dahej mukt mithila

(एकमात्र संकल्‍प ध्‍यान मे-मिथिला राज्‍य हो संविधान मे) अप्पन गाम घरक ढंग ,अप्पन रहन - सहन के संग,अप्पन गाम-अप्पन बात में अपनेक सब के स्वागत अछि!अपन गाम -अपन घरअप्पन ज्ञान आ अप्पन संस्कारक सँग किछु कहबाक एकटा छोटछिन प्रयास अछि! हरेक मिथिला वाशी ईहा कहैत अछि... छी मैथिल मिथिला करे शंतान, जत्य रही ओ छी मिथिले धाम, याद रखु बस अप्पन गाम - अप्पन बात ,अप्पन मान " जय मैथिल जय मिथिला धाम" "स्वर्ग सं सुन्दर अपन गाम" E-mail: apangaamghar@gmail.com,madankumarthakur@gmail.com mo-9312460150

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गुरुवार, 19 मार्च 2015

अन्तर्राष्ट्रीय मैथिली कवि सम्मेल्लन

 अन्तर्राष्ट्रीय मैथिली कवि सम्मेल्लनक संभावित प्रतिनिधि लोकनिक सूची निम्न अछि, अधिकांश लोक सहभागिताक पुष्टि कएलनि अछि। सबहक प्रति अग्रिमे आभार सहित - जिनकर किनको नाम छूटल हो ओ कृपया अपन नाम शीघ्रातिशीघ्र एहि सूची मे जोड़ी:


१. विमल जी मिश्र, दिल्ली
२. अरविन्द मिश्र 'निरज', सहरसा
३. निक्की प्रियदर्शिनी, मुंगेर

४. पंकज कुमार, भागलपुर
५. श्वेता भारती, बाँका
६. श्वाती शाकम्भरी, सहरसा
७. श्यामल सुमन, जमशेदपुर
८. सियाराम सरस, राँची
९. दीपनारायण विद्यार्थी, मधुबनी
१०. कमल मोहन चुन्नू, पटना
११. परमेश्वर कापड़ि, जनकपुर
१२. करुणा झा, राजविराज
१३. किसलय कृष्ण, सहरसा
१४. कन्दर्प नारायण लाल, भद्रपुर
१५. दयानन्द दिकपाल यदुवंशी, बुद्धनगरा
१६. कर्ण संजय, विराटनगर
१७. डा. राजेन्द्र विमल, जनकपुर
१८. साधना झा, राजविराज
१९. श्याम सुन्दर यादव 'पथिक', राजविराज
२०. विद्यानन्द वेदर्दी, राजविराज
२१. अजित झा, विराटनगर
२२. प्रीति झा, विराटनगर
२३. वसुन्धरा झा, विराटनगर
२४. सुभाषचन्द्र झा, सहरसा
२५. मणिकान्त झा, दरभंगा
२६. अजित आजाद, मधुबनी
२७. दिलीप झा, मधुबनी
२८. सतीश साजन, मधुबनी
२९. अशोक मेहता, दरभंगा
३०. शिव कुमार झा 'टिल्लू', जमशेदपुर
३१. अमित मिश्र, समस्तीपुर
३२. चंदनकुमार झा, कोलकाता
३३. राजीव रंजन मिश्र, कोलकाता
३४. रूपेश त्योथ, कोलकाता
३५. भास्करानन्द झा भास्कर, कोलकाता
३६. उमाकान्त झा 'बक्शी', कोलकाता
३७. पवन झा 'अग्निवाण', कोलकाता
३८. सुरेन्द्र नाथ, पुर्णिया
३९. उदय शंकर मिश्र, दरभंगा
४०. गिरिन्द्रनाथ, पुर्णिया
४१. बासु मित्र, पुर्णिया
४२. चिन्मयानन्द सिंह, पुर्णिया
४३. आलोक आनन्द, पुर्णिया
४४. प्रवीण झा, अररिया
४५. अमित आनन्द, सहरसा
४६. कुमार आशीष, सहरसा
४७. भोगेन्द्र शर्मा 'निर्मल', सहरसा
४८. कन्हैयाजी, सहरसा
४९. अरविन्द ठाकुर, सुपौल
५०. मनीष झा बौआभाइ, दिल्ली
५१. कौशल कुमार, दिल्ली
५२. अनिल झा, कानपुर
५३. अमित झा, कानपुर
५४. रवि नाथ मिश्र, कानपुर
५५. शिव नारायण पण्डित 'सिंगल', विराटनगर
५६. सच्चिदानन्द मिश्र, विराटनगर
५७. धीरज वर्मा, विराटनगर
५८. राम नारायण सुधाकर, विराटनगर
५९. अनमोल झा, कोलकाता
६०. गणेश मैथिल, गुवाहाटी
६१. प्रभात ठाकुर, सिलीगुड़ी
६२. धीरेन्द्र प्रेमर्षि, काठमांडु
६३. सुनील मल्लिक, जनकपुर
६४. निराजन झा, काठमांडु
६५. नवीन कर्ण, विराटनगर
६६. वरुण मिश्र, जोगबनी
६७. जितेन्द्र ठाकुर, विराटनगर
६८. श्याम सुतिहार, विराटनगर
६९. भगवान् झा, विराटनगर
७०. वन्दना चौधरी, विराटनगर
७१. प्रवीण नारायण चौधरी, विराटनगर
७२. मीना ठाकुर, राजविराज
७३. देवेन्द्र मिश्र, राजविराज
७४. शुभचन्द्र झा, राजविराज
७५. आसिन मियाँ, राजविराज
७६. मैथिल सदरे गौहर, जयनगर
७७. कुन्दन कुमार कर्ण, काठमांडु
७८. नारायण मधुशाला, काठमांडु
७९. मुखीलाल चौधरी, बुटवल
८०. विष्णु मंडल, राजविराज
८१. जितेन्द्र झा जितु, राजविराज
८२. पंकज झा, राजविराज
८३. राकेश झा, लहान
८४. मनीष झा बौआभाइ, दिल्ली
८५. विजय झा, दिल्ली
८६. हेमन्त झा, दिल्ली
८७. अमर नाथ झा, दिल्ली
८८. संजीव सिन्हा, दिल्ली
८९. अमलेश झा, जमशेदपुर
९०. अभिमन्यु खाँ, बनगाँव
९१. सुमन समाज, बनगाँव
९२. विजय महापात्रा, बनगाँव
९३. दिलीप कुमार झा, महिषी
९४. कुन्दन मिश्रा, महिषी
९५. सुनील कुमार मल्लिक, जनकपुर
९६. विजय दत्त मणि, जनकपुर
९७. काशीकान्त झा, जनकपुर
९८. प्रेम विदेह ललन, जनकपुर
९९. सुनील कुमार झा, सोनबरसा, सहरसा
१००. एस. सी. सुमन, काठमांडु
१०१. रमेश रंजन झा, काठमांडु

सूची बनब जारी रहत.......................

मंगलवार, 3 मार्च 2015

दहेज मुक्त मिथिलाक चारि वर्ष पूरा: ३ मार्च - २०१५

दहेज मुक्त मिथिलाक चारि वर्ष पूरा: ३ मार्च - २०१५

   फेसबुक सँ शुरु कैल अभियान, धरातल पर उतरि बढेलक मिथिलाक शान, कहियो हिन्दुस्तानक फ्रंट पेज पर लिखेलक अपन नाम आ देलक एकटा नवज्योतिक किरणक आभान - आइ पूरा केलक यात्राक चारिम वर्ष आ लऽ रहल अछि पुन: नव संकल्प। 
चारिम वर्ष मे पूरा कैल गेल:
*स्मारिका केर प्रकाशन
*मैथिली महायात्रा केर प्रारंभ
*मुंबई मिथिला महोत्सव
सौराठ मे विमोचित 'दहेज मुक्त मिथिला' केर स्मारिका राजविराज, सहरसा, कोलकाता, कानपुर, दिल्ली, जमशेदपुर - सब ठाम अलग-अलग विमोचन आ आवश्यक अभियान-प्रचार-प्रसार आ आम अपील जे 'माँगरूपी दहेज नहिये ली - नहिये दी, बरु समान रूप सँ शिक्षा दियबैत बेटा आ बेटी सबकेँ आत्मनिर्भर बनाबी। मैथिल लेल एकमात्र आसरा विद्याधनं-सर्वधनंप्रधानम् केर सूत्र अपनाबी।' कहैत अभियान भारत व नेपालक चहुँदिशि अपन आवाज बुलंद कयलक।
    मैथिली महायात्राक शुभारंभ साईंधाम, दिल्ली सँ कैल गेल जेकर मूल उद्देश्य मिथिलाक बिखरल मोती (विभिन्न गणनीय व्यक्तित्व) केर परिचय समेटैत डायरेक्ट्रीक प्रकाशन करब अछि। अही मार्च केर आखिर तक प्रथम भाग डायरेक्ट्रीक प्रकाशन कैल जयबाक अछि। एखन धरि यात्रा दिल्ली, कोलकाता, राजविराज, सहरसा, कानपुर आ जमशेदपुर मे कैल गेल अछि। एकर अतिरिक्त जानकारी आरो-आरो ठाम सँ इमेल द्वारा प्राप्त भऽ रहल अछि। उपलब्ध तथ्यांक मुताबिक प्रथम भाग डायरेक्ट्री बहुत जल्दिये सबहक सोझाँ रहत।
  मुंबई - दहेज मुक्त मिथिला द्वारा भव्य 'मिथिला महोत्सव' - केर आयोजन कैल गेल। विभिन्न दहेज मुक्त विवाह कयनिहार केँ सम्मानित कैल गेल। दहेजक प्रकोप सँ जरि रहल समाजक विभिन्न रूप पर मिथिलाक अनेको प्रसिद्ध गायक एवं कलाकार द्वारा स्वैच्छिक प्रस्तुति देल गेल छल। संगहि विभिन्न गणमान्य नेतृत्वकर्ता आ विद्वान् तथा साहित्यकार लोकनि द्वारा एहि दिशा मे चिन्तन कैल गेल छल जे कोना हमरा लोकनि मिथिलाक बिगड़ैत स्वरूप केँ पुन: गरिमामय बना सकब।
      विदित हो जे 'दहेज मुक्त मिथिला' अपन प्रतिनिधित्व लगभग समस्त महत्त्वपूर्ण कार्यक्रम मे करैत आबि रहल अछि आ स्वैच्छिक-स्वयंसेवा सँ मिथिलाक सेवा मे लागल एहि संस्थाक सदस्य सब धन्यवादक पात्र छथि।
      पाँचम वर्ष लेल 'शिकायत केन्द्र' केर स्थापनाक लक्ष्य लेल जा रहल अछि। जेकर लक्ष्य अछि: कोनो पीड़ित पक्ष बिना कोनो प्रकारक पूर्वाग्रह रखने - बिना कोनो सेल्फ-फेब्रिकेटेड स्टोरी (मनगढंत कहानी) बनेने विवाह पूर्व 'माँगल गेल दहेज'क आ कथा-वार्ता कोना शुरुआत केलहुँ, कोन स्तरक वरक इच्छा/माँग अहाँक छल, के मध्यस्थकर्ता छलाह, कथा-वार्ता मिलेबाक लेल कि सब शर्त राखल गेल, पैसा-कौड़ी या गर-गहना आ वर-वरियातीक स्वागतार्थ तथा बियाह-विदाई लेल खर्च करबाक लेल माँग कि सब कैल गेल, अहाँक स्वेच्छापूर्ण खर्च सँ बेसी कि सब जबरदस्ती लादबाक कूचेष्टा भेल, आदि समस्त व्योरा उपलब्ध कराउ, दहेज मुक्त मिथिला समुचित मध्यस्थकर्ताक भूमिका निर्वाह कय सकैत अछि।
एहि संस्थाक सदस्यता लेल सब कियो स्वतंत्र छी। अपन-अपन इलाका मे एहि अभियान केर प्रचार-प्रसार एकमात्र कार्यक्रमक क्रियान्वयन अछि।
एहि संस्थाक आधिकारिक फेसबुक ग्रुप-पेज एहि लिंक पर अछि, कृपया सदस्यता ग्रहण करी एहि ठाम ज्वाइन करैत:

संपर्क लेल: इमेल पठाबी - dmmithila@yahoo.com
सधन्यवाद,
प्रवीण नारायण चौधरी
अन्तर्राष्ट्रीय संयोजक
दहेज मुक्त मिथिला।

दहेज मुक्त मिथिलाक पाँचम वर्ष केर लक्ष्य

दहेज मुक्त मिथिलाक पाँचम वर्ष केर लक्ष्य
शिकायत केन्द्र केर स्थापना  विषय पर विचार आमंत्रित

भूमिका:
मार्च ३ तारीख दहेज मुक्त मिथिलाक चारिम वर्ष पूरा होमय जा रहल अछि। एहि बीच ई अभियान अपन तीन वर्ष पूरा करबाक यात्रा वृतान्तक संग जगह-जगह समाज बीच पहुँचल अछि, कतेको ठाम पहुँचय लेल बाकिये अछि। हर समाज संग सहकार्य मे एक विशेष बातक जिक्र होइत देखलहुँ जे विवाह हेतु वर व कन्या पक्ष बीच मध्यस्थकर्ताक भूमिका मे सेहो ई संस्था काज करय। कोनो पक्षक शिकायत पर सुनबाई करय। आवश्यक हो तऽ कानूनी कार्रबाई सेहो चलाबय। तखनहि एहि अभियानक समुचित प्रभाव जमीन पर नजरि आयत।
लक्ष्य-विवरण:
कोनो पीड़ित पक्ष बिना कोनो प्रकारक पूर्वाग्रह रखने - बिना कोनो सेल्फ-फेब्रिकेटेड स्टोरी (मनगढंत कहानी) बनेने विवाह पूर्व 'माँगल गेल दहेज'क आ कथा-वार्ता कोना शुरुआत केलहुँ, कोन स्तरक वरक इच्छा/माँग अहाँक छल, के मध्यस्थकर्ता छलाह, कथा-वार्ता मिलेबाक लेल कि सब शर्त राखल गेल, पैसा-कौड़ी या गर-गहना आ वर-वरियातीक स्वागतार्थ तथा बियाह-विदाई लेल खर्च करबाक लेल माँग कि सब कैल गेल, अहाँक स्वेच्छापूर्ण खर्च सँ बेसी कि सब जबरदस्ती लादबाक कूचेष्टा भेल, आदि समस्त व्योरा उपलब्ध कराउ, दहेज मुक्त मिथिला समुचित मध्यस्थकर्ताक भूमिका निर्वाह कय सकैत अछि।
सुझाव आमंत्रित:
दहेज मुक्त मिथिला सँ जुड़ल हरेक सदस्य सँ निवेदन जे एहि विन्दु पर अपन विचार प्रकट करैथ।
निवेदक:
प्रवीण ना. चौधरी
अन्तर्राष्ट्रीय संयोजक,
दहेज मुक्त मिथिला
पंजीकृत कार्यालय:
ई-७५, सोम बाजार,
नन्हे पार्क, उत्तम नगर,
नई दिल्ली - ५९.

सोमवार, 2 मार्च 2015

मिथिला भसीआइए गेल तॅ ओकरा की?

   रकार तॅ पटना आ दिल्ली सचिवालय मे बिजलीक पंखा , चिल्ड एसी रूम आ स्प्रिंगदार सोफाक बीच सुतल अछि , मिथिला भसीआइए गेल तॅ ओकरा की ? कोसी सर्वनासे करैइए तॅ ओकरा की ? मैथिल भीखमंग भ अपन मैट - पैन छोइर, अपन सभ्यता ओ संस्कृति के तिलांजलि दॅ दिल्ली कलकत्ता बम्बई मे कहुना लात जुत्ता खा कहुना अपन गुजर बसर करैइए तॅ ओकरा की ? ओकरा लेखें धइन सॅन।


ओ तॅ इंडिया के फॉरेन पॉलिसी मे व्यस्त अछि। भीतरसॅ मिथिला खुकख् भ रहल अछि , लौक  कनि रहल अछि।
मुदा ओ तॅ काला धन वापसी के नाम पर पूजी पगहा बला सब के जीहजूरी मे अपसीयाँत अछि।
कि मैथिल आबो ने जागॅब ? कहिया सजग बनब अपन अधिकार लेल ?
स्वतंत्रता प्राप्तिक ५० बरखक बाद कीयो भीखक दान बुइझ मैथिली भाषा के अस्टम सूचि मे जगह दॅ देलक तॅ भेट गेल शांती ? भेट गेल संतुष्टि? 

   यद्यपि मिथिलाक इ हालत किएक से सब जनैत अछि। हमहू ..अहूँ .. नेता ..जनतों..
तैइयो मैथिल अपन दारिद्रकें सोनाक पानि चरहौल डिब्‍बा मे बंद कॅ के बिहारक प्रदर्शनिक सोकेस मे सज्बैत अछि।
खेत पथार , सभ्यता - संस्कार के डाहि कहुना अपन अस्तित्व लेल संघर्षरत छैथ.....
फाटल चिटल केथरी जोइर आ ओहि पर सुतबाक क्रम पर आब् आर कतेक दिन गुजर हेतैख ??
कि स्वर्ग सॅ सुन्दर मिथिलाधाम के स्वप्न स्वप्ने टा रहि जेतै ?