dahej mukt mithila

(एकमात्र संकल्‍प ध्‍यान मे-मिथिला राज्‍य हो संविधान मे) अप्पन गाम घरक ढंग ,अप्पन रहन - सहन के संग,अप्पन गाम-अप्पन बात में अपनेक सब के स्वागत अछि!अपन गाम -अपन घरअप्पन ज्ञान आ अप्पन संस्कारक सँग किछु कहबाक एकटा छोटछिन प्रयास अछि! हरेक मिथिला वाशी ईहा कहैत अछि... छी मैथिल मिथिला करे शंतान, जत्य रही ओ छी मिथिले धाम, याद रखु बस अप्पन गाम - अप्पन बात ,अप्पन मान " जय मैथिल जय मिथिला धाम" "स्वर्ग सं सुन्दर अपन गाम" E-mail: apangaamghar@gmail.com,madankumarthakur@gmail.com mo-9312460150

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शुक्रवार, 9 दिसंबर 2011

ग़ज़ल

सजनी की रूप त कमाल भऽ गेलै
गामक सब छौड़ा भेहाल भऽ गेलै

देखलों जे अहाँक मुसकी सजन
अन्हारियो राति मs इजोर भऽ गेलै

छौड़ा त अपने जवानी मs मगन
बुढबो सब अ
नसम्हार भऽ गेलै

चलली जखन ओ ओढ़नी उड़ाए
सबके त जड़िया बोखार
भऽ गेलै

देखलक सुनील जे गामक हाल
पुछू नै हुनकर की हाल
भऽ गेलै








2 टिप्‍पणियां:

रविकर ने कहा…

बहुत खूबसूरत प्रस्तुति |
बधाई स्वीकारें ||

सागर ने कहा…

behtreen...