|| शिव के नचारी ||
गौरी पीसय भाँग धथूरा
भोला भस्म रमाबय ना ।।-2
बसहा सिंह सवारी देखल
मूंस मयूरा ना,सखी हे........
गौरी........
नाग के हार गला बिच शोभित
बाघक छाला ना,सखी हे........
गौरी........
एक हाथ त्रिशूल विराजय
डमरू बाजय ना,सखी हे........
गौरी.......
जटा बीच गंगा अति शोभय
चन्दा चमकय ना,सखी हे........
गौरी.......
भूत प्रेत बैताल बिकट सन
अदभुत लागय ना,सखी हे........
गौरी........
"रमण" चरण त्रिलोकी लयलौ
भाँगक झोरा ना,सखी हे...........
गौरी.........
रचनाकार
रेवती रमण झा "रमण"
mob-09997313751
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