dahej mukt mithila

(एकमात्र संकल्‍प ध्‍यान मे-मिथिला राज्‍य हो संविधान मे) अप्पन गाम घरक ढंग ,अप्पन रहन - सहन के संग,अप्पन गाम-अप्पन बात में अपनेक सब के स्वागत अछि!अपन गाम -अपन घरअप्पन ज्ञान आ अप्पन संस्कारक सँग किछु कहबाक एकटा छोटछिन प्रयास अछि! हरेक मिथिला वाशी ईहा कहैत अछि... छी मैथिल मिथिला करे शंतान, जत्य रही ओ छी मिथिले धाम, याद रखु बस अप्पन गाम - अप्पन बात ,अप्पन मान " जय मैथिल जय मिथिला धाम" "स्वर्ग सं सुन्दर अपन गाम" E-mail: apangaamghar@gmail.com,madankumarthakur@gmail.com mo-9312460150

रविवार, 12 जुलाई 2015

कास हम आहांक दिवाना रैहतौं

मोन परैया आहांक नसीली अखि ,
                आहांक रसीली होंट,
                 आहांक ई मुस्कान ,
 कास हम आहांक दिवाना रैहतौं  !

याद आबैया आहांक कोयल सन आवाज,
                   आहांक हिरनी सन चाईल ,
                   आहांक पतली कमर ,
 कास हम आहांक दिवाना रैहतौं  !

नजर आबैया आहांक नाकक नथुनियां ,
                    आहांक पैरक पैजुनियां ,
                    आहांक हाथक चुरी ,
कास हम आहांक दिवाना रैहतौं

राइत राइत भइर आबैं छी अहीं सपना मे ,
नींद नहिं होइया आब हमरा अंगना में ,
आहॉ ई किया नहि बुझलियै जे
कास हम आहांक दिवाना रैहतौं

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