|| केहन काज करै छी ||
जन्म द क करै छी जवान बाबू
हमर बेचैछी देहक ई चाम बाबू
केहन काज करै छी
हम त लाजे मरै छी
आहाँ त लेब बाबू नमरी हजारी
माय के थारी लोटा पौती पेटारी
होयत हमर त जिनगी जियान बाबू ।।
केहन काज.....
दहेजक बोझ तर बेटी कनैया
बरागत कसैया सबटा जनैया
बन्द करियौ बेटा के दुकान बाबू
केहन काज.....
सारि सरहोजि सब मारैया ताना
आहाँ छी बाबू टका के दीवाना
कन्यागत के छुटल परान बाबू ।।
केहन काज.....
करिया पाथर सनक अछि काया
"रमण" मन मंदिर में बैसल माया
जिनगी के कटिगेल चलान बाबू ।।
केहन काज.....
गीतकार
रेवती रमण झा "रमण"
जन्म द क करै छी जवान बाबू
हमर बेचैछी देहक ई चाम बाबू
केहन काज करै छी
हम त लाजे मरै छी
आहाँ त लेब बाबू नमरी हजारी
माय के थारी लोटा पौती पेटारी
होयत हमर त जिनगी जियान बाबू ।।
केहन काज.....
दहेजक बोझ तर बेटी कनैया
बरागत कसैया सबटा जनैया
बन्द करियौ बेटा के दुकान बाबू
केहन काज.....
सारि सरहोजि सब मारैया ताना
आहाँ छी बाबू टका के दीवाना
कन्यागत के छुटल परान बाबू ।।
केहन काज.....
करिया पाथर सनक अछि काया
"रमण" मन मंदिर में बैसल माया
जिनगी के कटिगेल चलान बाबू ।।
केहन काज.....
गीतकार
रेवती रमण झा "रमण"
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