पंचमी पाबनि
आइ मौना पंचमी छल | एकरा नाग पंचमी सेहो कहल जाइत छै | अजुका दिन मिथिला मे माटिक थुम्हा बनाक' घरे घर राखल जाइत अछि | कुलदेवी के पातरि देल जाइत छनि |भोरे भोर नीमक पात आ नेबो खयबाक परंपरा थिक | साँपक प्रकोप सँ बचबाक लेल मूसक माँटि मंत्रिया क' घर सब मे छीटल जाइत अछि | घरक' धुरखा सब पर गोबर सँ नाग नागिन के चित्र बनौल जाइत अछि |आइ मिथिलाक प्रायः सब घर मे खीर आ घोरजाउर बनिते अछि |ई पाबनि बहुत लोक के अगिला पंचमी मे होइत अछि जकरा लगपाँचे के नाम सँ जानल जाइत अछि |
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