|| दूटा मूँहक बोल ||
ककरौ किछु नै लैया कागा
कोइली किछु नै दैया ।
दूटा मूँहक बोल बाजि कय
अपन आन कय लैया ।।
स्वाद चहटगर जीभक जहिना
तहिना कानक जानू ।
कटु बचन दुर कान नीक नहि
ने जिह्वा पर आनू ।।
परहित काज तनिक त करु
ई जीवन अनमोल ।
"रमण" बहुत बजने बुधिगर नहि
बूझू फूटल ढ़ोल ।।
रचनाकार
रेवती रमण झा "रमण"
mob- 9997313751
ककरौ किछु नै लैया कागा
कोइली किछु नै दैया ।
दूटा मूँहक बोल बाजि कय
अपन आन कय लैया ।।
स्वाद चहटगर जीभक जहिना
तहिना कानक जानू ।
कटु बचन दुर कान नीक नहि
ने जिह्वा पर आनू ।।
परहित काज तनिक त करु
ई जीवन अनमोल ।
"रमण" बहुत बजने बुधिगर नहि
बूझू फूटल ढ़ोल ।।
रचनाकार
रेवती रमण झा "रमण"
mob- 9997313751
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