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मंगलवार, 16 अगस्त 2011

पायरेसी सँ त्रस्त मैथिली फिल्म आ संगीत उद्योग ---

किसलय कृष्ण---
ओना त’ विश्वक आन भाषाक फिल्म उद्योग आ संगीत उद्योग सेहो पायरेसी सँ प्रभावित भेल अछि मुदा आन देशक कानून एहि मामला में बेसी प्रभावी अछि , जकर फलस्वरूप ओई देश सभ में पायरेसीक कम-सँ-कम संभावना रहैत अछि | भारतक स्थिति एहि मामला मे हास्यास्पद अछि | कतेक बेर देखबा मे अबैत अछि जे फिल्म रिलीज होइते ओकर अनाधिकृत सीडी बाज़ार मे बिकाय लागैत अछि | पुनः मेमोरी कार्ड , पेन ड्राइव आदि पर अनधिकृत रूप सँ डाउनलाउड कयल जैत अछि ,जाहि सँ उद्योगक स्थिति दिनानुदिन ख़राब भेल जैत अछि |
एहि सन्दर्भ मे मैथिलीक स्थिति बहुत बेसी चिंता जनक अछि | एक त’ मैथिली मे बड्ड परेशानी सँ केओ मैथिली फिल्म निर्माणक जोगार करैत अछि , छोट बाज़ार रहबाक कारणे बजट वापसीक लेल बड्ड मेहनति लागैत अछि एहि भाषाई क्षेत्र मे | ताहि पर पायरेसी घातक सिद्ध भ’ रहल अछि मैथिली फिल्म आ संगीत उद्योग लेल जकर कारण कैकटा महत्वपूर्ण कंपनी सभ मैथिलीक रेकोर्डिंग बंद क’ देने अछि | एहि सन्दर्भ मे फिल्म निर्देशक मुरलीधर सेहो मैथिल बन्धु सँ पायरेसी त्यागबाक आग्रह केलनि अछि | मैथिली फिल्म निर्माण सँ जुडल अमित अविचल आश्चर्य व्यक्त करैत छथि जे नेटवर्किंग साईट सभ पर जे मैथिल बुद्धिजीवी सभ छथि , जे मिथिला विकास लेल आफन तोरैत छैथ सेहो सभ बड्ड निर्दयतापूर्वक यु ट्यूब आ ब्लॉग सभ पर मैथिली गीत आ फिल्म सभकें डाउन लाउड क’ रहल छथि जे ठाढ़ हेबाक प्रयास मे लागल मैथिली मनोरंजन उद्योग कें विकलांगता धरि पहुंचा रहल अछि | टॉप म्यूजिक कं. ‘क मालिक रणधीर मिश्र कहैत छथि जे जखन पढ़ल-लिखल लोक सभ ऐना क’ रहल छथि , त’ अनपढ़ लोक सभ जे मोबाईल आ मेमोरी मे गीतक पायरेसी क’ रहल छथि ,त’ कोण आश्चर्यक गप्प | एहि सन्दर्भ मे भारत सरकारक गृह आ सुचना जनसंपर्क मंत्रालय कें पत्र लिखी हस्तक्षेपक मांग कयल गेल अछि |
निश्चिते समस्त मिथिलावासीक कर्तव्य बनैत अछि जे ओ पायरेसी आ अनाधिकृत डाऊनलोड सँ अपन भाषाक एहि महत्वपूर्ण पक्ष कें बचाबी, अन्यथा ई उद्योग दिनानुदिन निचा मुहें ससरल जायत |

नई दिल्ली |

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