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गुरुवार, 5 सितंबर 2024

चौठचन्द्र चौरचन पूजा के संपूर्ण पाठ

चौठचन्द्र चौरचन पूजा के संपूर्ण पाठ  

  06-09-2024

     भादव शुक्ल चतुर्थी पहिल साँझ व्रती स्नान कऽ आसन पर बैसि पूजाक सब सामग्री अरिपन अनुसार दही डाली मररक खीरपूरी दीप संग कलशसथापन कय कुशक वा सोना चांदी पवित्री पहिर तेकुशा जल लय इ मंत्र पढि सामग्री संग जल छिटी स्वयं पवित्र होई छथि-

नम:! अपवित्र: पवित्रोवा सर्वावस्थां गतोपिवा।
य: स्मरेत् पुण्डरीकाक्षं सवाह्याभ्यन्तर: सुचि सुचि।।
नमः! पुण्डरीकाक्ष: पुनातु।जल सिक्त करू।।

तेकुशा तील जल लय संकल्प मंत्र-

नमोऽस्यां रात्रौ भाद्रे मासि शुक्ल पक्षे चतुर्थ्यां तिथौ अमुक गोत्राया: ममाऽमुकीदेव्या: ।सकल कल्याणोत्पत्तिपूर्वक धनधान्यदि समृद्धि सकल मनोरथ सिद्ययर्थं यथाशक्ति गंधपुष्प धूपदीप ताम्बूल यज्ञोपवित वस्त्रनानाविध-नैवेद्यादिभि: रोहिणीसहित भाद्र शुक्ल चतुर्थी चंद्रपूजनं तत्कथाश्रवणं चाहं करिष्ये।

गणपत्यादि पंचदेवता पूजन-

अक्षत लय --   नमो गणपत्यादि पंचदेवता: इहागच्छत इह तिष्ठत।कहि पात पर एककात राखि                      दी।

अर्घा में जल लय    - एतानि पाद्यादीनि एषोर्घ: नमो गणपत्यादि पंचदेवता भ्यो नम:।

फूल में चानन लगाके    - इदमनुलेपनं गणपत्यादि पंचदेवता भ्यो नमः ।

अक्षत लय      -इदमक्षतं गणपत्यादि पंचदेवता भ्यो नम:। 

फूल लय    -इदं पूष्प गणपत्यादि पंचदेवता भ्यो नम:। 

बेलपात लय    -इदं विल्वपत्रं गणपत्यादि पंचदेवता भ्यो नम:। 

दूबि लय       -इदं दुर्वादलम् गणपत्यादि पंचदेवता भ्यो नम:।

जल लय     -एतानि गंधपुष्पधूपदीपताम्बुलयथाभाग नानाविध नैवेद्यानि गणपत्यादि पंचदेवता भ्यो नम:।नैवेद्य पर। 

जल लय    -इदमाचीनीयं नमो गणपत्यादि पंचदेवता भ्यो नम:।

विधवा स्त्री तील लय  - --    नमो भगवत् भगवान श्री विष्णो इहागच्छ इह तिष्ठ। पूजा के बगल में पात पर राखू।

जल लय-एतानि पाद्यादीनि एषोर्घ: नमोभगवते श्रीविष्णवे नम:।पूजा पात पर चढादी। अहिना फूल तुलसीपात आदि सौं पंचोपचार पूजा करी।

सधवा स्त्री गौरी पूजा करथि-

अक्षत लय    -नमो गौरि इहागच्छ इह तिष्ठ।

जल लय    -एतानि पाद्यादीनि नमो गौर्ये नम:। 

चानन लय     -इदमनुलेपनं नमो गौर्ये नम:। 

सिंदुर लय    -इदं सिन्दूरमनमो गौर्ये नम:। 

अक्षत लय    -इदमक्षतं नमो गौर्ये नम:। 

फूल लय       -इदं पुष्पं नमो गौर्ये नम:।

दुबि लय      - इदं दुर्वादलम नमो गौर्ये नम:।

बेलपात लय        - इदं विल्वपत्रं नमो गौर्ये नम:। 

जल लय         -एतानि गंधपुष्पधूपदीपताम्बुलयथायदिभाग नानाविध नैवेद्यानि नमो गौर्ये नम:।नैवेद्य पर उत्सर्ग करी।  

जल लय       -इदमाचीनीयं नमो गौर्ये नम:।

चौठचन्द्र पूजा   -     अक्षत लिय-नमो रोहिणीसहित भाद्र शुक्ल चतुर्थी चंद्र  इहागच्छ इह तिष्ठ।पात पर राखू।

उजर फूल लिय         - श्वेतांबरं स्वच्छतनुं सुधांशु चतुर्भुजं हेमविभूषणाढ्यम्।वरं सुधा दिव्यकमण्डलुञ्च करैरभीतिञ्च दधानभीडे।।एष पपुष्पाञ्जलि।

जलक अर्घ्यदान     -सोमाय सोमेश्वराय सोमपतये सोमसम्भवाय गोविन्दाय नमो नम:।

एतानि पाद्यादीनि एषोऽर्घ्य: नमो रोहिणीसहित भाद्र शुक्ल चतुर्थी चंद्राय नम:।

चानन लय      -मलयाद्रिसमुद्भूतं श्रीखंडं त्रिदशाप्रियम्। सर्वपापहरं सौख्यं चंदनं मे प्रगृह्यताम्।

चानन लय      - इदमनुलेपनं नमो रोहिणीसहित भाद्र शुक्ल चतुर्थी चंद्राय नम:।

अक्षत लय       -इदमक्षतं नमो रोहिणीसहित भाद्र शुक्ल चतुर्थी चंद्राय नम:।

उजर फूल लय      - त्रैलोक्यमोदकं पुष्पं शुक्ल पुष्पं मनोहरम्।दिव्यौषधि क्षपानाथ गृह्यतां च प्रसीद मे।एतानि पुष्पाणि नमो रोहिणीसहित भाद्र शुक्ल चतुर्थी चंद्राय नम :।

बेलपात लय       -इदं विल्वपत्रं नमो रोहिणीसहित भाद्र शुक्ल चतुर्थी चंद्राय नमः।

दुबि लिय         -इदं दुर्वादलम नमो रोहिणीसहित भाद्र शुक्ल चतुर्थी चंद्राय नमः।

यज्ञोपवित लय          - सुसंस्कृतं चतुर्वेदैर्द्विजानां भूषणं वरम्।यज्ञोपवितंदेवेश कृपया मे प्रगृह्यताम्।इमे यज्ञोपविते वृहस्पतिदैवते नमो रोहिणीसहित भाद्र शुक्ल चतुर्थी चंद्राय नम :।

वस्त्र लय       - तन्तुसन्तानसम्भूतं कलाकोशलकल्पितम्। सर्वाङ्गभूषणश्रेष्ठं वसनं परिधीयताम्।।इदं वस्त्रं वृहस्पतिदैवतं नमो रोहिणीसहित भाद्र शुक्ल चतुर्थी चंद्राय नम :।

नैवेद्य             - नैवेद्यं गृह्यतां देव भर्क्ति मे ह्यचलां कुरू।ईप्सितं मे वरं देहि परत्र च परांङ्गतिम।। 

एतानि गंधपुष्प धूपदीपसदधिपक्वान्नादि नानाविध नैवेद्यानि नमो रोहिणीसहित भाद्र शुक्ल चतुर्थी चंद्राय नम :।

 पुंगीफल     ---        पूंगीफलं महद्दिव्यं नागवल्लीदलैर्युतम्। कर्पूरादिसमायुक्तं ताम्बूलं प्रतिगृह्यताम्।।एतानि ताम्बूलानि।

धूप-   ---  गन्धभारवहं दिव्यं नानावस्तुसमनवितम्। सुरासुरनरानन्दं धूपं देव गृहाण मे।। एष धूप: नमो रोहिणीसहित भाद्र शुक्ल चतुर्थी चंद्राय नम :।

कलशदीपदानम      -  मार्तण्डमण्डलाखण्डचन्द्रबिम्बाग्निदीप्तिमान्। विधात्रा देवदीपोऽयं निर्मितस्तेऽस्तु भक्तित:। एष कलशदीप: नमो रोहिणीसहित भाद्र शुक्ल चतुर्थी चंद्राय नम :।

शंख में  फल फूल दूध लय     - अत्रिनेत्रसमुद्भूत क्षीरोदार्णवसंभव।गृहामार्घ्य मया दत्तं रोहिण्या सहितप्रभो ।इदं दुग्धार्घ्यं नमो रोहिणीसहित भाद्र शुक्ल चतुर्थी चंद्राय नम :।

डाली लय चंद्र दर्शन मंत्र----

सिंह प्रसेन मवधीत्सिंहो जाम्बवताहत :! 

सुकुमारक मा रोदीस्तव ह्येष स्यमन्तक :!

प्रणाम मंत्र-

नम: शुभ्रांशवे तुभ्यं द्विजराजाय ते नम ।

रोहिणीपतये तुभ्यं लक्ष्मीभ्रात्रे नमोऽस्तु ते । ।

दही छाँछी लय प्रणाम मंत्र -

दिव्यशंखतुषाराभं क्षीरोदार्णवसंभवम्! 

नमामि शशिनं भक्त्या शंभोर्मुकुट भूषणम्! !

प्रार्थना मंत्र -

मृगाङ्क रोहिणीनाथ शम्भो : शिरसि भूषण ।

व्रतं संपूर्णतां यातु सौभाग्यं च प्रयच्छ मे । ।

रुपं देहि यशो देहि भाग्यं भगवन् देहि मे।

पुत्रोन्देहि धनन्देहि सर्वान् कामान् प्रदेहि मे।।

तदुपरांत स्यमन्तक मणी जाम्बवान पुत्र सुकुमार पर आधारित कथा ध्यान मग्न भय सुनि।जहिना पूजा केलहुं ओहि क्रम में बेराबेरी विसर्जन करी

विसर्जन मंत्र-

     jal lake -       नमो गणपत्यादि पंचदेवता: पूजिता: स्थ क्षमध्वं स्वस्थानं गच्छत।

विधवा     - नमो विष्णो पूजितोऽसि प्रसीद क्षमस्व।

सधवा     - नमो गौरि पूजितासि प्रसीद क्षमस्व।

नमो रोहिणीसहित भाद्र शुक्ल चतुर्थी चंद्र पूजितोऽसि प्रसीद क्षमस्व स्वस्थानं गच्छ।

दक्षिणा द्रव्य जल से सिक्त कय तील जल लय मंत्र-

नमोऽस्यां रात्रौ कृतेतद्रोहिणीसहित भाद्र शुक्ल चतुर्थी चंद्र पूजन तत्कथा श्रवण कर्म प्रतिष्ठार्थमेतावद्द्रव्य मूल्यकहिरण्यमग्निदैवतं यथानाम गोत्राय ब्राह्मणाय दक्षिणामहं ददे।कुश तील जल द्रव्य पर अर्पण कय। दक्षिणा प्रतिपन्न करी ओ स्वाच्छन्न देता।

क्षमायाचना    -- सपरिवार कलजोरी- हे चतुर्थी चंद्र हम त आहां के बच्चा छी यथासाध्य नैवेद्य फुल पान लय आहांक पुजा कयल कोनो त्रुटि लेल क्षमा करब।

तदुपरांत मड़ड उत्सर्ग कय भांगि आ प्रसाद वितरण करी।

पंडित भेट जाईथ त सर्वोत्तम नै त पिता/पती/पुत्र/भाई/कुटंब/संवंधी  से उपरोक्त विधि से पुजन कर

पं.राजीव झा

बुधवार, 14 अगस्त 2024

गलत तो आप और हम हैं । बस समझ-समझ का फेर है

 कांग्रेस को क्यों गाली  देते हो मित्रों.? गलत तो आप और हम हैं । बस समझ-समझ  का फेर है ।

लाल बहादुर शास्त्री जी की हत्या के बाद भी कांग्रेस को सत्ता में लाया कौन था.?

हम

5000 संतो को संसद के गलियारे में गोलियों से भूनने के बाद भी इंदिरा गांधी को सत्ता किसने दी थी.?

हमने

चीन से ज्यादा सैन्य शक्ति से संपन्न होते हुए भी 1962 में अपनी लाखो हेक्टेयर जमीन चीन को लुटा देने वाली कायर कांग्रेस को सराखों पर बिठाया था किसने.?

हमने

हिन्दुओं की चुन-चुन कर नसबंदी करने वाली और मुस्लिम को अल्लाह की देन पर बच्चे पैदा करने वाली कांग्रेस को वोट देकर राज किसने करने दिया था.?

हमने

आपातकाल लगा कर जयप्रकाश नारायण जैसे लोकप्रिय जननायक को कुचलने की मुहिम चलाने वाली तानाशाह इंदिरा गांधी को कुर्सी किसने दी थी.?

हमने

भोपाल कांड में हजारों लोगों को तड़पा तड़पा कर मारने वाले एंडरसन को भगाने वाली *Rajiv Feroz Khan Gandhi* कांग्रेस को अपना माई बाप बताया किसने.?

हमने

देश की जनता के टैक्स के पैसे को बोफोर्स की दलाली में खाने वालों को गद्दी किसने दी.?

हमने

देश के संसाधनों पर पहला हक मुसलमान का है, फिर भी सपोर्ट करने वाले कौन.?

हम

प्रभु श्री राम जी को काल्पनिक कहने वाले को सपोर्ट करने वाले कौन.?

हम

सनातन को जड़ से उखाड़ कर फेंक देना ही मकसद हो फिर भी सपोर्ट करने वाले कौन.?

हम

जिसने पार्टी ने देश के टुकड़े-टुकड़े कर दिए ऐसी पार्टी को थोङे से फ्री पाने के चक्कर में सपोर्ट करने वाले कौन.?

हम

जिस पार्टी ने पूरे देश में इमरजेंसी लगाकर संविधान का गला घोंटा उसको सपोर्ट करने वाले कौन.?

हम

जिस पार्टी ने हिन्दुओं का वोट लेकर हिन्दुओं को ही समाप्त करने का लगातार कारनामा किया हुआ है फिर भी ऐसी पार्टी को सपोर्ट करने वाले कौन.?

हम

आज भी वेद-पुराणों को अपशब्द कह रहे हैं और फिर भी उन्हें सपोर्ट करने वाले कौन.?

हम

फूट डालो और राज करो के नारे लगा कर हिन्दुओं को जाता-पात में बांटकर छोड़ने वाले को सपोर्ट करने वाले कौन.?

हम

पाकिस्तान के 90 हजार सैनिकों को बेगर शर्त छोड़ा गया और अपनी देश के सेना को कोई खबर आज भी नहीं है जिन्दा है या मर गया ऐसे पार्टी को सपोर्ट करने वाले कौन.?

हम

 क्वात्रोची को खरबपति बना कर देश के सोने को गिरवी रखने की जिम्मेदार कांग्रेस के पीछे कुत्ते की तरह टुकड़े की आस में कौन जीभ लटका कर घूमता रहा.?

हम

हर्षद मेहता के सूटकेसों से प्रधानमंत्री आवास को कलंकित करने वाली कांग्रेस को और शिबू सोरेन जैसे सत्ता के दलालों को खरीदने के आरोपों में एक प्रधानमंत्री को अदालत के कटघरे में खड़े होने वाली कांग्रेस के इशारे पर बाजपेई जी की सरकार गिराने वालो को संसद में बिठाया किसने था.?

हमने

बाजपेई जैसे कर्मठ, सत्यनिष्ठ जननायक को हटाकर इस सत्ता की भूखी विदेशी औरत को देश की मालकिन बनाया था किसने.?

हमनें

2G, कोयला, दामाद राबर्ट बडेरा, बाबा रामदेव कांड, अन्ना हजारे आंदोलन जैसे एपिसोड्स को 5 सालो में ही भुलाकर आज तक के सर्वकालीन *अयोग्य राहुल गांधी को* अपना जननायक मान कर राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में देश के मुंह पर कालिख किसने पोती.?

हमने

और इतना ही क्यूं .....

कल्याण सिंह को हटाकर राम भक्तों को गोलियों से भूनने वाले मुलायम को सत्ता किसने दी थी.?

हमने

*तिलक, तराजू और तलवार* ... *इनको मारो जूते चार* ... कह कर तुम्हारे पिछवाड़े लाल करने वाली को सत्ता के शिखर पर पहुंचाया किसने.?

हमने

लालू तुम्हारे भूखे पेट को रौंद कर खुद खरबपति बन बैठा, गिरफ्तारी देने भी हाथी पर बैठ कर गया .....

और हम गाजे बाजे के साथ नाचते रहे ... पूरे बिहार में उसे, अपनी अनपढ़ पत्नी के सिवाय कोई योग्य बिहार में नहीं मिला जिसको मुख्य मंत्री बनवा देता पर फिर भी उसको अपना भाग्य विधाता मानता रहा कौन.?

हम

हिन्दुओं का त्योहार दुर्गा पूजा करने तक का अधिकार छिनने वाली, 

तारकेश्वर के महाशिव मन्दिर का चेयरमैन एक मुस्लिम  को बनाने वाली, हिन्दू विरोधी, इस्लाम परस्त, भारत विरोधी ममता बनर्जी के पीछे पीछे कुत्तों की तरह झंडा उठा कर चलता है कौन.?

हम

कर्नाटक में सरे आम गाय काट कर खाने वालों को वोट देकर सत्तासीन किया किसने.?

हमने

हजारों सिक्खों को मौत के घाट उतारने वाली कांग्रेस का चमचा कौन बना.? सिद्धू और मनमोहन सिंह जैसे रीढ़विहीन अपने ही लोगों की हत्यारी कांग्रेस को अपना मालिक किसने बनाया भाई.?

हमने

देश की सेना को श्रीलंका में भेजकर अपने ही भारत के भाईयों को मरवाने वाली कांग्रेस की तलवे चटाई कौन करता रहा.?

हम

कश्मीर से हिन्दुओं को बेदखल कर हमको अपने ही देश में शरणार्थी बनाने वाली कांग्रेस को सत्ता में बार-बार कौन बिठाता रहा.?

हम

सोनिया गांधी के 10 साल के कुशासन में एक एक करके सैकड़ों मिग लड़ाकू विमान रहस्यमय तरीके से क्रैश होते गए, 

फोर्स के पायलट मरते गए, 

पर *पैसे का रोना रोकर एक भी नया लड़ाकू विमान नहीं खरीदा गया ऐसा क्यों.?* 

*देश की सुरक्षा के साथ इतना बड़ा खिलवाड़ क्यों.?* 

वहीं दूसरी ओर गठबंधन की मजबूरी का हवाला देकर लाखों करोड़ लुटाए जाते रहे ..... 

और फिर भी राफेल राफेल चिल्लाने वाले  नेताओं की बातों में सुगंध की अनुभूति होती है किसे.?

हमें

तो इसलिए आज के बाद कांग्रेस को गाली मत दो, लालू, मुलायम, केजरीवाल और ममता को मत कोसों ..

*गलत सिर्फ हम हैं...*

*खुद का मूल्यांकन करों, खुद को नजर भर कर देखों* ।

 पार्टी के गुलाम नहीं, *देश का सेवक बनें।

 *यह मैसेज बार बार जाना चाहिए उन मरे जमीर वाले रीढ विहीन, लालची हिन्दुओं मे जो  कांग्रेस को अब भी सही मानते हैं*।

बुधवार, 31 जुलाई 2024

विचारणीय : मुसलमान कहां दोषी है

*विचारणीय : मुसलमान कहां दोषी है*  

           अभी अभी एक मामला आया था जिसमे एक आदेश जारी हुआ था कांवड़ मार्गो पर दुकानदारों को अपना वास्तविक नाम लिखने का।उसमे मैंने एक चीज नोटिस की कि कही भी दुकानदारों ने इस आदेश का बड़े स्तर पर विरोध नही किया,यहाँ तक कि मुस्लिम दुकानदार भी आसानी से इस आदेश का पालन करने लगे।उन्होंने अपनी दुकानों के बाहर,रेस्टोरेंट व ढाबो के बाहर अपने नाम लिखवा दिए।

*अगर किसी स्तर पर विरोध हुआ तो राजनैतिक स्तर पर।सबसे मजे की बात ये रही सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका किसी मुस्लिम ने दायर नही की।याचिका दायर की एसोसिएशन फ़ॉर प्रोटेक्शन ऑफ सिविल राइट्स नामक NGO ने।ओर सुप्रीम कोर्ट में इस NGO के वकील थे कांग्रेस नेता अभिषेक मनुसिंघवी।

आज इसी प्रकरण में मेरी बात एक मुस्लिम व्यापारी से हुए।मैंने उससे समुदाय विशेष स्तर पर इस आदेश का कोई विरोध न करने का कारण जाना। उसका जबाब सुनकर मैं बहुत अशांत हो गया।उसने बताया कि जनाब क्या फर्क पड़ता है नाम लिखने से । हिंदू और सिख तो हमेशा से ही उन लोगो का साथ देते हैं जो उनके  खिलाफ लड़ने के लिए उत्सुक रहते हैं  । 

*अब हमारे ख्वाजा मोइद्दीन चिश्ती साहब को ही ले लो,  उन्होंने पृथ्वीराज की बेटियों का सरेआम बलात्कार कराया और आज हिंदू उनकी मजार को चूमने को ही लालायत रहते हैं* 

अभी राममंदिर प्रकरण को ही ले ,यदि तुम्हारे हिन्दू ही राममंदिर के विरोध में खड़े नही होते तो क्या किसी मुस्लिम की हिम्मत थी जो बाबरी मस्जिद के पक्ष में खड़ा हो जाता। 

*हमारे पूर्वजों ने सिखों के गुरु गोविंद सिंह जी का सरे आम कत्ल किया, उनके बच्चों को दीवार में चुनवा दिया और आज उनकी पुश्तें हमारे तलवे चाटने को तैयार बैठी हैं ।

आपने देखा नही कैसे वो लोग अपने गुरुद्वारों में हमे नमाज अदा करवा रहे हैं।रोजा इफ्तारी करा रहे हैं। 

*साहब तुम्हारे लोग बहुत भुलक्कड़ व लालची है।चौरासी के दंगों में कांग्रेस ने सिखों का कत्लेआम करवाया और आज सिख कांग्रेस के साथ साथ मुसलमान के तलवे चाटने को ललायत है।

*मुलायम सिंह ने हिंदुओं पर गोलियां चलवाई और आज हिंदू, उसके बेटे श्री अखिलेश यादव की चरण वंदना करने को लालायत हैं उनके लिए दरे बिछा रहे हैं ।* 

इसलिए साहब कोई फर्क नहीं पड़ता । अगर मुसलमान का नेम प्लेट भी लगी  हो और हिंदू को वही आम किसी मुस्लिम दुकानदार की दुकान पर ₹5 सस्ता मिल रहा है तो वह मुसलमान से ही खरीदेगा।

   आप ही के भाई,आपके हिन्दू धर्म का हिस्सा एस.सी., एस.टी. व दलित समाज के लोग जय मीम जय भीम में इतना खो गए हैं कि उन्हें इन चीजों से कोई फर्क नहीं पड़ता। और आप पड़े हो नाम के चक्कर में। 

*हिंदू को ₹ 5 प्रति किलो अगर सब्जी सस्ती मिले तो वो किसने थूका है किसने मुता है सब भूल जाएंगे,सामान हमसे ही खरीदेंगे। 

*मैं उसकी बात सुन सन्न रह गया और ये सोचते हुए कि हिन्दुओ की बर्बादी का वास्तविक जिम्मेदार खुद हिन्दू है या मुसलमान सोचते हुए घर वापिस आ गया।*

शुक्रवार, 26 जुलाई 2024

मैं बहुत सोचता हूं पर उत्तर नहीं मिलता..

मैं बहुत सोचता हूं पर उत्तर नहीं मिलता...

आपको भी इन प्रश्नों पर गौर करना है.. 

१. जिस सम्राट के नाम के साथ संसार भर के इतिहासकार “महान” शब्द लगाते हैं...

२. जिस सम्राट का राज चिन्ह अशोकचक्र भारत देश अपने झंडे में लगाता है...

३. जिस सम्राट का राज चिन्ह चारमुखी शेर को भारत देश राष्ट्रीय प्रतीक मानकर सरकार चलाती है और सत्यमेव जयते को अपनाया गया है...

४. जिस देश में सेना का सबसे बड़ा युद्ध सम्मान सम्राट अशोक के नाम पर अशोक चक्र दिया जाता है...

५. जिस सम्राट से पहले या बाद में कभी कोई ऐसा राजा या सम्राट नहीं हुआ, जिसने अखंड भारत (आज का नेपाल, बांग्लादेश, पूरा भारत, पाकिस्तान और अफगानिस्तान) जितने बड़े भूभाग पर एकछत्र राज किया हो...

६. जिस सम्राट के शासन काल को विश्व के बुद्धिजीवी और इतिहासकार भारतीय इतिहास का सबसे स्वर्णिम काल मानते हैं...

७. जिस सम्राट के शासन काल में भारत विश्व गुरु था, सोने की चिड़िया था, जनता खुशहाल और भेदभाव रहित थी... 

८. जिस सम्राट के शासन काल जी टी रोड जैसे कई हाईवे रोड बने, पूरे रोड पर पेड़ लगाये गए, सराये बनायीं गईं इंसान तो इंसान जानवरों के लिए भी प्रथम बार हॉस्पिटल खोले गए, जानवरों को मारना बंद कर दिया गया...

ऐसे महान #सम्राटअशोक की जयंती उनके अपने देश भारत में क्यों नहीं मनायी जाती? न कि कोई छुट्टी घोषित कि गई है अफ़सोस जिन लोगों को ये जयंती मनानी चाहिए, वो लोग अपना इतिहास ही नहीं जानते और जो जानते हैं वो मानना नहीं चाहते...

1. जो जीता वही चंद्रगुप्त ना होकर जो जीता वही सिकन्दर “कैसे” हो गया…? (जबकि ये बात सभी जानते हैं कि सिकंदर की सेना ने #चन्द्रगुप्तमौर्य के प्रभाव को देखते हुये ही लड़ने से मना कर दिया था बहुत

ही बुरी तरह मनोबल टूट गया था जिस कारण , सिकंदर ने मित्रता के तौर पर अपने सेनापति सेल्युकश कि बेटी की शादी चन्द्रगुप्त से की थी)

2. #महाराणाप्रताप ”महान” ना होकर ... अकबर ”महान” कैसे हो गया…? (जबकि, अकबर अपने हरम में हजारों


लड़कियों को रखैल के तौर पर रखता था यहाँ तक कि उसने अपनी बेटियो और बहनोँ की शादी तक पर प्रतिबँध लगा दिया था जबकि महाराणा प्रताप ने अकेले दम पर उस अकबर के लाखों की सेना को घुटनों पर ला दिया था) 

3. #सवाईजयसिंह को “महान वास्तुप्रिय” राजा ना कहकर शाहजहाँ को यह उपाधि किस आधार मिली...? जबकि साक्ष्य बताते हैं कि #जयपुर के हवा महल से लेकर तेजोमहालय {ताजमहल} तक, महाराजा जय सिंह ने ही बनवाया था...!

4. जो स्थान महान मराठा #क्षत्रियवीरशिवाजी को मिलना चाहिये वो क्रूर और आतंकी औरंगजेब को क्यों और कैसे मिल गया...? 

5. स्वामी विवेकानंद और आचार्य

चाणक्य की जगह… विदेशियों को हिंदुस्तान पर क्यों थोप दिया गया…? 

6. तेजोमहालय- ताजमहल, लालकोट- लाल किला, फतेहपुर सीकरी का देव महल- बुलन्द दरवाजा एवं सुप्रसिद्ध गणितज्ञ वराह मिहिर की मिहिरावली(महरौली) स्थित वेधशाला- कुतुबमीनार, क्यों और कैसे हो गया...?

7. यहाँ तक कि राष्ट्रीय गान भी… संस्कृत के वन्दे मातरम की जगह गुलामी का प्रतीक जन-गण-मन हो गया है कैसे और क्यों हो गया...?

8. और तो और हमारे आराध्य भगवान् राम व कृष्ण तो इतिहास से कहाँ और कब गायब हो गये...? पता ही नहीं चला, आखिर कैसे...? 

9. यहाँ तक कि हमारे आराध्य भगवान राम की जन्मभूमि पावन अयोध्या भी कब और कैसे विवादित बना दी गयी…? हमें पता तक नहीं चला…

कहने का मतलब ये है कि हमारे दुश्मन सिर्फ बाबर, गजनवी, तैमूरलंग ही नहीं हैं बल्कि आज के सफेदपोश तथाकथित सेक्यूलर भी हमारे उतने ही बड़े दुश्मन हैं।

शुक्रवार, 21 जून 2024

विद्यापति गौरव मंच के सानिंध्य में सम्पन्य भेल विश्वा योग दिवस -

  विद्यापति गौरव मंच के सानिंध्य  में सम्पन्य भेल  विश्वा योग दिवस - 

राष्ट्रीय स्वम सेवक   संघ के द्वारा संचालित  , विद्यापति नगर में , विद्यापति सखा , दुर्गा सखा , श्री राम सखा के स्वम  सेवक एवं  नगर वासी  समलित भेलाह  , एम्  झा  जी के अध्यक्षता में और विकास जी के मुख्य शिक्षक क  सहयोग

 सं नगर  वासी  योग दिवसक लाभ प्राप्त केला  , 

जाहि में मुख्य सहयोग , नीतीश जी , तपन जी , धर्मपाल जी , गोपाल जी , इतियादी  लोग  अहि  कार्य के सम्पन्य में अहम् दायुत्व  निभेला  ,