सोहर ( जानकीक अवतार )
शिव कुमार झा टिल्लू
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सोहर सुहासिन शोर जनकपुर नगरी हे
ललना नृप छथि मगन विभोर भरल मोह गगरी हे !
सिया तन गहल कनकसँ सुशोभित चुनरी हे
ललना बरुहोथि जगतक माय जनक लेल सुनरी हे !
आँखि सुनयना मीठनोर अनूप बेटी सु-परी हे
ललना खिलनि मुदितभाल गोर पारथि धाय थपरी हे !
भरल सुनयनाक कोर मायक भेली दुलरी हे
ललना बँटल महलमे पटोर कटल दुःखमुंदरी हे !
घरघर हरित परोर ने अक्कत कुंदरी हे
ललना नाचल दीनक मनमोर पायस रस छिपरी हे !
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