dahej mukt mithila

(एकमात्र संकल्‍प ध्‍यान मे-मिथिला राज्‍य हो संविधान मे) अप्पन गाम घरक ढंग ,अप्पन रहन - सहन के संग,अप्पन गाम-अप्पन बात में अपनेक सब के स्वागत अछि!अपन गाम -अपन घरअप्पन ज्ञान आ अप्पन संस्कारक सँग किछु कहबाक एकटा छोटछिन प्रयास अछि! हरेक मिथिला वाशी ईहा कहैत अछि... छी मैथिल मिथिला करे शंतान, जत्य रही ओ छी मिथिले धाम, याद रखु बस अप्पन गाम - अप्पन बात ,अप्पन मान " जय मैथिल जय मिथिला धाम" "स्वर्ग सं सुन्दर अपन गाम" E-mail: apangaamghar@gmail.com,madankumarthakur@gmail.com mo-9312460150

AAP SABHI DESH WASHIYO KO SWATANTRAT DIWAS KI HARDIK SHUBH KAMNAE

सोमवार, 29 अगस्त 2011

आई थिक मुक्ति पर्व आउ सभ गोटे मिल क मनाऊ

काल्हि पूरा दिल्ली अन्ना क जीतक ख़ुशी म सरोबार भ के जबरदस्त जश्न में डूबल रहे....सोंसे दिल्ली आ देश एकरा एकटा पर्वक रूप में मनेलक....मुदा एक बात याद राखु काल्हि तक अहाँ जतेक भी पर्व मना लेने छी ओ नीक, मुदा आय साँझ क मनाऊ "मुक्ति पर्व".......श्रीराम सेंटर मंडी हाउस में, जाही ठाम अविनाश चन्द्र मिश्र कृत मुक्ति पर्व नाटकक मंचन हाएत....मंचन म शामिल अछि मैथिली लोक रंग (मैलोरंग) क टीम आ एकरा निर्देशित करत हमर सबहक प्रिय मित्र "प्रकाश झा जी"....त बिसरब नै आय साँझ ६:३० बजे स प्रवेश शुरू भए जाएत....

शुक्रवार, 26 अगस्त 2011

जागु - जागु यौ मैथिल

  मैथिल करू अपन मात्रिभुमिक रक्षा
जागु जागु यौ मैथिल युवा जागु
सुनु मिथिला माएक विह्वल पुकार
सोनित सं भिजल माएक आँचर
छाती पैर हुनक चलल हरक फार
सुनु हृदय विदारक माएक चीत्कार
क्रूर शाषक रहे मिथिलाक खतरा
ब्रिटिश केलक मिथिलाक चिर दू कतरा
बनौलक त्रिपक्षय सुगौली संधिक पत्रा
नेपालमें पईरगेल आधा मिथिलाक टुक्रा
बिहार नेपालमे मिथिला भेल अछि विभक्त
जागु जागु यौ मैथिल मिथिला माएक भक्त
कोना खेलब यौ मैथिल मिथिलाक कोरामें
माएक आँचर डुबल अछि नोरक अश्रुधारामें
बिहार में मैथिलके देख्बैय बिहारी लाठी
नेपालमे देखाबैय मैथिलके पहाड़ी खोर्नाठी
केहन इ दुर्भाग्य बनल छि भाई भाई अनचिन्हार
लहू सं लतपत भेल अछि मिथिलाक मुहार
१९१६ के सन्धिमें मिथिला बाँटल गेल
आधा मिथिला नेपालमे लीज पैर चैलगेल
जनकपुरधाम अछि नेपालक अंग तोडू इ भ्रम
२०१६ में भरहल अछि सन्धिक समझौता ख़त्म
जागु जागु मैथिल करू अपन मात्रिभुमिक रक्षा
सब करी एक मिथिला एक प्रदेशक प्रतीक्षा
जय मिथिला जय मैथिल

गुरुवार, 18 अगस्त 2011

साहित्य अकादेमी बाल साहित्य पुरस्कार २०११


साहित्य अकादेमी बाल साहित्य पुरस्कार २०११ मैथिली लेल ले.क. मायानाथ झा केँ हुनकर लोककथा संग्रह "जकर नारी चतुर होइ" लेल देल गेल अछि। डॉ.भगवानजी चौधरी, प्रो. चन्द्रधर झा आ डॉ. इन्द्रकान्त झा जूरी रहथि, जूरीमे सं दू गोटे मैथिली साहित्य लेल अज्ञात नाम रहथि, से विवाद उठल जे जूरी लोकनि साहित्य अकादेमी मैथिली परामर्शदाता समितिक अध्यक्ष श्री विद्यानाथ झा "विदितक " रबर स्टाम्प रहथि । २०११ क विदेह साहित्य अकादेमी समानान्तर बाल साहित्य पुरस्कार सेहो ले.क. मायानाथ झाकेँ "जकर नारी चतुर होइ" लेल देल गेल छल।

ई घोषणा साहित्य अकादेमीक मैथिली विभाग लेल ओतेक असहज निर्णय नै छल। साहित्य अकादेमीक मैथिली विभागक ब्राह्मणवादी चेहराक असल परीक्षा हएत जखन ओकर मूल पुरस्कारक घोषणा हएत। २०११ क विदेह साहित्य अकादेमी समानान्तर मूल साहित्य पुरस्कार श्री जगदीश प्रसाद मण्डल जी केँ मैथिलीक आइ धरिक सर्वश्रेष्ठ कथा संग्रह “गामक जिनगी” लेल देल गेल छन्हि।


नेपाल प्रज्ञा प्रतिष्ठानक सदस्यता (नेपाल देशक भाषा-साहित्य,  दर्शन, संस्कृति आ सामाजिक विज्ञानक क्षेत्रमे  सर्वोच्च सम्मान)

नेपाल प्रज्ञा प्रतिष्ठानक सदस्यता
श्री राम भरोस कापड़ि 'भ्रमर' (2010)
श्री राम दयाल राकेश (1999)
श्री योगेन्द्र प्रसाद यादव (1994)

नेपाल प्रज्ञा प्रतिष्ठान मानद सदस्यता
स्व. सुन्दर झा शास्त्री

नेपाल प्रज्ञा प्रतिष्ठान आजीवन सदस्यता
श्री योगेन्द्र प्रसाद यादव

फूलकुमारी महतो मेमोरियल ट्रष्ट काठमाण्डू, नेपालक सम्मान
फूलकुमारी महतो मैथिली साधना सम्मान २०६७ - मिथिला नाट्यकला परिषदकेँ
फूलकुमारी महतो मैथिली प्रतिभा पुरस्कार २०६७ - सप्तरी राजविराजनिवासी श्रीमती मीना ठाकुरकेँ
फूलकुमारी महतो मैथिली प्रतिभा पुरस्कार २०६७ -बुधनगर मोरङनिवासी दयानन्द दिग्पाल यदुवंशीकेँ

साहित्य अकादेमी  फेलो- भारत देशक सर्वोच्च साहित्य सम्मान (मैथिली)


           १९९४-नागार्जुन (स्व. श्री वैद्यनाथ मिश्र “यात्री” १९११-१९९८ ) , हिन्दी आ मैथिली कवि।
            २०१०- चन्द्रनाथ मिश्र अमर (१९२५- ) - मैथिली साहित्य लेल।

साहित्य अकादेमी भाषा सम्मान ( क्लासिकल आ मध्यकालीन साहित्य आ गएर मान्यताप्राप्त भाषा लेल):-
           
           २०००- डॉ. जयकान्त मिश्र (क्लासिकल आ मध्यकालीन साहित्य लेल।)
           २००७- पं. डॉ. शशिनाथ झा (क्लासिकल आ मध्यकालीन साहित्य लेल।)
            पं. श्री उमारमण मिश्र

 साहित्य अकादेमी पुरस्कार- मैथिली


१९६६- यशोधर झा (मिथिला वैभव, दर्शन)
१९६८- यात्री (पत्रहीन नग्न गाछ, पद्य)
१९६९- उपेन्द्रनाथ झा “व्यास” (दू पत्र, उपन्यास)
१९७०- काशीकान्त मिश्र “मधुप” (राधा विरह, महाकाव्य)
१९७१- सुरेन्द्र झा “सुमन” (पयस्विनी, पद्य)
१९७३- ब्रजकिशोर वर्मा “मणिपद्म” (नैका बनिजारा, उपन्यास)
१९७५- गिरीन्द्र मोहन मिश्र (किछु देखल किछु सुनल, संस्मरण)
१९७६- वैद्यनाथ मल्लिक “विधु” (सीतायन, महाकाव्य)
१९७७- राजेश्वर झा (अवहट्ठ: उद्भव ओ विकास, समालोचना)
१९७८- उपेन्द्र ठाकुर “मोहन” (बाजि उठल मुरली, पद्य)
१९७९- तन्त्रनाथ झा (कृष्ण चरित, महाकाव्य)
१९८०- सुधांशु शेखर चौधरी (ई बतहा संसार, उपन्यास)
१९८१- मार्कण्डेय प्रवासी (अगस्त्यायिनी, महाकाव्य)
१९८२- लिली रे (मरीचिका, उपन्यास)
१९८३- चन्द्रनाथ मिश्र “अमर” (मैथिली पत्रकारिताक इतिहास)
१९८४- आरसी प्रसाद सिंह (सूर्यमुखी, पद्य)
१९८५- हरिमोहन झा (जीवन यात्रा, आत्मकथा)
१९८६- सुभद्र झा (नातिक पत्रक उत्तर, निबन्ध)
१९८७- उमानाथ झा (अतीत, कथा)
१९८८- मायानन्द मिश्र (मंत्रपुत्र, उपन्यास)
१९८९- काञ्चीनाथ झा “किरण” (पराशर, महाकाव्य)
१९९०- प्रभास कुमार चौधरी (प्रभासक कथा, कथा)
१९९१- रामदेव झा (पसिझैत पाथर, एकांकी)
१९९२- भीमनाथ झा (विविधा, निबन्ध)
१९९३- गोविन्द झा (सामाक पौती, कथा)
 १९९४- गंगेश गुंजन (उचितवक्ता, कथा)
 १९९५- जयमन्त मिश्र (कविता कुसुमांजलि, पद्य)
 १९९६- राजमोहन झा (आइ काल्हि परसू, कथा संग्रह)
 १९९७- कीर्ति नारायण मिश्र (ध्वस्त होइत शान्तिस्तूप, पद्य)
 १९९८- जीवकान्त (तकै अछि चिड़ै, पद्य)
 १९९९- साकेतानन्द (गणनायक, कथा)
 २०००- रमानन्द रेणु (कतेक रास बात, पद्य)
 २००१- बबुआजी झा “अज्ञात” (प्रतिज्ञा पाण्डव, महाकाव्य)
 २००२- सोमदेव (सहस्रमुखी चौक पर, पद्य)
 २००३- नीरजा रेणु (ऋतम्भरा, कथा)
 २००४- चन्द्रभानु सिंह (शकुन्तला, महाकाव्य)
 २००५- विवेकानन्द ठाकुर (चानन घन गछिया, पद्य)
 २००६- विभूति आनन्द (काठ, कथा)
 २००७- प्रदीप बिहारी (सरोकार, कथा)
 २००८- मत्रेश्वर झा (कतेक डारि पर, आत्मकथा)
 २००९- स्व.मनमोहन झा (गंगापुत्र, कथासंग्रह)
 २०१०-श्रीमति उषाकिरण खान (भामती, उपन्यास)
  
साहित्य अकादेमी मैथिली अनुवाद पुरस्कार
 १९९२- शैलेन्द्र मोहन झा (शरतचन्द्र व्यक्ति आ कलाकार-सुबोधचन्द्र सेन, अंग्रेजी)
 १९९३- गोविन्द झा (नेपाली साहित्यक इतिहास- कुमार प्रधान, अंग्रेजी)
 १९९४- रामदेव झा (सगाइ- राजिन्दर सिंह बेदी, उर्दू)
 १९९५- सुरेन्द्र झा “सुमन” (रवीन्द्र नाटकावली- रवीन्द्रनाथ टैगोर, बांग्ला)
 १९९६- फजलुर रहमान हासमी (अबुलकलाम आजाद- अब्दुलकवी देसनवी, उर्दू)
 १९९७- नवीन चौधरी (माटि मंगल- शिवराम कारंत, कन्नड़)
 १९९८- चन्द्रनाथ मिश्र “अमर” (परशुरामक बीछल बेरायल कथा- राजशेखर बसु, बांग्ला)
 १९९९- मुरारी मधुसूदन ठाकुर (आरोग्य निकेतन- ताराशंकर बंदोपाध्याय, बांग्ला)
 २०००- डॉ. अमरेश पाठक, (तमस- भीष्म साहनी, हिन्दी)
 २००१- सुरेश्वर झा (अन्तरिक्षमे विस्फोट- जयन्त विष्णु नार्लीकर, मराठी)
 २००२- डॉ. प्रबोध नारायण सिंह (पतझड़क स्वर- कुर्तुल ऐन हैदर, उर्दू)
 २००३- उपेन्द दोषी (कथा कहिनी- मनोज दास, उड़िया)
 २००४- डॉ. प्रफुल्ल कुमार सिंह “मौन” (प्रेमचन्द की कहानी-प्रेमचन्द, हिन्दी)
 २००५- डॉ. योगानन्द झा (बिहारक लोककथा- पी.सी.राय चौधरी, अंग्रेजी)
 २००६- राजनन्द झा (कालबेला- समरेश मजुमदार, बांग्ला)
 २००७- अनन्त बिहारी लाल दास “इन्दु” (युद्ध आ योद्धा-अगम सिंह गिरि, नेपाली)
 २००८- ताराकान्त झा (संरचनावाद उत्तर-संरचनावाद एवं प्राच्य काव्यशास्त्र-गोपीचन्द नारंग, उर्दू)
 २००९- भालचन्द्र झा (बीछल बेरायल मराठी एकाँकी-  सम्पादक सुधा जोशी आ रत्नाकर मतकरी, मराठी)
 २०१०- डॉ. नित्यानन्द लाल दास ( "इग्नाइटेड माइण्ड्स" - मैथिलीमे "प्रज्वलित प्रज्ञा"- डॉ.ए.पी.जे. कलाम, अंग्रेजी)

साहित्य अकादेमी मैथिली बाल साहित्य पुरस्कार
२०१०-तारानन्द वियोगीकेँ पोथी "ई भेटल तँ की भेटल"  लेल
२०११- ले.क. मायानाथ झा "जकर नारी चतुर होइ" लेल
प्रबोध सम्मान
 प्रबोध सम्मान 2004- श्रीमति लिली रे (1933- )
 प्रबोध सम्मान 2005- श्री महेन्द्र मलंगिया (1946- )
 प्रबोध सम्मान 2006- श्री गोविन्द झा (1923- )
 प्रबोध सम्मान 2007- श्री मायानन्द मिश्र (1934- )
 प्रबोध सम्मान 2008- श्री मोहन भारद्वाज (1943- )
 प्रबोध सम्मान 2009- श्री राजमोहन झा (1934- )
 प्रबोध सम्मान 2010- श्री जीवकान्त (1936- )
 प्रबोध सम्मान 2011- श्री सोमदेव (1934- )
  
यात्री-चेतना पुरस्कार

 २००० ई.- पं.सुरेन्द्र झा “सुमन”, दरभंगा;
 २००१ ई. - श्री सोमदेव, दरभंगा;
 २००२ ई.- श्री महेन्द्र मलंगिया, मलंगिया;
 २००३ ई.- श्री हंसराज, दरभंगा;
 २००४ ई.- डॉ. श्रीमती शेफालिका वर्मा, पटना;
 २००५ ई.-श्री उदय चन्द्र झा “विनोद”, रहिका, मधुबनी;
 २००६ ई.-श्री गोपालजी झा गोपेश, मेंहथ, मधुबनी;
 २००७ ई.-श्री आनन्द मोहन झा, भारद्वाज, नवानी, मधुबनी;
 २००८ ई.-श्री मंत्रेश्वर झा, लालगंज,मधुबनी
 २००९ ई.-श्री प्रेमशंकर सिंह, जोगियारा, दरभंगा
 २०१० ई.- डॉ. तारानन्द वियोगी, महिषी, सहरसा

कीर्तिनारायण मिश्र साहित्य सम्मान
 २००८ ई. - श्री हरेकृष्ण झा (कविता संग्रह “एना त नहि जे”)
 २००९ ई.-श्री उदय नारायण सिंह “नचिकेता” (नाटक नो एण्ट्री: मा प्रविश)
 २०१० ई.- श्री महाप्रकाश (कविता संग्रह “संग समय के”) 

भारतीय भाषा परिषद, कोलकाता
युवा पुरस्कार (२००९-१०) गौरीनाथ (अनलकांत) केँ मैथिली लेल।

भारतीय भाषा संस्थान (सी.आइ.आइ.एल.) , मैसूर रामलोचन ठाकुर:- अनुवाद लेल भाषा-भारती सम्मान २००३-०४ (सी.आइ.आइ.एल., मैसूर) जा सकै छी, किन्तु किए जाउ- शक्ति चट्टोपाध्यायक बांग्ला कविता-संग्रहक मैथिली अनुवाद लेल प्राप्त।  रमानन्द झा 'रमण':- अनुवाद लेल भाषा-भारती सम्मान २००४-०५ (सी.आइ.आइ.एल., मैसूर) छओ बिगहा आठ कट्ठा- फकीर मोहन सेनापतिक ओड़िया उपन्यासक मैथिली अनुवाद लेल प्राप्त।

विदेह समानान्तर साहित्य अकादेमी पुरस्कार

१.विदेह समानान्तर साहित्य अकादेमी फेलो पुरस्कार २०१०-११ 
२०१० श्री गोविन्द झा (समग्र योगदान लेल)
२०११ श्री रमानन्द रेणु (समग्र योगदान लेल)

२.विदेह समानान्तर साहित्य अकादेमी पुरस्कार २०११-१२ 
२०११ मूल पुरस्कार- श्री जगदीश प्रसाद मण्डल (गामक जिनगी, कथा संग्रह)
२०११ बाल साहित्य पुरस्कार- ले.क. मायानाथ झा (जकर नारी चतुर होइ, कथा संग्रह)
२०११ युवा पुरस्कार- आनन्द कुमार झा (कलह, नाटक)
२०१२ अनुवाद पुरस्कार- श्री रामलोचन ठाकुर- (पद्मा नदीक माझी, बांग्ला- माणिक वन्दोपाध्याय, उपन्यास बांग्लासँ मैथिली अनुवाद)

मंगलवार, 16 अगस्त 2011

पायरेसी सँ त्रस्त मैथिली फिल्म आ संगीत उद्योग ---

किसलय कृष्ण---
ओना त’ विश्वक आन भाषाक फिल्म उद्योग आ संगीत उद्योग सेहो पायरेसी सँ प्रभावित भेल अछि मुदा आन देशक कानून एहि मामला में बेसी प्रभावी अछि , जकर फलस्वरूप ओई देश सभ में पायरेसीक कम-सँ-कम संभावना रहैत अछि | भारतक स्थिति एहि मामला मे हास्यास्पद अछि | कतेक बेर देखबा मे अबैत अछि जे फिल्म रिलीज होइते ओकर अनाधिकृत सीडी बाज़ार मे बिकाय लागैत अछि | पुनः मेमोरी कार्ड , पेन ड्राइव आदि पर अनधिकृत रूप सँ डाउनलाउड कयल जैत अछि ,जाहि सँ उद्योगक स्थिति दिनानुदिन ख़राब भेल जैत अछि |
एहि सन्दर्भ मे मैथिलीक स्थिति बहुत बेसी चिंता जनक अछि | एक त’ मैथिली मे बड्ड परेशानी सँ केओ मैथिली फिल्म निर्माणक जोगार करैत अछि , छोट बाज़ार रहबाक कारणे बजट वापसीक लेल बड्ड मेहनति लागैत अछि एहि भाषाई क्षेत्र मे | ताहि पर पायरेसी घातक सिद्ध भ’ रहल अछि मैथिली फिल्म आ संगीत उद्योग लेल जकर कारण कैकटा महत्वपूर्ण कंपनी सभ मैथिलीक रेकोर्डिंग बंद क’ देने अछि | एहि सन्दर्भ मे फिल्म निर्देशक मुरलीधर सेहो मैथिल बन्धु सँ पायरेसी त्यागबाक आग्रह केलनि अछि | मैथिली फिल्म निर्माण सँ जुडल अमित अविचल आश्चर्य व्यक्त करैत छथि जे नेटवर्किंग साईट सभ पर जे मैथिल बुद्धिजीवी सभ छथि , जे मिथिला विकास लेल आफन तोरैत छैथ सेहो सभ बड्ड निर्दयतापूर्वक यु ट्यूब आ ब्लॉग सभ पर मैथिली गीत आ फिल्म सभकें डाउन लाउड क’ रहल छथि जे ठाढ़ हेबाक प्रयास मे लागल मैथिली मनोरंजन उद्योग कें विकलांगता धरि पहुंचा रहल अछि | टॉप म्यूजिक कं. ‘क मालिक रणधीर मिश्र कहैत छथि जे जखन पढ़ल-लिखल लोक सभ ऐना क’ रहल छथि , त’ अनपढ़ लोक सभ जे मोबाईल आ मेमोरी मे गीतक पायरेसी क’ रहल छथि ,त’ कोण आश्चर्यक गप्प | एहि सन्दर्भ मे भारत सरकारक गृह आ सुचना जनसंपर्क मंत्रालय कें पत्र लिखी हस्तक्षेपक मांग कयल गेल अछि |
निश्चिते समस्त मिथिलावासीक कर्तव्य बनैत अछि जे ओ पायरेसी आ अनाधिकृत डाऊनलोड सँ अपन भाषाक एहि महत्वपूर्ण पक्ष कें बचाबी, अन्यथा ई उद्योग दिनानुदिन निचा मुहें ससरल जायत |

नई दिल्ली |

रविवार, 14 अगस्त 2011

आब ने कियो दहेज मंगइए।

राठी के सभा लगइए,
घर घर हर्षक दीप जरईए,
बेटी बापक मुन हर्ष्ये
आब ने कियो दहेज मंगइए।

बेटी के आब सब पढ्बइए,
धी मे सिया के रूप पबईये ,
रामक सब कामना करईय'
आब ने कियो दहेज मंगयिए।

ई डॉक्टर ते ओ इंजीनियर,
मायक हृदय बर हर्षित होइए ,
बहिन बेटी केर मान बढहिए ,
आब ने कियो दहेज मंगइए।

माथाक पाग आब माथे रहतइ,
अप्पन भाग्य अपनहि से लिखतई ,
जय मिथिला उद्घोष करईए,
आब ने कियो दहेज मंगइए ।

"अमित" क सेहो आब मुन करईछैन्ह,
सभा गाछी दिस कदम बढ़इ छैन ,
आंखिक पट आब सब खोलईये
आब ने कियो दहेज मंगइएI

अमित मोहन झा
ग्राम- भंडारिसम, मनीगाछी, दरभंगा, बिहार, भारत।
नोट..... महाशय एवं महाशया से हमर ई विनम्र निवेदन अछि जे हमर कुनो भी रचना व हमर रचना के कुनो भी अंश के प्रकाशित नहि कैल जाय।

शनिवार, 13 अगस्त 2011


रक्षाबंधन@प्रभात राय भट्ट

जगमें अनमोल अछि भाई बोहिनक प्यार
रक्षाबंधन अछि भाई बोहिनक बड़का त्यौहार
जुग जुग जीवु रन बन सं जीतक आबू
सुख समृधि शांति भैया अबिरल अहां पाबू

जगमें अनमोल अछि भाई बोहिनक प्यार
लौनेछी बोहिन अहांलेल रक्षाबंधनक उपहार  
भेटत कतय बोहिन सन निश्च्छल स्नेहक अनुराग
बिचरण करय जगमें बोहिनक निस्वार्थ प्रेमक प्राग

जगमें अनमोल अछि भाई बोहिनक प्यार भैया
सैद्खन पावि हम अहींक प्रगाढ़ प्रेमक दुलार भैया
मुह मिठाई  माथ फाग सोभैय ललाट पैर चन्दन 
बिसरब  नै बोहिन  केर भैया बन्हैछी रक्षाबंधन 


रचनाकार:-प्रभात राय भट्ट

मंगलवार, 9 अगस्त 2011


बम बम महादेव@प्रभात राय भट्ट

बोलू यौ भैया बोल बम
बोलू ए बहिना बोल बम
मन सं बोलू बोल बम
तन सं बोलू बोल बम
सैद्खन बोलू बोल बम
बम बम महादेव बम बम बम २

बाबा रहैय भुत पिशाचक संग
बजैय डमरू आर मृदंग
पिबैय घोईर घोईर भंग
रहैय बाबा सैद्खन मतंग
नचैय भुत बैतालक संग
बम बम महादेव बम बम बम  २

गलामें बाबा केर सर्पक हार
छोडैय नाग फुफकार 
खोलू न बैद्नाथ अपन केबार 
भक्त आएल अहांक द्वार
करू न  दानी हमरो उधार
बम बम महादेव बम बम बम २

सभक नाथ बाबा पशुपतिनाथ
हमरा केने छि किये अनाथ
कल्पी कल्पी विनती करैछी जोड़ी हाथ
दर्शन दिय मोर दुखियाके हे जलेस्वरनाथ
शरणमें आएल छि अहिंके हे कप्लेस्वरनाथ
बम बम महादेव बम बम बम २

रचनाकार:-प्रभात राय भट्ट

मंगलवार, 2 अगस्त 2011

हम बजैतछि मैथिलि@प्रभात राय भट्ट

माथमें किछु घुसए नै
बात किछु बुझय नै
मुदा झुठमुठमें
या या यप यप करैत जाईछी
हम बजैतछि मैथिलि
अहां इंग्लिश किये बतियईतछि
मिथिला अछि एकटा
सुन्दर दुलहिन
मथिली भाषा अछि
एकर माथक बिंदी
हम बजैतछि मैथिलि 
अहां बजैछी किये हिंदी
माएक बोली अहां गेलौं बिसरी
आनक भाषा  लगैय मिसरी
अहां भेलौं केहन परचट
आनक भाषा बजैतछी फटाफट
हम बजैतछी मैथिलि
अहां नेपाली किये बतियाईत्छी
माएक बोली तित लगैय
आनक भाषा मीठ लगैय
मिथिलाक जन जन छि मैथिल 
भारत बसु चाहे नेपालमें रही
सैद्खन अपन माएक बोली 
मैथिलि भाषाक समान करी  
रचनाकार:-प्रभात राय भट्ट