dahej mukt mithila

(एकमात्र संकल्‍प ध्‍यान मे-मिथिला राज्‍य हो संविधान मे) अप्पन गाम घरक ढंग ,अप्पन रहन - सहन के संग,अप्पन गाम-अप्पन बात में अपनेक सब के स्वागत अछि!अपन गाम -अपन घरअप्पन ज्ञान आ अप्पन संस्कारक सँग किछु कहबाक एकटा छोटछिन प्रयास अछि! हरेक मिथिला वाशी ईहा कहैत अछि... छी मैथिल मिथिला करे शंतान, जत्य रही ओ छी मिथिले धाम, याद रखु बस अप्पन गाम - अप्पन बात ,अप्पन मान " जय मैथिल जय मिथिला धाम" "स्वर्ग सं सुन्दर अपन गाम" E-mail: apangaamghar@gmail.com,madankumarthakur@gmail.com mo-9312460150

शनिवार, 13 अगस्त 2011


रक्षाबंधन@प्रभात राय भट्ट

जगमें अनमोल अछि भाई बोहिनक प्यार
रक्षाबंधन अछि भाई बोहिनक बड़का त्यौहार
जुग जुग जीवु रन बन सं जीतक आबू
सुख समृधि शांति भैया अबिरल अहां पाबू

जगमें अनमोल अछि भाई बोहिनक प्यार
लौनेछी बोहिन अहांलेल रक्षाबंधनक उपहार  
भेटत कतय बोहिन सन निश्च्छल स्नेहक अनुराग
बिचरण करय जगमें बोहिनक निस्वार्थ प्रेमक प्राग

जगमें अनमोल अछि भाई बोहिनक प्यार भैया
सैद्खन पावि हम अहींक प्रगाढ़ प्रेमक दुलार भैया
मुह मिठाई  माथ फाग सोभैय ललाट पैर चन्दन 
बिसरब  नै बोहिन  केर भैया बन्हैछी रक्षाबंधन 


रचनाकार:-प्रभात राय भट्ट

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