।। झूला रास गीत ।।
मधुवन मधुर मुरलिया बाजे , रसिया रास रचाबे ना ।
हे रसिया रास रचाबे ना हे रसिया रास रचाबे ना ।।
मधुवन मधुर मुरलिया बाजे .........।।
कदम्ब डारि पर , कंचन झुला
राधा ललिता. सँग ब्रजबाला
झुलत कृष्ण सवरिया ना ,
हे सखिया बंशी बजैया ना ।
मधुवन मधुर मुरलिया बाजे ............।।
साओन मास केर , पावन बेला ।
वृन्दावन बिच , लागल ई मेला ।
नाचत गोप गोपिया ना ,
हे सखिया नटवर छलिया ना ।
मधुवन मधुर मुरलिया बाजे...........।।
ब्रजमण्डल केर , महिमा भारी ।
गिरधर सँग नाचे भोले भंडारी ।
रचाओल रास रचैया ना ,
हे सखिया मोहन मुररिया ना ।
मधुवन मधुर मुरलिया बाजे ..........।।
भाव भक्ति जे , मगन मन गाबै ।
सकल मनोरथ , सिद्धि वो पाबै ।
लिखलनि "माधव" कजरिया ना
हे सखिया माधव कजरिया ना ।।
मधुवन मधुर मुरलिया बाजे .........।।
- गीतकार दिनेश झा " माधव "
सझुआर , बेनीपुर , दरभंगा , मिथिला
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें