दहेज़ मुक्त मिथिला
जन - जन के अबैत अछि आबाज ,
दहेज़ मिटाओ यो मिथिला के राज |
गुजराल बुढ पूरानक बात ,
नव युवक रखैया आई अपन आगाज ||
दहेज़ मुक्त मिथिला बनाऊ आब -
जुग बितल आयल नव जमाना ,
संस्कृति बचाऊ सब मारैया ताना |
कोट - कचहरी वियाह करैया ,
कन्यादान के आब बुझैया ||
नव युवक मंगैया आब अपन जबाब
दहेज़ मुक्त मिथिला बनाऊ आब -
अहिना चलत ज ई जोड़ - जमाना ,
की - की नै करत नव युबक अपन बहाना |
बात मानू सब खाऊ मिल किरियो ,
बेटा - बेटी में लेब नै दू टा कोरियो ||
नब युवक के देखू आयल राज
दहेज़ मुक्त मिथिला बनाऊ आब -
गाम - गाम में रह्त ई शान ,
बेटा नै बेचीलैथी छैथि निक इंशान |
दोसरक घर के भीख ज़ोउ मांगब ,
भीख मांगा के नाम से जानब ||
नव युबक बात पर राखु आब नाज
दहेज़ मुक्त मिथिला बनाऊ आब -
छी परदेशी या कउनु सहरी ,
सुनू पुकार आई मिथिला के |
जों संस्कृति छोरी गेला ओ ,
संतान कहओता ओ दोगला के |
नव युबक बात के नै मनाब खाराप
दहेज़ मुक्त मिथिला बनाऊ आब -
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें