गुरुवार, 19 जनवरी 2012
सौराठ में मधुबनी पेंटिंग प्रशिक्षण संस्थान खोलल जायत :नितीश कुमार
सौराठ में मधुबनी पेंटिंग प्रशिक्षण संस्थान खोलल जायत :- नीतीश कुमार
सेवा यात्रा के तेसर दिन अपराह्न मुख्यमंत्री नीतीश कुमार परिसदन स चली क जितवारपुर पद्मश्री स्व. सीता देवी, जगदंबा देवी, चानो देवी सहित दलित टोल आ भास्कर कुलकर्णी हस्तकला आश्रम पहुंचला त ओतय उपस्थित कलाकार के ख़ुशी के ठिकाना नहीं छल। हुनका देखाबई लेल सैकड़ों महिला कलाकार अपन हाथ स निर्मित विभिन्न स्वरूपों में मधुबनी पेंटिंग, सिक्की-मौनी, गोदना पेंटिंग, गोबर पेंटिंग, पेपर मेसी आदि ल क आश्रम आ घर में इंतजार क रहल छलैथ। मुख्यमंत्री जितवारपुर स जहैनी रांटी स्थित पद्मश्री महासुंदरी देवी के आंगन पहुंचला त ओतय के नजारा देख किछ क्षण तक ओ भाव विभोर भ गेला। मुख्यमंत्री के आंगन में बनल मरवा पर आदर के संग बैसाओल गेल जतय हुनका बगल में महान विभूति महासुन्दरी देवी बैसल छलखिन। मुख्यमंत्री मिथिला के 87 वर्षीया अहि महान कलाकार स कई संस्मरण सुनला आ अहि मुकाम तक पहुंचइ के लेल हुनक प्रयास के जानकारी प्राप्त केलैनी। महासुन्दरी देवी के पूरा परिवार मुख्यमंत्री के स्वागत में जुटल छलखिन। महासुन्दरी देवी के घर ओ मिथिलांचल के एक और पैघ तोहफा " सौराठ में मधुबनी पेंटिंग प्रशिक्षण संस्थान खोलल जायत " से देलखिन। इ सुनी ओतय मौजूद सैकड़ों मैथिल महिला भावविभोर भ खुशी स 'धन-धन जागल भाग हे पाहुन छथि आयल' गीत गेली।सौराठ में अहि संस्थान के खुजला स निसंदेह मिथिलांचल में विकास के नव मार्ग खुजत आ अहि क्षेत्र के संबंध देश के कोना-कोना आ विदेश स सीधा जूरी जायत । मुख्यमंत्री के अहि घोषणा स मधुबनी आ आसपास क्षेत्र में खुशी के लहर दौरी गेल। खास क ओहेन कलाकार जे मधुबनी पेंटिंग के अपन पेशा बनाब चाहे छैथ हुनका अंदर एकटा नव आस जागल। सौराठ के इ संस्थान मिथिलांचल के विकास के लेल मिल के पत्थर साबित होयत। शिक्षा विभाग द्वारा निर्मित अहि संस्थान स हजारों मैथिल ललना लाभान्वित हेता आ हुनका रोजगार के नए अवसर भेटतेन। मुख्यमंत्री के अहि घोषणा स स्पष्ट होयत अछि कि सचमुच हुनका मिथिला आ मैथिली स अगाध स्नेह व प्रेम छैन।महासुंदरी देवी के घर मिथिलांचलक परम्पराक अनुसार मुख्यमंत्री के पाग-दोपटा, पेंटिंग द क भव्य स्वागत कायल गेल। मुख्यमंत्री महासुंदरी देवी के घर में बनल पेड़ा सेहो खेलेन।
मत्स्य उत्पादन में मिथिला क्षेत्र के आत्मनिर्भर बनायव: नीतीश कुमार
मिथिला क्षेत्र में पोखरों आ डबरा के संख्या खूब अछि एकर उपलब्धता के सदुपयोग हेबाक चाही आ अहि क्षेत्र के मत्स्य उत्पादन में आत्मनिर्भर वनाओल जायत उक्त बात मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपन सेवा यात्रा के दौरान कहला।सेवा यात्रा के क्रम में नीतीश कहला कि मिथिला में मत्स्य उत्पादन के आपार संभावनाएं अछि। एते बहुत पैघ संख्या में पोखर आ डबरा अछि। एकर वाबजुद एतय बाहर स माँछ मंगायल जायत अछि।मिथिला क्षेत्र में मांछ के एतेक अधिक उत्पादन भ सकैत अछि कि बिहार की जरूरत के पूरा करइ के अलावा अन्य राज्य में सेहो एतय स मांछ बेचल जा सकैत अछि। नीतीश कहला कि हम मिथिला के धरती पर शीश झुकबा अयलौ हाँ । ओ मिथिला क्षेत्र में मत्स्य उत्पादन के बढ़ावा दै के भरोसा देला हाँ। मुख्यमंत्री कहलैनी कि मिथिला एक समृद्ध संस्कृति, मैथिल चित्रकारी, विद्यापति के नगर अछि आ पुरातात्विक महत्व के स्थान अछि। एकरा आगा बढाबाई के दरकार अछि।
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2 टिप्पणियां:
Rekha ji apka yah lekh maithil me likah hai fir bhi 80% tak to samjh gaya matsy palan pr Nitish ji ne apke kshetr pr dhayan diya hai .....fil hal upyogi post hai ....sadar abhar.
बहुत खुशी के समाचार सुनेलौं यौ । सौराष्ट्र के गरिमा मिथिलांचल में अहि सं आर बढत । समस्त सौराष्ट्र आ मिथिलांचल के बधाई एवं शुभकामना । मधुबनी चित्रकला के विश्व फ़लक पर आनय के प्रयास होयबाके चाही ।
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