|| चैतावर ||
आयल साजि चैत मधुमास ।
आगत बनि ऋतुराज बसन्तहुँ
पूरल कोकिल आस ।।
कुसुमित कुँज विटप मधुआयल
अलि कुल कर जेवनारे ।
विहग बृन्द कर कल रव कोमल
शीतल मन्द वयारे ।। आयल......
बट कचनार अनार फुलायल
छींटल रंग अवीरे ।
सुमन सुवास विपुल वन राजित
पावन संगम तीरे ।। आयल......
आँचर झारि आइ वसुधा भल
निज अजवारल कोरा ।
ऋतुपति हमर पूत्र पथ आवथु
"रमण" चारु चित चोरा ।। आयल......
गीतकार
रेवती रमण झा "रमण"
mo-9997313751
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