।। ॐ ।।
अभिनंदन अभिनंदन ,
हे कविवर अभिनंदन ।
पुण्य धरा माटि वो ,
जतय लेलौं अहाँ अवतरण ।
अछि कोटि कोटि नमन,
हे " रमण "कवि चरण वंदन ।।
अभिनंदन अभिनंदन............।।
अछि शान अहाँ सँ ,
अभिमान अहाँ सँ ।
मिथिला क अछि
पहचान अहाँ सँ ।
छी सरस्वती पुत्र
अहाँ हे मैथिल नंदन ।।
अभिनंदन अभिनंदन ...........।।
परचम सतत नभ पर ,
शीतलता अछि चान सन ।
खिलल क्यारी फुलवारी ,
चमकैत नाम भानु सन ।
नहि भेंटि रहल शब्द
हे मैथिल सिर के चन्दन ।।
अभिनंदन अभिनंदन ...........।।
छी शब्दकोष भंडार अहाँ,
गीत गजल झनकार अहाँ।
छी " माधव" मन उदगार अहाँ,
करू प्रेम सुमन स्वीकार अहाँ ।
निज लेखनी सँ करू ,
नित नव नव पद स्रृजन ।।
अभिनंदन अभिनंदन..........।।
------ गीतकार दिनेश झा " माधव "
सझुआर , बेनीपुर , दरभंगा , मिथिला
8369384585
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