dahej mukt mithila

(एकमात्र संकल्‍प ध्‍यान मे-मिथिला राज्‍य हो संविधान मे) अप्पन गाम घरक ढंग ,अप्पन रहन - सहन के संग,अप्पन गाम-अप्पन बात में अपनेक सब के स्वागत अछि!अपन गाम -अपन घरअप्पन ज्ञान आ अप्पन संस्कारक सँग किछु कहबाक एकटा छोटछिन प्रयास अछि! हरेक मिथिला वाशी ईहा कहैत अछि... छी मैथिल मिथिला करे शंतान, जत्य रही ओ छी मिथिले धाम, याद रखु बस अप्पन गाम - अप्पन बात ,अप्पन मान " जय मैथिल जय मिथिला धाम" "स्वर्ग सं सुन्दर अपन गाम" E-mail: apangaamghar@gmail.com,madankumarthakur@gmail.com mo-9312460150

मंगलवार, 24 सितंबर 2013

मिथिला राज्य को बनाना है


 जोड़ लगाकर मिथिला राज्य को

          बनाना है साथियों

जोड़ लगाकर मिथिला राज्य को बनाना है साथियों
खींच कर आकाश धरती पर झुकना है साथियों

चीर सीना पर्वतों का गंगा बहाना है साथियो


इतना जोड़ लगाओ कि कांप उठे दश दिशायें एक ही हुंकार से
इतना विश्वास दिला दो लोगो को जो जुड़ जाएँ आप से !
  चल पड़ो तो कोई अड़चन राह में आए नही

   अड़चनों को राह से हटना सिखा दो साथियों


                             कामयाबी ख़ुद-ब-ख़ुद चल कर आता नही अपने आप से

                          कारवाँ इतनी बड़ी बनाओ कि मंज़िल मिलें आसान से



                            मंज़िल अपना मिथिला राज्य को बनाना है साथियों !

                                          भेद-भाव को दूर भगाकर सद्-भाव फैलानी है साथियों
                                             भाव ये जन-जन के मन में जगानि है साथियो




                                                तोड़ कर इस जाति भाषा धर्म की ज़ंजीर को
                                                   मानवता को धर्म अपना बनाना है साथियों
                                                              मंज़िल अपना मिथिला राज्य को बनाना है साथियों !

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