dahej mukt mithila

(एकमात्र संकल्‍प ध्‍यान मे-मिथिला राज्‍य हो संविधान मे) अप्पन गाम घरक ढंग ,अप्पन रहन - सहन के संग,अप्पन गाम-अप्पन बात में अपनेक सब के स्वागत अछि!अपन गाम -अपन घरअप्पन ज्ञान आ अप्पन संस्कारक सँग किछु कहबाक एकटा छोटछिन प्रयास अछि! हरेक मिथिला वाशी ईहा कहैत अछि... छी मैथिल मिथिला करे शंतान, जत्य रही ओ छी मिथिले धाम, याद रखु बस अप्पन गाम - अप्पन बात ,अप्पन मान " जय मैथिल जय मिथिला धाम" "स्वर्ग सं सुन्दर अपन गाम" E-mail: apangaamghar@gmail.com,madankumarthakur@gmail.com mo-9312460150

बुधवार, 25 जुलाई 2018

बरसाती गीत- रचनाकार - रेवती रमण झा " रमण "

                         || बरसाती गीत ||
                                      

बरसत  बूँद  सघन -  घन - माला
विरहिन   विरह   जगाबय   ना ।।

लखि-घन श्याम उदित हिय होइछ
जीय भरमावय ना सखी हे जीय..
                                            बरसत......
छिटकत चारु  चपल चहुँ दामिनि
असह डेराबय ना सखीहे असह..
                                            बरसत......
यौवन  ज्योति नगर - जन ब्यापित
 नयन जेमावय ना , सखीहे नयन...
                                            बरसत......
"रमण"  कओन   अपराधे  माधव
मोहि सताबय ना , सखी हे मोहि
                                            बरसत......

रचयिता
रेवती रमण झा "रमण"
mob - 9997313751

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