dahej mukt mithila

(एकमात्र संकल्‍प ध्‍यान मे-मिथिला राज्‍य हो संविधान मे) अप्पन गाम घरक ढंग ,अप्पन रहन - सहन के संग,अप्पन गाम-अप्पन बात में अपनेक सब के स्वागत अछि!अपन गाम -अपन घरअप्पन ज्ञान आ अप्पन संस्कारक सँग किछु कहबाक एकटा छोटछिन प्रयास अछि! हरेक मिथिला वाशी ईहा कहैत अछि... छी मैथिल मिथिला करे शंतान, जत्य रही ओ छी मिथिले धाम, याद रखु बस अप्पन गाम - अप्पन बात ,अप्पन मान " जय मैथिल जय मिथिला धाम" "स्वर्ग सं सुन्दर अपन गाम" E-mail: apangaamghar@gmail.com,madankumarthakur@gmail.com mo-9312460150

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शुक्रवार, 16 दिसंबर 2016

अनुचित केहन करै छी यौ


 ( भास - नचारी  )
अनुचित  केहन  करै  छी  यौ    ।
सोन सनक बेटा  जनमा  कउ
मूल्य   धरै   छी   यौ ----
अनुचित केहन -- सोन सनक - मूल्य ---

रावण एक  कनोलक  सीता
तकर दण्ड  वो  पौलक  ।
तिलक - वाण सँ  लाखो  बेटीक
प्राण    हरै    छी    यौ  ----
अनुचित केहन -- सोन सनक - मूल्य ---

लाख करोड़  टाका  गनबौलहुँ
जेवर   लेलौं     धराय   ।
मोटर साइकिल  चरपहिया लय  -
नित   झगड़ै    छी   यौ-----
अनुचित केहन -- सोन सनक - मूल्य ---

बेटीक  जन्म  हमर  मिथिला  में
भेल   अछि   अभिशाप  ।
निर्धन कन्यागत  केर जीवन -
ज्योति   हरै   छी   यौ  ॥
अनुचित केहन -- सोन सनक - मूल्य ---

"रमण"  सब सँ  हाथ  जोरि कय
कहलक    आई    पुकारि
अप्पन माहुर अपनहि खा कय
सब   मरै   छी   यौ ----
अनुचित केहन -- सोन सनक - मूल्य ---

रचैता -
 रेवती रमण झा " रमण" 
 मो -9997313751 

    समस्त पाठक गन सन  आग्रह  एक बेर ई विडियो लिंक जरूर देखि  ----
जय मैथिल - जय ----

मंगलवार, 6 दिसंबर 2016

मिथिलाक गीत

मिथिलाक गीत

पग - पग  पर  हो  मिथिलाक गीत  ।
रमण    मनोरथ     प्रवल    पुनीत ॥
मनक    बात      ब्रहाणी     जानू    ।
आँगक  गति  - बिधि  शुभे बखानू  ॥
दर  - दर   ठोकर   खूबे   खयलहूँ    ।
रहलहुँ  रगड़ति  , बयस  बितयलहुँ ॥
नीके    लागल ,  कलम   धेने   छी   ।
यतन  गढ़ी - गढ़ी  कवित  केने  छी  ॥
मति - गति  नियति , लेल सब हेरि  ।
  दल -  दल   जीवन ,  देल   अवडेरि   ॥
नगर   -  डगर   नपिते    दिन  गेल  ।
हामहि  सब  किछु , किछु नञि भेल  ॥
कुमतिक   काल  - चक्र    बौरायल   ।
 रहितहूँ  सजग , सुदिन नञि आयल ॥
जीवन  जीलहुँ  , भेल नञि  सुकारथ ।
बैह   कार्य ,   जे  अछि    परमारथ    ॥
______________

रचैता  - रेवती रमण  झा "रमण "

मंगलवार, 22 नवंबर 2016

मैथिल मंच द्वारा मिथिला चौक कनाट प्लेस पर बैसार


Mani Bhushan Raju
नमस्कार मैथिलजन,
दिनांक 20 नवंबर 2016 के नई दिल्ली के कनाट प्लेस के मिथिला चौक पर युवा मैथिल विजय झा, बैजू ठाकुर आ मोहनराज झाजी के प्रयास सँ श्री रामबाबू सिंहजी के अध्यक्षता में दिल्ली -NCR के युवा मैथिल के बैसार सम्पन्न भेल। बैसार में दिल्ली- NCR के 15 टा मैथिल संस्था सँ 35 युवा मैथिल उपस्थित भेलाह आ एकस्वर में मिथिला आँदोलन लेल अपन प्रतिबद्धता लेल प्रण कयलनि।
उपस्थित मैथिलजन के सूची अछि :-
श्री रामबाबू सिंह , श्री मोहन राज झा , श्री बैजू ठाकुर , श्री विजय कुमार झा, श्री रंजीत लाल दास , श्री बीरबल यादव, ABMP
श्री आनंद झा, ABMP ,श्री मुरारी मैथिल, ABMP , श्री रोहित यादव, ABMP , श्री निशांत कुमार झा, श्री दीपक कुमार चौधरी , रेवती  रमण झा, श्री मदन कुमार ठाकुर   D M M ,  श्री अमलेश मंडल,  मोहम्मद अफजल रजा,  श्री शरत झा, राष्ट्रीय संयोजक मिरानिसे, श्री नीरज पाठक, श्री पंकज प्रसून,श्री गोविंद झा ,  श्री शंकर झा, श्री अरविंद झा, श्री यदुवीर यादव ,श्री संतकुमार यादव , श्री विजय यादव,  श्री विजय यादव , श्री ललित कुमार , श्री अजीत यादव, श्री पंकज झा, ,श्री पप्पू कुमार, श्री अमित कुमार ,श्री सोनू कुमार , श्री विद्या कुमार,श्री आलोक कुमार , श्री राजेश झा ,श्री मणिभूषण झा 'राजू' , 
आयोजन के सबसँ पैघ चमक छल श्री रेवती रमण झाजी के उपस्थिति जहि सँ कार्यक्रम में विशेष आकर्षण बनल । सबगोटे अपन-अपन विचार रखला आ किछु विंदु पर सबकियो सहमति देलनि। मिथिला एकीकरण के जे एखन निजी प्रयास सब विभिन्न स्रोत वा संस्था सँ चलि रहल अछि ओहि के सामूहिक रुप सँ करबाक लेल प्रस्ताव पर विचार भेल, सर्व-वर्ण आ सर्व-धर्म के लोकक संग लय क । मोहनराज झा, रोहित यादव, बीरबल यादव, आनंद झा, गोविंद झा, नीरज झा, नीरज पाठकजी, पंकज प्रसूनजी संग सब लोक अपन-अपन विचार रखलनि आ अंत में श्री शरत झाजी अपन संक्षिप्त वक्तव्य में एहि प्रयास के प्रोत्साहना कयलनि आ अपन मार्गदर्शन संगहि अपन सतत सहयोग के आश्वाशन देलनि ।



   मिथिला एकीकरण लेल घर-घर तक पहुँचकय लोक के जोड़य के आ जे मैथिल जहि तरहे सहयोग कय सकैथ हुनका संग लय चलय के निर्णय भेल।

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      कार्यक्रम के अंत में "मैथिल मंच" द्वारा विचार देल गेल जे एकटा "युवा मैथिल सम्मेलन" के आयोजन कय आजुक एहि प्रयास के राष्ट्रीय स्तर पर विस्तार कयल जाए । सर्वसम्मति सँ निर्णय भेल जे 22 जनवरी 2017 के एकटा "युवा मैथिल सम्मेलन" के आयोजन कयल जायत "मैथिल मंच" के संयोजन में, आयोजन स्थल के सूचना जल्दिए करब ।
.
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जय मिथिला
जय जय मैथिल
www.maithilmanch.com

बुधवार, 9 नवंबर 2016

500-1000 के नोट बंद: जानिए - आपके मन में उठ रहे इन सवालों के जवाब

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार रात देश को संबोधित करते हुए कालाधन पर लगाम लगाने के लिए कई बड़े
ऐलान किए।
नई दिल्ली, (जेएनएन)। नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को बड़ा एलान किया। पांच सौ और हजार रुपए के नोट मंगलवार आधी रात से बंद कर दिए गए हैं। इन नोटों को 31 दिसंबर तक बदला जा सकेगा। बुधवार को बैंक बंद रहेंगे। 10 नवंबर तक देशभर के दो लाख से ज्यादा एटीएम काम नहीं करेंगे।
मंगलवार रात राष्ट्र के नाम संदेश में मोदी ने कहा - हमने काले धन के चोरों के लिए दरवाजे बंद कर दिए हैं। देश अब शुचिता की दिवाली मनाए। दीपावली के बाद ईमानदारी के इस उत्सव में आप बढ़चढ़कर भाग लें।
 प्रश्न और उत्तर के जरिए जानें क्या है ये फैसला और कैसे बदल सकेंगे नोट.
प्रश्न 1 - क्या फैसला हुआ?
उत्तर- 500-1000 के नोट बंद किए गए।
प्रश्न 2- कब से बंद हो रहे हैं ये नोट?
उत्तर- 08 नवंबर रात 12:00 बजे से।
प्रश्न 3- ऐसा क्यों किया गया?
उत्तर- भ्रष्टाचार, हवाला कारोबार, आतंकवाद की फंडिंग और जाली नोट रोकने के लिए और बेईमानों का कालाधन सामने लाने के लिए।
प्रश्न 4- अब क्या होगा?
उत्तर- 500-1000 के पुराने नोट आप बैंक या पोस्ट ऑफिस में आईडेंटिटी कार्ड जैसे आधार कार्ड, मतदाता पत्र, राशन कार्ड, पासपोर्ट, पैन कार्ड दिखाकर बदल सकेंगे। आरबीआई ने 500 और 2000 रुपए के नए नोट निकाले हैं। ये 10 नवंबर से जारी होंगे।
प्रश्न 5- पुराने नोट बदलने की क्या इसकी कोई आखिरी तारीख तय है?
उत्तर- 30 दिसंबर तक ये नोट बैंक में जमा कराए जा सकेंगे।
प्रश्न- 6 क्या इसके बाद भी नोट बदले जा सकते हैं?
उत्तर- हां, ये नोट 31 मार्च 2017 तक घोषणा पत्र (डिक्लरेशन फॉर्म) के साथ सीधे आरबीआई में जमा कराए जा सकेंगे।
प्रश्न 7- एक बार में 500-1000 के कितने नोट जमा किए जा सकेंगे?
उत्तर-10 से 24 नवंबर तक एक दिन में 4000 रुपए मूल्य के नोट ही जमा कर सकेंगे।
प्रश्न 8 - क्या बैंक में 9 नवंबर से ही 500-1000 के नोट जमा होंगे?
उत्तर- नहीं। नई व्यवस्था लागू करने के लिए बैंक 9 नवंबर को बैंक बंद रहेंगे। 10 नवंबर से खुलेंगे।
प्रश्न 9- एटीएम से अगर 500-1000 के नोट निकले तो क्या करें?
उत्तर- एटीएम से 500-1000 के नोट हटाने के लिए इन्हें बुधवार-गुरुवार को बंद रखा जाएगा।
प्रश्न10- 10 नवंबर के बाद क्या एटीएम से रकम निकाल सकते हैँ?
उत्तर- 10 नवंबर के बाद एटीएम से एक दिन में सिर्फ 2000 रुपए निकालने की लिमिट तय की गई है।
प्रश्न11- क्या कार्ड और चेक से लेनदेन पर कोई असर होगा?
उत्तर- नहीं। कार्ड और चेक से लेनदेन पहले की तरह होता रहेगा।
प्रश्न12- क्या सरकार ने कोई और रियायत दी है?
उत्तर- हॉस्पिटल, एयरपोर्ट, बस स्टेशन, पेट्रोल पंप पर 11 नवंबर रात 12 बजे तक 500-1000 के नोट लिए जाएंगे।
प्रश्न13- क्या नए नोट निकालेगी सरकार?
उत्तर- हां, सरकार 500 और 2000 के नए नोट निकालेगी।
प्रश्न 14- इन नोटों में क्या होगा?
उत्तर- 500 के नोट पर लाल किला और 2000 के नोट पर मंगलयान के चित्र होंगे।
प्रश्न- 15- आप क्या करें और क्या ना करें?
उत्तर- कोई 500 या 1000 के नोट देकर इन्हें बदलने के लिए कहे तो बैंक न जाएं। सिर्फ अपने नोट बदलें। क्योंकि नोट बदलने के लिए आईडेंटिटी कार्ड जरूरी होगा। इनका पुख्ता रिकॉर्ड रखा जाएगा। वीडियो रिकॉर्डिंग की जाएगी। हालांकि, आप अगर अपने नोट बदलने जा रहे हैं और ये काला धन नहीं है तो चिंता करने की कोई बात नहीं। आप आराम से नोट बदल सकेंगे।
प्रश्न16- इस फैसले का कहां होगा असर और कौन होगा ज्यादा प्रभावित?
उत्तर- पेट्रोल पंप, मे़डिकल स्टोर, छोटी किराना दुकानें, हॉस्पिटल, टोल प्लाजा, स्ट्रीट फूड, पर्यटन स्थल जैसी जगहों पर कैश का सबसे ज्यादा इस्तेमाल होता है। यहां शुरुआती कुछ दिनों में लोगों को परेशानी हो सकती है।
कैसे दिखेंगे नए नोट
  • 500 रुपए का नया नोट
  • 500 रुपए के पुराने नोट के बदले सरकार ग्रीन कलर का 500 रुपए का नोट जारी करेगी।
  • 500 रुपए के नए नोट महात्मा गांधी न्यू सीरीज ऑफ नोट्स कहलाएंगे। साइज में पहले से छोटा होगा। पीछे की तरफ लाल किले की तस्वीर होगी।
2000 रुपए का नया नोट
  • 2000 रुपए का नया नोट पिंक यानी गुलाबी कलर का होगा।
  • पीछे की तरफ मंगलयान की तस्वीर होगी। यह देश के साइंटिफिक अचीवमेंट को बयां करेगी।
  • इसका साइज भी छोटा होगा। स्वच्छ भारत अभियान का संदेश होगा।
क्या कहा आरबीआई ने?
  • आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल ने कहा, “जल्दी ही नए नोट मार्केट में लाने के लिए प्रोडक्शन बढ़ाएंगे।”
  • “आरबीआई और डिपार्टमेंट ऑफ इकोनॉमिक अफेयर्स में कंट्रोल रूम बना रहे हैं।”
  • फाइनेंस सेक्रेटरी शशिकांत दास ने बताया- सरकार एक बड़ा फैसला है। नए नोट 10 नवंबर के बाद मिलने शुरू हो जाएंगे।”
सरकार ने 500 और 1000 रुपए के नोट बंद क्यों किए?
  • सरकार करप्शन और ब्लैकमनी पर अंकुश लगाना चाहती है। क्योंकि इसका इस्तेमाल आतंकवाद के लिए किया जा रहा था।
  • जाली नोट की खपत को रोका जा सकेगा।
कहां बदल सकते हैं नोट?
500 और 1000 के नोट आप बैंक और पोस्ट ऑफिस में बदल सकते हैं।
कब तक बदल सकते हैं?
10 नंवबर से 30 दिसंबर तक। लेकिन साथ में पहचान पत्र लाना होगा।
इसके बाद भी क्या बदले जा सकते हैं?
घोषणा पत्र के साथ ये नोट 31 मार्च 2017 तक जमा आरबीआई में जमा करा सकते हैं।
एक बार में 500-1000 के कितने नोट जमा किए जा सकेंगे?
10 से 24 नवंबर तक एक दिन में 4000 रुपए मूल्य के नोट ही जमा कर सकेंगे।
बैंंक कब बंद रहेंगे? एटीएम कब बंद रहेंगे?
9 नवंबर को बैंक तथा 9 और 10 नवंबर को एटीएम बंद रहेंगे।
नवंबर के बाद क्या एटीएम से रकम निकाल सकते हैँ?
10 नवंबर के बाद एटीएम से एक दिन में सिर्फ 2000 रुपए निकालने की लिमिट तय की गई है।
क्या कार्ड और चेक से लेनदेन पर कोई असर होगा?
नहीं। कार्ड और चेक से लेनदेन पहले की तरह होता रहेगा।
क्या सरकार ने कोई और रियायत दी है?
हॉस्पिटल, एयरपोर्ट, बस स्टेशन, पैट्रोल पंप पर 11 नवंबर रात 12 बजे तक 500-1000 के नोट लिए जाएंगे।

http://www.jagran.com/news/national-how-governments-courency-move-will-help-the-common-man-15003268.html 

सोमवार, 3 अक्टूबर 2016

दुर्गा पूजाक दलाल

दुर्गा केर पूजा में कतेको दलाल यौ ,
बकरी केर  बच्चा  केर कयलक  हललयो । 
चंदा लेल गामक गरीबो केर घेराय ,
मौज  खूब उड़ाबए  तें  मोछ हाथ फेरेय । 
दुर्गा केर पूजा में कतेको--------

रुपैया  वसूली में नहीं  कोनो कटौती ,
राखल रहय जेना  बापक वपौती  । 
फाटल पहिर कांख धोकरी लट्काउने ,
लेलक रशीद  गेल दिल्ली - बंगाल यो । 
दुर्गा केर पूजा में कतेको----------

जाकरे  लग गेल  वस् ओकरे लग खेलक ,
ऊपर सन चंद केर टाका  गनेलक । 
जतेक  घीचा सकल ततेक निकाली कउ ,
गाम आबि दारू पिलक भरी साल  यो । 
दुर्गा केर पूजा में कतेको----------

पूजा केर  नाम पर मुर्गा उड़ाबय ,
घरहि  में दुर्गा छथि तिनका जुराबय  । 
जकरा पूजक चाहि ठाकरे नचाबै , 
चानन केर लेप  केने कनखी चलाबय ।
 महेन्द्र पाठक  ई कहैत  अछि  अमर करू वाणी ,
एक दिन जय परत काल केर गाल यो --
दुर्गा केर पूजा में कतेको----------
लेखक   -  महेन्द्र पाठक

शनिवार, 1 अक्टूबर 2016

आमंत्रण पत्र

आमंत्रण पत्र
जय माता दी -
------------------------
अपनेक समस्त परिवार सादर आमंत्रित छी  
विद्यापति कॉलोनी जलपुरा ग्रेटर  नॉएडा ( DELHI  N C R )

निवेदक - विद्यापति  गौरव  मंच / समस्त जलपुरा निवासी 

आयोजक  - श्री श्री - 108  दुर्गा पूजन समिती  
ग्राम - जलपुरा , बिसरख रोड , ग्रेटर नॉएडा , 201306 
सम्पर्क -  98189990023 , 9312460150 , 9871317955



 


गुरुवार, 22 सितंबर 2016

पितृ तर्पण

  तर्पण मन्त्र -TARPAN MANTRAS

आवाहन: दोनों हाथों की अनामिका (छोटी तथा बड़ी उँगलियों के बीच की उंगली) में कुश (एक प्रकार की घास) की पवित्री (उंगली में लपेटकर दोनों सिरे ऐंठकर अंगूठी की तरह छल्ला) पहनकर, बाएं कंधे पर सफेद वस्त्र डालकर  दोनों हाथ जोड़कर अपने पूर्वजों को निम्न मन्त्र से आमंत्रित करें 

'ॐ आगच्छन्तु मे पितर एवं ग्रहन्तु जलान्जलिम'  
ॐ हे पितरों! पधारिये तथा जलांजलि ग्रहण कीजिए।  

तर्पण: जल अर्पित करें 
निम्न में से प्रत्येक को 3 बार किसी पवित्र नदी, तालाब, झील या अन्य स्रोत (गंगा / नर्मदा जल पवित्रतम माने गए हैं) के शुद्ध जल में थोडा सा दूध, तिल तथा जावा मिला कर जलांजलि अर्पित करें। 

पिता हेतु  --

(गोत्र नाम) गोत्रे अस्मतपिता पिता का नाम शर्मा वसुरूपस्त्तृप्यतमिदं तिलोदकम (गंगा/नर्मदा जलं वा) तस्मै स्वधा नमः, तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः।
------. गोत्र के मेरे पिता श्री वसुरूप में तिल तथा पवित्र जल ग्रहण कर तृप्त हों।  
तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः।

उक्त में अस्मत्पिता के स्थान पर अस्मत्पितामह पढ़ें  --

पिता के नाम के स्थान पर पितामां का नाम लें ----
माता हेतु  तर्पण  - 
(गोत्र नाम) गोत्रे अस्मन्माता माता का नाम देवी वसुरूपास्त्तृप्यतमिदं तिलोदकम (गंगा/नर्मदा जलं वा) 
तस्मै स्वधा नमः, तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः।
 ........... गोत्र की मेरी माता श्रीमती ....... देवी वसुरूप में तिल तथा पवित्र जल ग्रहण कर तृप्त हों। तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः तस्मै स्वधा नमः। 
निस्संदेह मन्त्र श्रद्धा अभिव्यक्ति का श्रेष्ठ माध्यम हैं किन्तु भावना, सम्मान तथा अनुभूति अन्यतम हैं।

जलांजलि पूर्व दिशा में 16 बार, उत्तर दिशा में 7 बार तथा दक्षिण दिशा में 14 बार अर्पित करें 

______________________________________________________________________________ 
संक्षिप्त पितृ तर्पण विधि:
 पितरोंका तर्पण करनेके पूर्व इस मन्त्र से हाथ जोडकर प्रथम उनका आवाहन करे -
ॐ आगच्छन्तु मे पितर इमं गृह्णन्तु जलान्जलिम ।

अब तिलके साथ तीन-तीन जलान्जलियां दें -
(पिता के लिये)
अमुकगोत्रः अस्मत्पिता अमुक (नाम) शर्मा वसुरूपस्तृप्यतामिदं तिलोदकं (गंगाजलं वा) तस्मै स्वधा नमः, तस्मै स्वधा नमः, तस्मै स्वधा नमः ।
(माता के लिये)
अमुकगोत्रा अस्मन्माता अमुकी (नाम) देवी वसुरूपा तृप्यतामिदं तिलोदकं तस्यै स्वधा नमः, तस्यै स्वधा नमः, तस्यै स्वधा नमः ।
जलांजलि पूर्व दिशा में 16 बार, उत्तर दिशा में 7 बार तथा दक्षिण दिशा में 14 बार अर्पित करें 

सोमवार, 22 अगस्त 2016

आखिर मिथिला राज्य कियैक , एक नजर देल जाओ

आखिर मिथिला राज्य कियैक , एक नजर देल जाओ 
.
मिथिला राज्य पर चर्चा करय छी त बहुत लोक पुछि दैत छथि कि मिथिला राज्य बनने की फायदा होयत । हमर प्रथम उत्तर रहैत अछि जे हम मिथिला राज्य अपन कोनो फायदा लेल नहि चाहि रहल छी, अपन पहचान "हम मैथिल छी".... हासिल करय लेल चाहि रहल छी कियैकि हम अपना के बिहारी कहबेनाई में शर्म महसूस करय छी । 
.किछु बिंदु पर ध्यान आकर्षित करय चाहब जे मिथिला राज्य बनने की की भय सकैत अछि:-
.1. सबसँ पहिले एकटा अपन राजधानी बनत जतय सँ मिथिलाक लोक, मिथिलाक समस्याक समाधान हेतु काज करता ।
.2. कम सँ कम एकटा हवाई अड्डा भेटत मिथिला में आ एकरा दू, आ फेर चारि करयलेल ककरो लग भीख नहि मांगय पड़त।
.3. हमहूं सब राजधानी, शताब्दी आ दूरन्तो ट्रेन सँ गाम आबि सकब । मजदूर जकां जनसाधारण आ मेल में ठुँसाकय नहि आबय पड़त सदखनि ।
4. देश के हर राज्य में एकटा मिथिला भवन आधिकारिक रूप सँ बनत आ हम सब मैथिल के रुप में पहचानल जायब। मिथिला भवन वा मैथिल सबलेल एकटा भवन लेल सबठाम सरकार के आगूपाछू नहि करय पड़त ।
.5. कम सँ कम एकटा केन्द्रीय विश्वविद्यालय भेटत मिथिला के......विद्यालय आ विश्वविद्यालय के त गिनती नहि कतेक.. अपन शिक्षा आ ज्ञान लेल विश्वविख्यात मिथिला एकबेर पुन: विश्व में अपन परचम लहराओत.
.6. बाढ़ि, आगि, रौदीक सब समस्या लेल मैथिल अपना हिसाब सँ कानून आ समाधान ताकि सकता । अपन मिथिला छ महीना बाढ़ि में, तीन महीना रौदी में रहलाक बावजूद भुखल ककरो नहि मरय दैत अछि, ई Management दुनिया लेल एकटा आविष्कार सिद्ध भय सकैत अछि । हजारों तरहक लघु, मध्यम आ उच्च उद्योग सँ लाखों रोजगार उपलब्ध भय सकत मिथिला में.....
.7. हम सब अपन भाषा "मैथिली" में पढ़ि सकब आ शान सँ मैथिलीके राजभाषा लिख सकब। मैथिली में हजारों लोक के रोजगार भेटत आ देश के हर विश्वविद्यालय में एकटा भाषा मैथिली सेहो जोड़ल जायत ।
.8. देश में सब जगह केवल मैथिली अकादमी बना सकब।मैथिली भाषा आ साहित्य के अपन स्थान भेटत वैश्विक मानचित्र पर.... भोजपुरी, मगही साथे नहि रहय पड़त मैथिली के।
.9. पर्यटन आ एतिहासिक धरोहर के संरक्षण लेल हर तरह सँ निर्णय लेबय लेल स्वतंत्र रहब हम मैथिल , अपन मिथिला राज्य बनलापर।
.10. एखन पूरा मिथिला में मात्र 30% मैथिल विभिन्न सरकारी पद पर छथि, अपन अलग राज्य बनलापर 80% मैथिल विभिन्न सरकारी वा गैरसरकारी पद पर रोजगार प्राप्त करता।
.11. सबसँ पैघ बात जहिपर लोक के आश्चर्य लगैत अछि , लोक पुछय छथि कि मिथिला राज्य बनियो गेल त चलत कोना .....ओकर जवाब......एकटा समय रहय जहिया जवाहर लाल नेहरु नंगटे भागैत रहथि......हमहीं मैथिल रही जे हुनका धोती देने रही...। आगा जाकय ओ देश चला लेला.....त हमसब अपन मिथिला नि:संदेह चलायब आ एकटा मिसाल बनब देश के बाकी राज्य लेल।
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जय मिथिला
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सोमवार, 8 अगस्त 2016

मिथिला राज्य पर राजनैतिक चेतना

उमाकांत झा  बक्शी 
Uma Kant Jha Bakshi
  मिथिला राज्य पर राजनैतिक चेतना 
 मिथिला राज्य अभियान के आई काल्हि फेस बूक वाट्स पर धूम मचल अछि। धूम प्रवासी मैथिल द्वारा एना लगैत अछि जे मिथिला मे जवरदस्त आन्दोलन चलि रहल अछि। परन्तु मिथिला मे मिथिला राज्य पर राजनैतिक चेतना मिथिलाबाद के सशक्तिकरण शून्य के बराबर अछि। दिल्ली के जंतर मंतर पर अनेकों बेर किछु महामहीम द्वारा अनशन पर बैसब धरना देब आम बात अछि। कियो निर्णय लेलन्हि 10 -- 20 व्यक्ति जमा भेला फोटो भेल अखरबाला के लीखिक जे देलखिन्ह छपि गेल सिलसिला बर्षो बरख सँ चलि रहल अछि। सत्ता चाहे केन्द्र हो बा राज्य ओकरा पर एकर कोनो असर नहि पड़ि रहल अछि। अनेको एहेन संगठन अछि जे कतहू 50 सो व्यक्ति आंदोलन के लेल नहि जूटा सकैत अछि से दाबा करैत अछि हमरा सब लोक संग आबय , तन मन धन सँ सहयोग करय हम मिथिला राज्य निर्माण करब। ईमहर मिथिलाबासी अपन दैनिक समस्या के निदान मे कियो एहि नेता के पॉछॉ कियो ओई नेता के पॉछॉ लागल आपस मे तूतू मै मै बतकुट्टनि करैत समय नष्ट करैत अछि। एहि विकट परिस्थिति मे राजनैतिक चेतना मिथिला राज्य के लेल मिथिला विकास के लेल मिथिला समागम के आयोजन दरभंगा मे कयल जा रहल अछि। समागम मे सहभागिता लेल तैयारी चलि रहल अछि। जल्द सँ जल्द मिथिला समागम होयत।एहि समागम मे पारित होमय बाला ड्राफ्ट प्रस्ताब बनल अछि जकर फाईनल एक कोर कमीटी करत जकर गठन कयल जाएत। ड्राफ्ट प्रस्ताव निम्न लिखित अछि ----
मिथिला समागम के प्रस्ताव ---

1 )
मिथिला समागम वर्तमान बिहार के 24 जिला झारखंड के 6 जिला कुल 30 जिला के मिथिला राज्य घोषित करैत अछि।
2 }
समागम कोनो संस्था नहि एक मंच मंचे रहत नव संस्था नहि बनत मंच सब मिथिला मैथिल संगठन के एक सूत्र मे बांधि मिथिला राज्य अभियान के लेल जन चेतना करत।
) मिथिला समागम ओहि दलक नेता के जे मिथिला राज्य के अपन घोषणा पत्र मे स्वीकार नहि करत तकर नेता के वहिष्कार करत
) मिथिला समागम एहेन नेता के चाहे विधायक, सांसद, मंन्त्री या प्रधानमंत्री हो जकर पार्टीक घोषणा पत्र मे मिथिला राज्य नहि, मिथिला राज्य अभियानी ओकर मिथिला मैथिल मंच पर सम्मानित नहि करत। 
5 )
मिथिला समागम अपन सभ कार्यक्रम मिथिले के पावन भूमि पर करत।
6 )
मिथिला राज्य अभियान मीडिया ,फोटो , अखबार ,पम्प सो लेल व्यग्र नहीं रहत।, आंदोलन के ओहि स्तर तक ले जायत की मीडिया ओकरा नजरअंदाज नहि कय सकय। 
7 )
जेना देश को आज़ादी लेल " अंग्रेजों भारत छोड़ो " नारा देल गेल तहिना "मिथिला राज्य विरोधी नेता मिथिला छोड़ू " नारा लगायत। 
8 )
मिथिला समागम सब कार्यक्रम दरी सतरंजी या खुला मैदान मे सादगी होयत जतय कम कम खर्च हो।आ समागम चन्दा धंधा नहि करत। 
9 )
मिथिला समागम में शामिल सब संगठन अपना के मज़बूत करत ,जनता सँ जूड़त आ मिथिला राज्य अभियान के लोकप्रिय बनाओत। 
10 समागम जाति धर्म मज़हबी भाषायी उन्माद सँ मिथिला के मुक्त करक लेल जनचेतना अभियान करत आ मिथिलाबासी एकता मिथिलाबाद स्थापित करत। 
11 ) समागम अंगिका , बज्जिका , जुलाही और अन्य बोली जे मिथिलाके तीसो जिला मे बाजल जाइत अछि से मैथिलि अछि ,एकरा स्वीकार करैत अछि। तथा मैथिली साहित्य अकादमी मे एहि सब पोथि के मैथिली के पुस्तक मानल जाय।