|| झूलत कुँज बिहारी ना ||
झूला कनक कदम्ब के डारी
झूलत कुँज बिहारी ना ।।
रेशम डोर कमल - कर राजित
अति नव - नारी ना, गोपिन अति...
झूला........
करत हास विनोद परस्पर
मुदित मुरारी ना, मोहन मुदित.....
झूला........
कछु कर सोह सुमन जय माला
कछु दय तारी ना, गोपिन.......
झूला........
मृग खग भृंग मोर चहुँ नाचत
नयन निहारी ना, शोभा.........
झूला........
राधा "रमण" सुमन विनु नाही
लीला धारी ना,
झूला........
रचनाकार
रेवती रमण झा "रमण"
mob-9997313751
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