dahej mukt mithila

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सोमवार, 26 फ़रवरी 2018

प्रियतम जुनि करू आब विलासे ।। रचयिता - रेवती रमण झा "रमण"

            || प्रियतम जुनि करू आब विलासे ||
                                 

प्रियतम  जुनि   करु   आब  विलासे
दीप-शिखा शशि ज्योति मलिन भेल
भानु प्रभा छथि पासे ।।  प्रियतम....

संगक  सखी   अवगत   रति  भेदहुँ
  करत           हास्य      -   परिहासे ।
  गत   रस   गंध    अंग   सब   झामर
   अरुणिम अधर उदासे ।। प्रियतम....

सगर   रैन   चैन    चित   पल   नई
वासर           धरु         सबकासे ।
पाओल      सुखद    समागम  वेला
की रवि राहु गरासे ।।  प्रियतम......

"रमण" सुमन अलि बचन श्रवण करु
   नइ      पुनि       उचित       दिलासे ।
   तृषित   मनोज  तृप्त  भय    लज्जित
     भेल चित निरस कपासे ।।  प्रियतम....

रचयिता
रेवती रमण झा"रमण"


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