यो बाबु करब नै,
हम नेतागिरी रोजगार --
लोग कहैत अछि--
ई छी मतलबी दुनियां ,
कम काज पर नै कोनो विचार
लुट - माइर में सब से आगू ,
अपना के कहैत अछि होशियार
यो बाबु करब नै ,
हम नेतागिरी रोजगार --
अपन जिनगी के शर्थक बुझायथ
गरीब जिनगी के नै कोनो उपचार ,
भोट मंगैय लेल दउर - दउर आबैथी
आ काज परलैन त नै कोनो सरोकार ,
यो बाबु करब नै ,
हम नेतागिरी रोजगार --
खन दरिभंगा खन मधुबनी
सब दिन भागैथी बिधान सभा के द्वार ,
खेती - बारी के देखैत अछि ,
जोन- हरवाह के कतेक उपकार
यो बाबु करब नै ,
हम नेतागिरी रोजगार --
रेडियो टी वी सब दिन कहिया
नेता लोकिन नै केलेन परोपकार ,
अपन पेटक रोजी - रोटी लै
हरदम उठेलैन अपन ललकार ,
यो बाबु करब नै ,
हम नेतागिरी रोजगार --
लेखक --
मदन कुमार ठाकुर
पट्टीटोल , भैरब स्थान ,
झंझारपुर , मधुबनी , बिहार
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