dahej mukt mithila

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बुधवार, 29 जून 2016

ढेपमारा गोसाईं ( पंचोभ)

ढेपमारा गोसाईं ( पंचोभ)
दरभंगा के तरलाही गामक समीप एकटा गाम अछि " पंचोभ" अहि गाम में एकटा

बहुत महत्वपूर्ण अनुपम मजार छैक, मान्यता अछि जे यदि किनको भयावह वा डेरौन स्वप्न अबैत होइन s अहि मजार पर पाथर मारि बिना पाछू मुड़ने घर वापिस आबि जैथ s अहि सब बाधा सौं मुक्त s जैत छथि।
   सुनबा मे अंधविश्वास लगैत अछि मुदा सदियों सौं अहि गाम में अहि बात के सत्य मानल जैत अछि  

गामक किछू बुजुर्गक अनुसार लगभग 150 बर्ष पहिने ढेपमारा गोसाईं बहुत नामी तांत्रिक सह पूजारी छलाह पूजा पाठ मे अटूट श्रद्धा रखैत छलाह, हिनका बारे मे इहो कहल जैत अछि जे कतेक साल धरि केवल फलक सेवन कय अप्पन जीवन निर्वाह केने छलाह, नेनपन मे हीनकर नाम गोसाईं छल लोक सब सौं बिना मतलब के हिनका पीटइत छलैन्ह और पता नहि हुनको सब नीक लगैत छलन्हि।

  मान्यता अच्छी जे हीनकर मृत्यु काल में कोनो देवी स्वप्न में दर्शन देने रहथीन देवी सौं वरदान मांगने रहथि जे मरणोपरांत हमर अंतिम संस्कार ओहि स्थान पर कयल जाय जाहिठाम भूत पिसाचक वास हो जे कियो व्यक्ति ओहि स्थान सौं गुजरथि वो यदि भूत प्रेत के बाधा सौं मुक्ति हेतु हमरा सारा (कब्र) पर पाथर मारि के जेताह हुनका भूत पिसाच किछू नई s सकैन्ह।

   आ स्वप्नहि मे हुनका वरदान प्राप्त भेल तहिये सौं हुनकर नाम ढेपमारा गोसाईं परलैन्ह ।  सब आब लोकक उपेक्षा के कारणे बिलुप्त भेल जा रहल अछि, संभवतः अहि पोस्टक माध्यमे अहि धरोहर के रक्षा कयल जा सकैत अछि ......



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सोमवार, 27 जून 2016

रे परदेशिया मोन कोना क' रहै

मनीष झा 
                  रे  परदेशिया मोन कोना क' रहै 











 नहि लागै किछु नीक गाम सन 
मोन लगै छै तीतबिसरल सबटा अप्पन रीति
रे  परदेशिया मोन कोना ' रहै 
हो  परदेशिया मोन कोना ' रहै

गामक परिवेश जतय अछि माटि अप्पन भाषा रौ 
की जानै boss  कसैया बोइने धरि छनि नाता रौ

जहिये मोन सनकलनि छोड़ि कए - चलिए देबनि गाम 
रे   परदेशिया मोन कोना ' रहै  हो
रे  परदेशिया मोन कोना ' रहै

मायक आँचर फाटल जाए अछि, पूत बसै ओहि देश मे
ठोह पारि कए कानथि सजनी , सजना छथि परदेश मे 
कतेक कलंक लगएबह भाई हउ - नहि बिसरह तू नाम 
रे परदेशिया मोन कोना ' रहै , हो
रे  परदेशिया मोन कोना ' रहै

बे'चक बदला सिटी पिपही , ललका बरफ मिठका रै
दोस रौ ! चल ने गामहिं मे सब फेर सँ रहबै एक ठां रै
जन्हथिन्ह बाबा बैद्यनाथ -
करथिन्ह पेटक वएह ओरीयान

रे  परदेशिया मोन कोना ' रहै  हो
रे परदेशिया मोन कोना ' रहै
रे  परदेशिया मोन कोना ' रहै