मनोजवं मारूत तुल्य वेगं , जितेन्द्रीयं बुद्धिमतां बरिष्ठं ।
वातात्मजं वानरयुथ मुख्यं , श्रीरामदुतं शरणं प्रपद्ये ।।
।। हनुमान भजन ।।
हे शंकर सुवन वीर हनुमान ,
हरू संकट प्रभु हे दयानिधान।
हरू संकट प्रभु हे दयानिधान -- 3
हे शंकर सुवन वीर .................।।
अहाँ अंजनी नैनक तारा छी ,
प्रभु जनकसुता कें दुलारा छी।
छथि हृदय विराजीत सीताराम ,
हरू संकट प्रभु हे दयानिधान ।।
हे शंकर सुवन वीर .............।।
हे संकटमोचन पवन कुमार ,
देखु विपदा में अछि आई संसार ।
करू दुष्टक नाश हे वीर बलवान ,
हरू संकट प्रभु हे दयानिधान ।।
हे शंकर सुवन वीर ..............।।
हम घोर विपत्ति में छी डुबल ,
अहाँ जाय कतय प्रभु छी सुतल ।
छी अतुलितबल कें अहाँ बलधाम ,
हरू संकट प्रभु हे दयानिधान ।।
हे शंकर सुवन वीर ................।।
हे रघुवर पद प्रभु अनुगामी ,
छी शरण अहाँ कें हम स्वामी ।
करू " माधव " कें प्रभु भव सँ त्राण ,
हरू संकट प्रभु हे दयानिधान ।।
हे शंकर सुवन वीर ..............।।
------ गीतकार दिनेश झा " माधव "
सझुआर , बेनीपुर , दरभंगा , मिथिला
8369384585
वातात्मजं वानरयुथ मुख्यं , श्रीरामदुतं शरणं प्रपद्ये ।।
।। हनुमान भजन ।।
हे शंकर सुवन वीर हनुमान ,
हरू संकट प्रभु हे दयानिधान।
हरू संकट प्रभु हे दयानिधान -- 3
हे शंकर सुवन वीर .................।।
अहाँ अंजनी नैनक तारा छी ,
प्रभु जनकसुता कें दुलारा छी।
छथि हृदय विराजीत सीताराम ,
हरू संकट प्रभु हे दयानिधान ।।
हे शंकर सुवन वीर .............।।
हे संकटमोचन पवन कुमार ,
देखु विपदा में अछि आई संसार ।
करू दुष्टक नाश हे वीर बलवान ,
हरू संकट प्रभु हे दयानिधान ।।
हे शंकर सुवन वीर ..............।।
हम घोर विपत्ति में छी डुबल ,
अहाँ जाय कतय प्रभु छी सुतल ।
छी अतुलितबल कें अहाँ बलधाम ,
हरू संकट प्रभु हे दयानिधान ।।
हे शंकर सुवन वीर ................।।
हे रघुवर पद प्रभु अनुगामी ,
छी शरण अहाँ कें हम स्वामी ।
करू " माधव " कें प्रभु भव सँ त्राण ,
हरू संकट प्रभु हे दयानिधान ।।
हे शंकर सुवन वीर ..............।।
------ गीतकार दिनेश झा " माधव "
सझुआर , बेनीपुर , दरभंगा , मिथिला
8369384585
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