dahej mukt mithila

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मंगलवार, 9 अप्रैल 2019

सतीश अर्पित जीक ई सहज समर्पित ।। एक अनुमप कड़ी जुरि गेल ।। रचनाकार - रेवती रमण झा "रमण"

                 || एक अनुपम कड़ी जुरि गेल ||
                                        

                विधाताक  अचल  विधानक  बंधन में
                उदगारक एक अनुपम कड़ी जुरि गेल ।
                अरमानक अट्टालिकाक सुगम तल में
                ईश्वर अनुकम्पाक फुलझरी झरी गेल ।।
              "सतीश अर्पित" जीक ई सहज समर्पित
                सुललित - सितारे मोन झंकृत भ गेल ।
                जेना की  लागल  आबि  एक चितचोर
               "रमण" चित के चुरा कS चट द लय गेल ।।

                                    रचनाकार
                           रेवती रमण झा "रमण"
                
         
     

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