गाम घरक ढंग ,अप्पन रहन - सहन के संग,अप्पन गाम-अप्पन बात में अपनेक सब के स्वागत अछि!अपन गाम -अपन घरअप्पन ज्ञान आ अप्पन संस्कारक सँग किछु कहबाक एकटा छोटछिन प्रयास अछि! हरेक मिथिला वाशी ईहा कहैत अछि... छी मैथिल मिथिला करे शंतान, जत्य रही ओ छी मिथिले धाम, याद रखु बस अप्पन गाम - अप्पन बात ,अप्पन मान " जय मैथिल जय मिथिला धाम" "स्वर्ग सं सुन्दर अपन गाम" E-mail: apangaamghar@gmail.com,madankumarthakur@gmail.com mo-9312460150

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सोमवार, 30 अप्रैल 2012

गजल@प्रभात राय भट्ट



गजल

साबन में बरसै छै बदरिया गाम आबू ने पिया सबरिया
अंग अंग में उठल दरदिया गाम आबू ने पिया सिनेहिया

प्रेम मिलन के आएल महिना बड मोन भावन छै सावन
कुहू कुहू कुह्कैय कोईलिया गाम आबू ने पिया सिनेहिया

नील गगन सीतल पवन लेलक चढ़ल जोवन उफान
इआद अबैय प्रेम पिरितिया गाम आबू ने पिया सिनेहिया

मोन उपवन साजन प्रेम रासक रस सं भरल जोवन
मोन पडैय अहाँक सुरतिया गाम आबू ने पिया सिनेहिया

मोन बौआइए किछु ने फुराइए जागी जागी वितैय रतिया
पिया कटैय छि हम अहुरिया गाम आबू ने पिया सिनेहिया
.................वर्ण:-२३.....................

रचनाकार:-प्रभात राय भट्ट

शनिवार, 28 अप्रैल 2012

गजल@प्रभात राय भट्ट



गजल

सावन भादव कमला कोशी जवान भSगेलै
कमला कोशी मारैय हिलोर तूफान भSगेलै
कोशी केर कमला सेहो पैंच दैछई पईन
कोशीक बहाब सं मिथिला में डूबान भSगेलै
कोशी के जुवानी उठलै प्रलयंकारी उन्माद
दहिगेलै वलिनाली बर्बाद किसान भSगेलै
गिरलै महल अटारी आओर कोठी भखारी
खेत बारी घर घर घरारी सभ धसान भSगेलै
निरीह अछि मिथिलावासी के सुनत पुकार
खेतक अन्न घरक धन अवसान भSगेलै

कोशिक कहर नहि जानी की गाम की शहर
घुईट घुईट जहर सभ हैरान भSगेलै

खेत में झुलैत हरियर धान बारीमे पान
दाहर में डुबिक नगरी समसान भSगेलै

भूखल देह सुखल "प्रभात" मचान भSगेलै
कोशिक प्रकोप सं मिथिला परेशान भSगेलै
...........वर्ण-१७..............
रचनाकार:-प्रभात राय भट्ट

शुक्रवार, 27 अप्रैल 2012

दरभंगा : हिंदी केर प्रमुख अखबार दैनिक हिन्दुस्तान मे छपल दहेज़ मुक्त मिथिला केर आलेख :



दरभंगा : हिंदी केर प्रमुख अखबार दैनिक हिन्दुस्तान मे छपल दहेज़ मुक्त मिथिला केर आलेख :

गजल


तकियो कनी कानैए उघारल लोक
गाडब कते, दुख मे बड्ड गाडल लोक

धरले रहत सब हथियार शस्त्रागार
बनलै मिसाइल भूखे झमारल लोक

छै भरल चिनगीये टा करेजा जरल
अहुँ केँ उखाडत सबठाँ, उखाडल लोक

लोकक बले राजभवन, इ गेलौं बिसरि
खाली करू आबैए खिहारल लोक

माँगी अहाँ "ओम"क वोट मुस्की मारि
पटिया सकत नै एतय बिसारल लोक
बहरे-सलीम
दीर्घ-दीर्घ-ह्रस्व-दीर्घ, दीर्घ-दीर्घ-दीर्घ-ह्रस्व, दीर्घ-दीर्घ-दीर्घ-ह्रस्व
मुस्तफइलुन-मफऊलातु-मफऊलातु (पाँति मे एक बेर)

मंगलवार, 24 अप्रैल 2012

SITA KER GAAM , JEKAR MITHILA ACHHI NAAM

मिथिलाक गाम घर :

जाहि ठाम सीता केर अछि गाम ,
जिनकर पाहून छैथ राम .
ओही नगरी केर भैया , 
अछि पावन मिथिला नाम .

मंडण - याची केर जतय अछि दलान यौ ,
विद्यापति केर आँगन देखू एलाह भगवान् यौ .
हुनकर उगना अछि नाम , करियौ हुनका सव प्रणाम .
ओही नगरी केर भैया ,
अछि पावन मिथिला नाम .

कमला कोसी बहई , जतय बलान यौ ,
सव दिन करी हम ओतय अस्नान यौ ,
सदिखन जपी सीता-राम , कर जोरी करै छि प्रणाम ,
ओही नगरी केर भैया ,
अछि पावन मिथिला नाम .

गजल@प्रभात राय भट्ट



गजल

सुन्दर शांत मिथिला में मचल बबाल छै
जातपात भेदभावक उठल सबाल छै

नहि जानी किएक कियो करैय भेदभाव
सदभाव सृजना केर उठल सबाल छै

मनुख केर मनुख बुझैय छुतहा घैल
उंच नीच छुवाछुतक उठल सबाल छै

डोम घर में राम जी केनेछ्ल जलपान
ओहू पर कहियो कोनो उठल सबाल छै

सबरी क जूठ बैर सेहो खेलैथ राम जी
ओहू पर कहाँ कहियो उठल सबाल छै
............वर्ण-१६..........
रचनाकार:-प्रभात राय भट्ट

रविवार, 22 अप्रैल 2012

लेखनी प्रतियोगिता :

मिथिलाक गाम घर :

लेखनी प्रतियोगिता :

समस्त रचनाकार लोकनि स विनम्र आग्रह जे की " मिथिला गाम घर " द्वारा आयोजित लेखनी प्रतियोगिता म भाग ली .
लेखनी मे रचना स्वरचित हेबाक चाहि . ओ रचना कोनो ब्लॉग आ पत्रिका मे पहिने स प्रकाशित नहीं हेबाक चाहि .
लेखनी मे कथा , कविता , गीत , ग़ज़ल आ रुबाई लिखल जा सकैत अछि ?
रचना देवनागरी आ मैथिलि भासा मे हेबाक चाहि .

विजेता केर "मिथिलाक गाम घर " केर सौजन्य स प्रमाण पत्र आ १००१ टका पुरूस्कार केर रूप मे प्रदान कैल जायत .

निर्णायक मंडली - डा. शेफालिका वर्मा , डा. किशन कारीगर , प्रवीन नारायण चौधरी , हितेंद्र गुप्ता 

निर्णायक मण्डली केर फैसला सर्व मान्य रहत आ ओही पर कोनो तरहक चुनौती नहीं देल जा सकत .

धन्यवाद 
मिथिलाक गाम घर .


APNE SAB SA AAGRAH JE KI APAN RACHNA FACEBOOK KER MITHILAK GAAM GHAR GROUP PAR PATHAABI .
                                                    VAA MAIL KARI,

                                           MITHLAKGAAM@GMAIL.COM PAR 

शनिवार, 21 अप्रैल 2012

सहयोग लेल खाता - दहेज मुक्त मिथिला" के संस्थागत खाता के पूर्ण डिटेल


दहेज मुक्त मिथिला - एक संस्था के रूप लेलक अछि। सभ के जानकारी देबय लेल चाहब जे एहि बेर सौराठ सभा में जानकी नवमी मनेबाक विचार अछि ताहि के संग-संग अगिला सौराठ सभामें कोन तरहें सहभागी बनब ताहि विन्दुपर विभिन्न विषय पर विचार करबाक योजना अछि। एहि में के सभ आबि सकैत छी वा के सभ अपन सहयोग पठा सकैत छी से जानकारी देल जाउ।


सहयोग लेल खाता - दहेज मुक्त मिथिला" के संस्थागत खाता के पूर्ण डिटेल

खाताधारक केर नाम :- सौराठ सभा विकास समिति एवं दहेज मुक्त मिथिला

खाता नं.:- 31742944456

खाताधारक केर बैंकक नाम :- भारतीय स्टेट बैँक

खाताधारक केर बैंकक पता :- रहिका, मधुबनी, बिहार

आई एफ, एस .सी . कोड:-SBIN0005897

(used for RTGS and NEFT transactions)
(
नोट: कोष जमा केला के बाद डा. शेखर चन्द्र मिश्र जिनक फोन नंबर निचां देने छी, हुनका जानकारी अवश्य दी। आई एफ, एस .सी. कोड अई लेल की जे सहयोगकर्ता ऑनलाइन सहयोग राशी जमा करS चाही जमा S सकैत छी।)


कार्यक्रम के योजना:
. विचार गोष्ठी २८ अप्रील २०१२ - दिनके बजे सँ सभागाछी में।
. जानकी नवमी ३० अप्रील २०१२ - भिनसर बजे सँ सभागाछी में।
. विधान परिषद्सभापति तारा बाबु संग शिवनगरमें भेंटघाँट लेल प्रतिनिधि मंडल बजे उपरान्त।

धन्यवाद!

प्रवीण ना. चौधरी
दहेज मुक्त मिथिला
९१३५४६२२५१
००९७७-९८५२०२२९८१.

स्थानीय सम्पर्क:
. डा. शेखर चन्द्र मिश्र - ९२७९३४३०९०
. पं. शंभुनाथ झा - ८८०९८००६२३

दिल्ली: मदन ठाकुर - ९३१२४६०१५०