dahej mukt mithila

(एकमात्र संकल्‍प ध्‍यान मे-मिथिला राज्‍य हो संविधान मे) अप्पन गाम घरक ढंग ,अप्पन रहन - सहन के संग,अप्पन गाम-अप्पन बात में अपनेक सब के स्वागत अछि!अपन गाम -अपन घरअप्पन ज्ञान आ अप्पन संस्कारक सँग किछु कहबाक एकटा छोटछिन प्रयास अछि! हरेक मिथिला वाशी ईहा कहैत अछि... छी मैथिल मिथिला करे शंतान, जत्य रही ओ छी मिथिले धाम, याद रखु बस अप्पन गाम - अप्पन बात ,अप्पन मान " जय मैथिल जय मिथिला धाम" "स्वर्ग सं सुन्दर अपन गाम" E-mail: apangaamghar@gmail.com,madankumarthakur@gmail.com mo-9312460150

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शुक्रवार, 18 फ़रवरी 2011

मोनक अपन बात @प्रभात राय भट्ट

की कहू ककरा स: कहू मोनक अपन बात
विग्रल जाईय समाज क प्रबृति आओर हालत !
जुल्म अपराध में फसल अछि युवा वर्ग केर हाथ
dekh rahal chhi sab ke गोली बन्दुक केर साथ !!
हम जहिया बच्चा छलौ बाबु स मंगलौ किताब कापी कलम
मुदा हमर दश वरखक बेट्टा कहैय किन्दे वावू पेस्तोल बन्दुक आ बम
हम जहिया युवा छलौ खेलौ दूध खुवा मलाई !
तन मन स केलौ गाऊ समाज देश क भलाई !
आई काहिल क छौरा सब वीडी गंजा भांग दारू तारी पिबैय !
चौक चौराहा बैठक जुवा तास खेलईय !
बाट चलैत बहुरिया केर देख क मारईय पिहकारी !1

sutal sutal bhojan karaiya kare nae कोनो रोजगारी
अपहरण फिरौती चंदा स पैसा कमाईकेर मन में छई भ्रम !
चोरी सेहो कराइय घोईर घोईर पिगेल सबटा लाज शर्म
रचनाकार :-प्रभात राय भट्ट

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