बीस गो रुपैया ,सुइद बयाजक संग
ई चुटकुला मुसाय बाबाक सन्दर्भसँ लेल गेल अछि ! ओना तs बाबाक समाजक प्रति अनेको उपकार छन्हि ताहिमे एक - दोसराक प्रति परोपकार सेहो बही - खातामे लिखल गेल छनि ! मुसाय बाबाक १ अगस्त २००३ कs देहवासन भs गेलन्हि मुदा हुनकर कृति एखनो धरी समाजमे व्याप्त अछि ! बाबाकेँ धन - सम्पति अपार छलनि ताहिसँ समाजमे मान-मर्जादा बहुत निक भेटैत छलनि ! दस बीस कोससँ लोक सभ मुसाय बाबासँ सुईद (व्याज) पर पाई लैक लेल आबैत छल ! कतेको ठिकेदार कतेको महाजन सभ हुनक दालानपर बैसल रहैत छलनि !
एक बेर मुसहरबा भाइ सेहो अपन विवाहक लेल मुसाय बाबासँ बीस (२०)गो टका लेने छल ! मुसहरबा भाइ बाबाक खास नोकर छलाह तs ओकरा मुसाय बाबा कहलखिन हे मुसहरबा भाइ हम जे तोरा २०गो टका देलियो से हमरा कहिया देबह? मुसहरबा भाइ बाबासँ कहलकनि जे मालिक हम तँ बीस गो टका सुईद (व्याजक) साथ दऽ देने छी ! अहि बातपर दुनू आदमीकेँ आपसमे बहस चलय लगलनि, बहुत हद तक झगड़ा आगू बढ़ि गेल !
ताबे मे किम्हरोसँ कारी बाबु एलथि. कहलखिन- " यौ। अहाँ दुनू आदमीक आपसमे किएक झगड़ा भs रहल अछि "!
मुसाय बाबा सभ बात कारी बाबुकेँ कहलखिन आर मुसहरबा भाइ सेहो सभ बात कारी बाबुकेँ सुनेलखिन्ह ! तखन कारी बाबु कहलखिन- " हे मुसहरबा भाइ । अहाँ हिनका कखन - कखन आर कोना पाइ देलियनि से हमरा कहू ........
एक बेर मुसहरबा भाइ सेहो अपन विवाहक लेल मुसाय बाबासँ बीस (२०)गो टका लेने छल ! मुसहरबा भाइ बाबाक खास नोकर छलाह तs ओकरा मुसाय बाबा कहलखिन हे मुसहरबा भाइ हम जे तोरा २०गो टका देलियो से हमरा कहिया देबह? मुसहरबा भाइ बाबासँ कहलकनि जे मालिक हम तँ बीस गो टका सुईद (व्याजक) साथ दऽ देने छी ! अहि बातपर दुनू आदमीकेँ आपसमे बहस चलय लगलनि, बहुत हद तक झगड़ा आगू बढ़ि गेल !
ताबे मे किम्हरोसँ कारी बाबु एलथि. कहलखिन- " यौ। अहाँ दुनू आदमीक आपसमे किएक झगड़ा भs रहल अछि "!
मुसाय बाबा सभ बात कारी बाबुकेँ कहलखिन आर मुसहरबा भाइ सेहो सभ बात कारी बाबुकेँ सुनेलखिन्ह ! तखन कारी बाबु कहलखिन- " हे मुसहरबा भाइ । अहाँ हिनका कखन - कखन आर कोना पाइ देलियनि से हमरा कहू ........
मुसहरबा भाइ बजलाह –
" सुनू कारी बाबु, आ मुसाय बाबू अहूँ ध्यान राखब हमर कतय गलती अछि ?
हमरा लग अपनेक टका छल बीस (२०)
आहाँ आँखी गुरारीकेँ तकलहुँ हमरा दिस
एक टका तखने देलहुँ .........
टका बचल उनैस (१९)
अहाँ कहलहुँ अही ठाम बैस
एक टका तखने देलहुँ ......टका बचल अठारह (१८)
आहाँ लागलहुँ हमरा जोर सँ धखारह
एक टका तखने देलहुँ ......
टका बचल सतरह (१७)
आहाँ लागलहुँ हमरा जखन तखन तंग करह
एक टका तखने देलहुँ .....टका बचल सोलह (१६)
आहाँ लागलहुँ हमर पोल खोलह
एक टका तखने देलहुँ .....
टका बचल पंद्रह (१५)
आहाँ लागलहुँ हमरा टांग गरैरकऽ पकरह
एक टका तखने देलहुँ .....टका बचल चौदह (१४)
आहाँ लागलहुँ हमरा घर पर पहुँचह
एक टका तखने देलहुँ .....
टका बचल तेरह (१३)
आहाँ लागलहुँ हमर रस्ता घेरह
एक टका तखने देलहुँ .....टका बचल बारह (१२)
आहाँ लागलहुँ हमरा लाठीसँ मारह
एक टका तखने देलहुँ .....
टका बचल एगारह (११)
आहाँ लागलो हमर कुर्ता फारह
एक टका तखने देलहुँ ......
टका बचल दस (१०)
अहाँ कहलहुँ हमरा जमीन पर बस
एक टका तखने देलहुँ ......
टका बचल नौउह (९)
आहाँ कहलहुँ हमरा ओहिठाम नोकर बनिरह
एक टका तखने देलहुँ .....
टका बचल आठ (८)
आहाँ घोरैत छलहुँ खाट
एक टका तखने देलहुँ ....
टका बचल सात (७)
आहाँ खाइत छलहुँ नून भात
एक टका तखने देलहुँ .....
टका बचल छः (६)
आहाँ उपारैत छलहुँ जौ
एक टका तखने देलहुँ ....टका बचल पॉँच (५)
आहाँ देखैत छलहुँ चौकी तोर नाच
एक टका तखने देलहुँ......
टका बचल चारि (४)
आहाँक सभ भाई मे बाझल मारि
एक टका तखने देलहुँ .....टका बचल तीन (३)
आहाँ सभ भाई भेलहुँ भीन
एक टका तखने देलहुँ .....
टका बचल दू (२)
आहाँ कहलहुँ महादेवक पिड़ी छू
एक टका तखने देलहुँ ......टका बचल एक (१)
आहाँ के बाबूजीक बरखी मे दक्षिणा देल
एक टका तखने देलहुँ ......
बाँकी के बचल सुईद आर व्याज |
हमरा लग अपनेक टका छल बीस (२०)
आहाँ आँखी गुरारीकेँ तकलहुँ हमरा दिस
एक टका तखने देलहुँ .........
टका बचल उनैस (१९)
अहाँ कहलहुँ अही ठाम बैस
एक टका तखने देलहुँ ......टका बचल अठारह (१८)
आहाँ लागलहुँ हमरा जोर सँ धखारह
एक टका तखने देलहुँ ......
टका बचल सतरह (१७)
आहाँ लागलहुँ हमरा जखन तखन तंग करह
एक टका तखने देलहुँ .....टका बचल सोलह (१६)
आहाँ लागलहुँ हमर पोल खोलह
एक टका तखने देलहुँ .....
टका बचल पंद्रह (१५)
आहाँ लागलहुँ हमरा टांग गरैरकऽ पकरह
एक टका तखने देलहुँ .....टका बचल चौदह (१४)
आहाँ लागलहुँ हमरा घर पर पहुँचह
एक टका तखने देलहुँ .....
टका बचल तेरह (१३)
आहाँ लागलहुँ हमर रस्ता घेरह
एक टका तखने देलहुँ .....टका बचल बारह (१२)
आहाँ लागलहुँ हमरा लाठीसँ मारह
एक टका तखने देलहुँ .....
टका बचल एगारह (११)
आहाँ लागलो हमर कुर्ता फारह
एक टका तखने देलहुँ ......
टका बचल दस (१०)
अहाँ कहलहुँ हमरा जमीन पर बस
एक टका तखने देलहुँ ......
टका बचल नौउह (९)
आहाँ कहलहुँ हमरा ओहिठाम नोकर बनिरह
एक टका तखने देलहुँ .....
टका बचल आठ (८)
आहाँ घोरैत छलहुँ खाट
एक टका तखने देलहुँ ....
टका बचल सात (७)
आहाँ खाइत छलहुँ नून भात
एक टका तखने देलहुँ .....
टका बचल छः (६)
आहाँ उपारैत छलहुँ जौ
एक टका तखने देलहुँ ....टका बचल पॉँच (५)
आहाँ देखैत छलहुँ चौकी तोर नाच
एक टका तखने देलहुँ......
टका बचल चारि (४)
आहाँक सभ भाई मे बाझल मारि
एक टका तखने देलहुँ .....टका बचल तीन (३)
आहाँ सभ भाई भेलहुँ भीन
एक टका तखने देलहुँ .....
टका बचल दू (२)
आहाँ कहलहुँ महादेवक पिड़ी छू
एक टका तखने देलहुँ ......टका बचल एक (१)
आहाँ के बाबूजीक बरखी मे दक्षिणा देल
एक टका तखने देलहुँ ......
बाँकी के बचल सुईद आर व्याज |
ओहिमे देलहुँ ढाई मोन प्याज ॥"
जय मैथिली, जय मिथिला
झंझारपुर (मधुबनी) बिहार - ८४७४०४,
मोबाईल +919312460150 ,
ईमेल - madankumarthakur@gmail.com
बहुत महत्त्व अछि
जिंदगी मेs सभ चीजक सदिखन बहुत महत्व होइत अछि ! चाहे मानव हुअए या कुनू दानव या स्वर्गक भगवान ! ओही शब्द कs याद कराबय लेल हम आइ अपन गाम अपन बात
पर "बहुत महत्वक जे अछि, से" एकगोट छोट सन् शब्द कोस डिक्सनरी लऽsकऽs पाठकगण के समक्ष उपस्थित,छी !
प्रेमक संग कहू जय मैथिल, जय मिथिला.....
~~~* बहुत महत्त्व अछि *~~~
फल मेs आम के, नशा मेs भांग के, भगवान मेs श्री राम के, बहुत महत्व अछि .....
तरकारी मेs आलू के, नाच मेs भालू के, मंत्री मेs लालू के, बहुत महत्व अछि ......
विषय मे, इतिहास के, ज्ञान मेs वेदव्यास के, मूर्ख म्मेs काली दास के, बहुत महत्व अछि ....
जेल मेs सिपाही के, सड़क पर राही के, कोट मेs गवाही के, बहुत महत्व अछि ......
शहर मेs लंदन के, मस्तक पर चंदन के, पर्व मेs रक्षाबंधन के, बहुत महत्व अछि .....
कार मेs सेंट्रो के, दिल्ली मेs मेट्रो के, बैंक मेs कैश काउन्टर के, बहुत महत्व अछि ....
बिहार मेs कुर्ता के, पान मेs जर्दा के, समसान मेs मुर्दा के, बहुत महत्व अछि ....
लाइफ मेs टेंसन के, वृद्धावस्था मे पेंसन के, ऑफिस मेs सेक्शन के, बहुत महत्व अछि .....
आदमीक बोल के, भोजन मेs ओल के, गाँव मेs पट्टीटोल के, बहुत महत्व अछि .....
घर मेs टीवी के, मेला मेs बीवी के, मिठाई मेs जिलेवी के, बहुत महत्व अछि .....
रांची मेs मेन्टल के, डॉक्टर मेs डेन्टल के, आदमी मेs जेन्टल के, बहुत महत्व अछि ....
सहर मेs नाली के, झगरा मेs गाली के, ससुराल मेs साली के, बहुत महत्व अछि ...
जार मेs हिट के, गाड़ी मेs सिट के, भोजन मेs मिट के, बहुत महत्व अछि ....
साड़ी मेs कोटा के, पानि पिबय मेs लोटा के, स्कूल मेs सोटा के, बहुत महत्व अछि ....
नाचैय मेs मोर के, बेलमोहन मेs चोर के, समय मेs भोर के, बहुत महत्व अछि ....
भोजन मेs दाँत के, गहूम पिसय मेs जाँत के, पूजा-पाठ मेs भोले नाथ के, बहुत महत्व अछि...
अनाज राखै मेs कोठी के, माछ मेs पोठी के, पेटख़राब मेs गोटी के, बहुत महत्व अछि ....
प्रेमिका मेs राधा के, नारी मेs सीता के, सभ ग्रन्थ मेs गीता के, बहुत महत्व अछि .....
नदी मेs गंगा के, स्वर्ग मेs रम्भा के, हिरोईन मेs प्रियंका के, बहुत महत्व अछि .....
दही मेs लेषन के, पंच्चर मेs सुलेषन के, लड्डू मेs बेषन के, बहुत महत्व अछि .....
सड़क पर धुल के, झंझारपुर मेs पुल के, बगान मेs फूल के, बहुत महत्व अछि .....
पाँव मेs जूता के, गेट पर कुत्ता के, भाषण मेs नेता के, बहुत महत्व अछि .....
गाँव मेs हाट के, चौपाल मेs खाट के, सफाई मेs धोबी घाट के, बहुत महत्व अछि ....
नॉएडा मेs सेक्टर के, फिल्म मेs एक्टर के, गाँव मेs टेक्टर के, बहुत महत्व अछि ....
ब्लोक मेs अमिन के, किरकेटर मेs सचिन के, विश्व मेs सुन्दर हसीन के, बहुत महत्व अछि ....
व्यापार मेs मंदी के, जेबर मेs चांदी के, भारत मेs महात्मा गाँधी के, बहुत महत्व अछि .....
सुइया दै मेs सिरिंच के, बच्चा मेs प्रिन्स के, पेंट मेs जिन्स के, बहुत महत्व अछि .....
सेंसेक्स मेs रेटिंग के, मिथिला मेs पेंटिंग के, फिल्म मेs एक्टिंग के, बहुत महत्व अछि ....
घर मेs सरभेंट के, महिला मेs प्रगनेन्ट के, दिल्ली मेs गर्लफ्रेंड के, बहुत महत्व अछि .....
रसोई मेs चावल के, बिल्डिंग मेs मारवल के, दरबारी मेs बीरबल के, बहुत महत्व अछि....
बन्दूक मेs गोली के, पूजा मेs रोली के, कमिटी मेs बोली के, बहुत महत्व अछि .....
गाछ मेs नीम के, संगीत मेs नादिम के, कसाई मेs जालिम के, बहुत महत्व अछि .....
मुम्बई मेs सेठ के, दिल्ली मेs इंडिया गेट के, शरीर मेs पेट के, बहुत महत्व अछि .....
फौजी मेs बर्दी के, सिलाई मेs दर्जी के, हस्ताक्षर मेs फर्जी के, बहुत महत्व अछि ......
पितरपक्ष मेs तर्पण के,मूह देखै मेs दर्पण के,जीवन मेs आत्मसमर्पण के बहुत महत्व अछि....
दीवाली मेs गिप्ट के, नौकरी मेs सिप्ट के, बिल्डिंग मेs लिप्ट के, बहुत महत्व अछि .....
बारीष मेs बरसाती के, पूजा मेs आरती के, विवाह मेs बरयाती के, बहुत महत्व अछि .....
केश मेs सेम्पू के, सर्कश मेs तम्बू के, अमिताभ बच्चनक लम्बू मेs बहुत महत्व अछि ....
कथा मेs समाप्त के, सामान मेs पर्याप्त के, बहुत महत्व अछि ..........
बहुत गलत बात अछि,
समस्त मैथिल और मिथिला पाठक गन के चर्ण स्पर्श अछि ---
हम आए से कुछ दिन पहिने एकटा रचना '' '' बहुत महत्त्व अछि ""
से पाठक गन के सामने उपस्थित केने रही , एकटा फेर छोट छीन
शब्द कोष डिक्सनरी से लके हम आय अपन गाम अपन बात में पुनः
"" बहुत गलत बात अछि "" से लके पाठक गन के सामने हाजिर छि ,
प्रेम सं कहू जय मैथिल जय मिथिला ---
"" बहुत गलत बात अछि ""
दूध में पैन के , दुश्मनी में आईंन के , गाम में डैन के ,
बहुत गलत बात अछि --------
बर्बाद करै में मुस के , नोकरी मे घुस के , बनिया में मखीचूस के ,
बहुत गलत बात अछि --------
भाई में बैमान के , कर्म में अभिमान के , मनुष्य में सैतान के ,
बहुत गलत बात अछि --------
नशा में दारू के , आदमी में भारू के , मिया - बीबी संग झारू के ,
बहुत गलत बात अछि --------
मेला में जेवर के , डैविटिज में मिठाई घेवर के , बदमाशी में देवर के ,
बहुत गलत बात अछि --------
पूजा -पाट बिना पीपल के ,श्रधकर्म बिना पीतल के , बरी -भात बिना जूरी शीतल के ,
बहुत - गलत बात अछि ---------------
नारी गर्दन बिना अठन्नी के, समान बेचनाय बिना पन्नी के , पेंटिंग बिना मधुबनी के ,
बहुत - गलत बात अछि ---------------
डिगरी बिना ईग्न्नु के , खिसा -पिहानी बिना गन्नू के , लेन - देन में भीख मग्न्नु के
बहुत - गलत बात अछि ---------------
आदमी में दुराचारी के , फल में मह्कारी के , इंडिया में बेरोजगारी के ,
बहुत गलत बात अछि --------
समाज में काम चोर के , आदमी में सुईद खोर के , लराई में लातखोर के ,
बहुत गलत बात अछि --------
ब्यबसय में मन मर्जी के , सिग्नेचर में फर्जी के , फोज में बिना बर्दी के ,
बहुत गलत बात अछि --------
बस में जेब कत्तर के , हर बात में अक्तर के , गंदगी में बत्तर के ,
बहुत गलत बात अछि --------
सरक पर भीख माँगा के , सहर में लफंगा के , शरीर में बिना अंगा के
बहुत गलत बात अछि --------
चलें में मटकैत के , जंगली एरिया में डकैत के , गाम में लठैत ,
बहुत गलत बात अछि --------
नशा में सिकरेट के , हर बात में डारेकट के , आदत में क्रिकेट के ,
बहुत गलत बात अछि --------
इंडिया में बिना टेक्स के , दफ्तर में बिना फेक्स के , फॉरनर में सेक्स के ,
बहुत गलत बात अछि --------
विराद्धा अबस्था में बिना लाठी के , चिता पर बिना काठी के , सीरियल में बिना मराठी के ,
बहुत गलत बात अछि -----
शरक पर क्च्चरा के , बारादरी में झगरा के , कागज - पत्तर में लफरा के ,
बहुत गलत बात अछि -----
गाम में बिना भोज के , मजदूरी में बिना रोज के , साइंस में बिना खोज के ,
बहुत गलत बात अछि -----
यात्रा बिना मंगल के , प्रोग्राम बिना दंगल के , व्रत में अंजल के ,
बहुत गलत बात अछि -----
विदियार्थी बिना मास्टर के , हॉस्पिटल बिना डाक्टर के , फिल्म बिना डारेक्टर के ,
बहुत गलत बात अछि -----
उग्रवादी बिना तालिवान के , कुस्ती बिना पहलवान के , अतिथि के बिना जलपान के,
बहुत गलत बात अछि -----
मनोरंजन बिना खेल के , बिजनेस बिना सेल के , कैदी बिना जेल के ,
बहुत गलत बात अछि -----
रेड लाइट बिना अक्सिडेंट के , हॉस्पिटल बिना पेशेंट के , दाँत बिना पेप्सोडेंट के ,
बहुत गलत बात अछि -----
जनौऊ संस्कार बिना बरुवा के , मैथिल भोजन करेनाय बिना तरुवा के , आराम केनाय बिना गेरुवा के ,
बहुत गलत बात अछि ---------
अध्ययन बिना कम्पूटर के , पंखा बिना रेगुलेटर के , नियूज बिना प्रेशरिपोटर के ,
बहुत गलत बात अछि ---------
भगवन पूजा बिना माला के , घर छोरी बिना ताला के , सासुर जेनाय बिना साला के ,
बहुत गलत बात अछि ---------
शहर में बिना लाइट के , लराई में बिना फाइट के , जींस पेंट बिना टाईट के ,
बहुत गलत बात अछि -----
नागरिकता बिना मतदान के , जिनगी बिना कन्यादान के , परोपकर बिना रक्तदान के ,
बहुत गलत बात अछि -----------
महाभारत में शोक्न्नी के , शहर में बिना पत्त्नी के , आ रचना में बिना टिप्पणी के ,
बहुत गलत बात अछि -----
हम आए से कुछ दिन पहिने एकटा रचना '' '' बहुत महत्त्व अछि ""
से पाठक गन के सामने उपस्थित केने रही , एकटा फेर छोट छीन
शब्द कोष डिक्सनरी से लके हम आय अपन गाम अपन बात में पुनः
"" बहुत गलत बात अछि "" से लके पाठक गन के सामने हाजिर छि ,
प्रेम सं कहू जय मैथिल जय मिथिला ---
"" बहुत गलत बात अछि ""
दूध में पैन के , दुश्मनी में आईंन के , गाम में डैन के ,
बहुत गलत बात अछि --------
बर्बाद करै में मुस के , नोकरी मे घुस के , बनिया में मखीचूस के ,
बहुत गलत बात अछि --------
भाई में बैमान के , कर्म में अभिमान के , मनुष्य में सैतान के ,
बहुत गलत बात अछि --------
नशा में दारू के , आदमी में भारू के , मिया - बीबी संग झारू के ,
बहुत गलत बात अछि --------
मेला में जेवर के , डैविटिज में मिठाई घेवर के , बदमाशी में देवर के ,
बहुत गलत बात अछि --------
पूजा -पाट बिना पीपल के ,श्रधकर्म बिना पीतल के , बरी -भात बिना जूरी शीतल के ,
बहुत - गलत बात अछि ---------------
नारी गर्दन बिना अठन्नी के, समान बेचनाय बिना पन्नी के , पेंटिंग बिना मधुबनी के ,
बहुत - गलत बात अछि ---------------
डिगरी बिना ईग्न्नु के , खिसा -पिहानी बिना गन्नू के , लेन - देन में भीख मग्न्नु के
बहुत - गलत बात अछि ---------------
आदमी में दुराचारी के , फल में मह्कारी के , इंडिया में बेरोजगारी के ,
बहुत गलत बात अछि --------
समाज में काम चोर के , आदमी में सुईद खोर के , लराई में लातखोर के ,
बहुत गलत बात अछि --------
ब्यबसय में मन मर्जी के , सिग्नेचर में फर्जी के , फोज में बिना बर्दी के ,
बहुत गलत बात अछि --------
बस में जेब कत्तर के , हर बात में अक्तर के , गंदगी में बत्तर के ,
बहुत गलत बात अछि --------
सरक पर भीख माँगा के , सहर में लफंगा के , शरीर में बिना अंगा के
बहुत गलत बात अछि --------
चलें में मटकैत के , जंगली एरिया में डकैत के , गाम में लठैत ,
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नशा में सिकरेट के , हर बात में डारेकट के , आदत में क्रिकेट के ,
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इंडिया में बिना टेक्स के , दफ्तर में बिना फेक्स के , फॉरनर में सेक्स के ,
बहुत गलत बात अछि --------
विराद्धा अबस्था में बिना लाठी के , चिता पर बिना काठी के , सीरियल में बिना मराठी के ,
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शरक पर क्च्चरा के , बारादरी में झगरा के , कागज - पत्तर में लफरा के ,
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गाम में बिना भोज के , मजदूरी में बिना रोज के , साइंस में बिना खोज के ,
बहुत गलत बात अछि -----
यात्रा बिना मंगल के , प्रोग्राम बिना दंगल के , व्रत में अंजल के ,
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मनोरंजन बिना खेल के , बिजनेस बिना सेल के , कैदी बिना जेल के ,
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जनौऊ संस्कार बिना बरुवा के , मैथिल भोजन करेनाय बिना तरुवा के , आराम केनाय बिना गेरुवा के ,
बहुत गलत बात अछि ---------
अध्ययन बिना कम्पूटर के , पंखा बिना रेगुलेटर के , नियूज बिना प्रेशरिपोटर के ,
बहुत गलत बात अछि ---------
भगवन पूजा बिना माला के , घर छोरी बिना ताला के , सासुर जेनाय बिना साला के ,
बहुत गलत बात अछि ---------
शहर में बिना लाइट के , लराई में बिना फाइट के , जींस पेंट बिना टाईट के ,
बहुत गलत बात अछि -----
नागरिकता बिना मतदान के , जिनगी बिना कन्यादान के , परोपकर बिना रक्तदान के ,
बहुत गलत बात अछि -----------
महाभारत में शोक्न्नी के , शहर में बिना पत्त्नी के , आ रचना में बिना टिप्पणी के ,
बहुत गलत बात अछि -----
झंझारपुर ,मधुबनी ,
बिहार - ८४७४०४
Mo - 9312460150 ,
Mo - 9312460150 ,
E-mai - madankumarthakur@gmail.com
4 टिप्पणियां:
बहुत उत्तम
Madan ji...
it's really very GOOD....keep it UP..
Madan ji,
you write very GOOD..i like it. keep it up
uttam achhi , chahatgar aa rochak achhi
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