dahej mukt mithila

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रविवार, 15 जुलाई 2018

शहीद रामफल मंडल Shaheed Ramphal Mandal

धानुक वीर योद्धा अमर शहीद रामफल मंडल
आजादी के इस महा संग्राम में बहुत से धानुक समाज एवं अन्य समाज के अनेको योद्धा वीर गति को प्राप्त हो गये | धानुक समाज के इन्ही योद्धाओं में से एक महान योद्धा – अमर शहीद रामफल मंडल |
जिसे धानुक समाज और देश अपना आदर्श मानता है |
रामफल मंडल का जन्म 6 अगस्त 1924 ई. को ग्राम मधुरापुर, प्रखंड बाजपट्टी, जिला सीतामढ़ी ( बिहार ) में हुआ था | पिता का नाम गोकुल मंडल, माता का नाम गरबी देवी तथा पत्नी का नाम जगपतिया देवी था | रामफल मंडल चार भाईयों में तीसरे स्थान पर थे – रामशरण मंडल, महंथ मंडल, रामफल मंडल तथा मिश्री मंडल |
1942 ई. में भारत छोड़ो आंदोलन में बाजपट्टी , सीतामढ़ी (बिहार) में अग्रणी भूमिका निभा रहे थे |
कांड संख्या 473/1942 के तहत 23 अगस्त 1943 ई. को अंग्रेजों ने भागलपुर सेंट्रल जेल में अमर शहीद रामफल मंडल जी को फांसी दे दी।

परिचय

नाम - अमर शहीद रामफल मंडल
जन्म – 6 अगस्त 1924
पिता – गोखुल मंडल
माता – गरबी मंडल
पत्नी – जगपतिया देवी
ग्राम+पोस्ट – मधुरापुर
जिला – सीतामढ़ी (बिहार)
जाति – धानुक
कांड संख्या – 473/42
फाँसी – दिनांक 23 अगस्त 1943, केंद्रीय कारागार भागलपुर।


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