मातृत्व दिवस पर
हम मैथिल मिथिलाक बात
मैथिली में करबे टा करबै
मातृभाषाक गुमान बढ़ायब
मायक सेवा करबे टा करबै !
हम मैथिल मिथिलाक बात
मैथिली में करबे टा करबै
मातृभाषाक गुमान बढ़ायब
मायक सेवा करबे टा करबै !
कतेक चैन सुकून कतेक छल
मायक कोड़ा वैसबे टा करबै
मातृभूमिक सम्मान बढ़ायब
मायक पूजा करबे टा करबै !!
मायक कोड़ा वैसबे टा करबै
मातृभूमिक सम्मान बढ़ायब
मायक पूजा करबे टा करबै !!
आइ हमर मातृत्व दिवस अछि
ममताक लाज रखबे टा करबै
मधुर सरस मिठ वाणी भेटल
मायक गुण हम गेबे टा करबै !!!
ममताक लाज रखबे टा करबै
मधुर सरस मिठ वाणी भेटल
मायक गुण हम गेबे टा करबै !!!
भटसिमरि
जय मिथिला जयति मैथिली
MOTHER'S DAY
पर किछु पद्य पुष्प पद अर्पण
मायक मान माथक चन्दन
शीश नवाउ करू नित वंदन ।
शीश नवाउ करू नित वंदन ।
वांछा मंगल संतानक सदिखन
निहुँछैथ नजरि कबुला तत्क्षण ।
निहुँछैथ नजरि कबुला तत्क्षण ।
माइए स्वर्ग तप आ कर्म
वएह छथि देवी संतानक धर्म ।
वएह छथि देवी संतानक धर्म ।
माता मुदित सभ देव प्रशन्न
बुझू भेल जीवन यज्ञ सम्पन्न ।
बुझू भेल जीवन यज्ञ सम्पन्न ।
हो स्थिति विषम आ मंदिर दूर
नहि थारी अक्षत पान सिनूर ।
नहि थारी अक्षत पान सिनूर ।
आने चानन पान कपूर
करू मातक वंदन सेवा भरपूर ।
करू मातक वंदन सेवा भरपूर ।
हो मन मे सेवा आडम्बर सॅ दूर
बुझू कटल सभ कष्ट कुसूर ।
बुझू कटल सभ कष्ट कुसूर ।
मायक मान माथक चन्दन
शीश नवाउ करू नित वंदन ।
शीश नवाउ करू नित वंदन ।
सादर : महेश झा
डखरामी
डखरामी
1 टिप्पणी:
बहुत अच्छी प्रस्तुति1
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