dahej mukt mithila

(एकमात्र संकल्‍प ध्‍यान मे-मिथिला राज्‍य हो संविधान मे) अप्पन गाम घरक ढंग ,अप्पन रहन - सहन के संग,अप्पन गाम-अप्पन बात में अपनेक सब के स्वागत अछि!अपन गाम -अपन घरअप्पन ज्ञान आ अप्पन संस्कारक सँग किछु कहबाक एकटा छोटछिन प्रयास अछि! हरेक मिथिला वाशी ईहा कहैत अछि... छी मैथिल मिथिला करे शंतान, जत्य रही ओ छी मिथिले धाम, याद रखु बस अप्पन गाम - अप्पन बात ,अप्पन मान " जय मैथिल जय मिथिला धाम" "स्वर्ग सं सुन्दर अपन गाम" E-mail: apangaamghar@gmail.com,madankumarthakur@gmail.com mo-9312460150

apani bhasha me dekhe / Translate

सोमवार, 17 अप्रैल 2017

कुलक्षणीक वर्णण , रचित रेवती रमण झा "रमण "

|| कुलक्षणीक  वर्णण ||

थर - थर  काँपथि  , सब  के  श्रापथि   
                   बचन सतत  अधलाहे  |  
इर्ष्या  आगिक   ज्वाला    धधकैन  
                  सदिखन   अनका  डाहे || 
सपनेहुँ  नीक  बचन  नञि  भाषथि 
                हन - हन  , पट - पट  ठोरे | 
  लंका   दहन     सनक   दू    डिम्मा  
             पिपनी     पर   में     नोरे  || 
छोलनी  पटकथि , करछुल पटकथि 
               पटकथि    थारी     लोटा  | 
नित  दिन  दैवक  , भोग  लगाबथि 
              अप्पन     स्वामी     बेटा  || 
सरस्वती     लक्ष्मी     हुनका    सँ  
            नित   मानै   छथि   हारि  | 
"रमण " कुलक्षणी  नारिक लक्षण 
             कहलक   आई   पुकारि   || 
:-
रचना कार - 
रेवती रमण झा " रमण "
ग्राम - पोस्ट - जोगियारा पतोर
आनन्दपुर , दरभंगा  ,मिथिला
मो 09997313751

कोई टिप्पणी नहीं: