||गोड़ियाक भीजल पटोर ||
आरे कखनो चमकै कारी रे बदरा रे
कखनो रे चमकै गोर ।
रिमझिम झहरै टिप - टिप वरषै
गोड़ियाक भीजल पटोर ।।
आरे कखनो रे कौआ अंगना बैसै
कखनो उरै आकाश ।
अमुआँ के डारि पर कखनो रे कौआ
रहि-रहि मचाबै शोर ।। आरे.........
आरे फूलल बेली फूलल चमेली
फूलल फूल हजार ।
बीचे बसबरिया सं छिटकल किरणिया
रे मनमा में पसरल भोर ।।
रे वह पुरबैया देबौ रुपैया
झुलबै हमर मचान ।
कदमक गाछ पर लागल हिरोला
रेशमक लागल रे डोर ।। आरे.........
गीतकार
रेवती रमण झा " रमण "
mob - 9997313751
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आरे कखनो चमकै कारी रे बदरा रे
कखनो रे चमकै गोर ।
रिमझिम झहरै टिप - टिप वरषै
गोड़ियाक भीजल पटोर ।।
आरे कखनो रे कौआ अंगना बैसै
कखनो उरै आकाश ।
अमुआँ के डारि पर कखनो रे कौआ
रहि-रहि मचाबै शोर ।। आरे.........
आरे फूलल बेली फूलल चमेली
फूलल फूल हजार ।
बीचे बसबरिया सं छिटकल किरणिया
रे मनमा में पसरल भोर ।।
रे वह पुरबैया देबौ रुपैया
झुलबै हमर मचान ।
कदमक गाछ पर लागल हिरोला
रेशमक लागल रे डोर ।। आरे.........
रेवती रमण झा " रमण "
mob - 9997313751
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