मनोज पाठक
वाक कला पर आधारित नियमित श्रृख्लांक- ५.
वाक कला पर आधारित नियमित साप्ताहिक लेखमालाक ५ म कड़ी। एकर ऑडियो फाइल सेहो उपलब्ध अछि। सुनबाक लेल अपन ई मेल आइ डी पठाऊ। लेख उपयोगी लागय त, एकरा आगाँ फॉरवरड करू।
सांस लेबाक अभ्यास - Deep Breathing Technique
अवाजक हार्डवेयर आ सॉफ्टवेयर पर विचार क्रममे आइ हमरा लोकनि Deep Breathing
Technique यानि साँस लेबाक ओहि तकनीक पर विचार करब जाहिसँ अपार लाभ प्रत्येक व्यक्तिके भ, सकैत छैक जँ प्रतिपल व्यक्ति ढंग सँ मात्र साँस लेनाइ आ छोड़नाइ सीख लै।
मुदा तकनीक सिखबासँ पहिने एकर आवश्यकता बुझनाइ आवश्यक अछि। शरीरमे जीवनक डोर साँस सँ जुड़ल अछि ई तथ्य हम अहाँ सब गोटे जनैत छी। हमर अहाँक बजनाइ सेहो सांससं जुड़ल अछि से जनतब एहि नियमित लेखमाला के पढ़ैवला के आब नीक जकाँ बुझल होयतनि।
जनिका एखनो नहि बुझल अछि से जानि लेथि जे हमर अहांक अवाज स्वर यंत्रमे बनैत अछि आ स्वर यंत्र अवस्थित अछि श्वांसनलीक सबसं ऊपरी छोर पर। एतहिसं भ, क, ऑक्सीजनयुक्त प्राणवायु शरीरक भीतर प्रवेश करैत अछि आ कार्बनडाइऑक्साइड युक्त वायु बाहर जाइत अछि।
जनिका एखनो नहि बुझल अछि से जानि लेथि जे हमर अहांक अवाज स्वर यंत्रमे बनैत अछि आ स्वर यंत्र अवस्थित अछि श्वांसनलीक सबसं ऊपरी छोर पर। एतहिसं भ, क, ऑक्सीजनयुक्त प्राणवायु शरीरक भीतर प्रवेश करैत अछि आ कार्बनडाइऑक्साइड युक्त वायु बाहर जाइत अछि।
हम अहाँ जखन बजबाक इच्छा करैत छी तँ फेफड़ासँ वायु ऊपर दिस उठैत अछि, स्वर यंत्रक तन्तुसबके हिलबैत छैक जकर लयबद्ध तरंगसं ध्वनि बनैत अछि आ उच्चारणमे सहयोगी अंग सभक सहयोगसं अक्षर, शब्द आ वाक्यक रूपमे बोली, भाषा अनुकूल संपूर्ण वाक बनिक, सोझाँ अबैत अछि। ई तथ्य हम बेर बेर दोहरबैत छी अहाँके याद दियबैत छी।
बजनाइ, विशेष रूपसँ प्रभावशाली बजनाइ साँस लेबाक तकनीकसँ एकदम सोझेसोझ जुड़ल अछि। अपन प्रत्येक
साँस जतेक लंबा अहाँ घीच सकैत छी आ जतेक धीरे धीरे देर तक छोड़ि सकैत छी एहि पर ने केवल अहाँक अवाजक गुणवत्ता निर्भर करैत अछि अपितु अहाँक शब्द चयन क्षमता, भाषा-शैली, वाक आ संपूर्ण स्वास्थ्य सेहो निर्भर करैत अछि। प्रत्येक साँस, सुदीर्घ साँसक अभ्यासमे बदलि जाय Deep Breathing Technique मे बदलि जाय तं सुदीर्घ आयु धरि, स्वस्थ शरीर आ प्रसन्न मोनसं सुखी, तुष्ट, संपन्न आ शान्तिपूर्ण जीवन बिताओल जा सकैत अछि। एहि उद्देश्यक पूर्तिमे सबसँ बेसी सहायक होयत अहाँक वाक कला, जाहि लेल साँस लेबाक उचित तकनीक जनतब जरूरी अछि।
साँस जतेक लंबा अहाँ घीच सकैत छी आ जतेक धीरे धीरे देर तक छोड़ि सकैत छी एहि पर ने केवल अहाँक अवाजक गुणवत्ता निर्भर करैत अछि अपितु अहाँक शब्द चयन क्षमता, भाषा-शैली, वाक आ संपूर्ण स्वास्थ्य सेहो निर्भर करैत अछि। प्रत्येक साँस, सुदीर्घ साँसक अभ्यासमे बदलि जाय Deep Breathing Technique मे बदलि जाय तं सुदीर्घ आयु धरि, स्वस्थ शरीर आ प्रसन्न मोनसं सुखी, तुष्ट, संपन्न आ शान्तिपूर्ण जीवन बिताओल जा सकैत अछि। एहि उद्देश्यक पूर्तिमे सबसँ बेसी सहायक होयत अहाँक वाक कला, जाहि लेल साँस लेबाक उचित तकनीक जनतब जरूरी अछि।
ई तकनीक Deep Breathing एकदम सहज अछि। साँस जखन लिय, धीरे धीरे लिय, देर तक लिय, अपन दूनू फेफड़ामे हवा पूरा भरय, दियौ आ जखन सांस छोड़ू तँ, धीरे धीरे छोड़ू , फेफड़ा एकदम खाली भ, जेबा धरि साँस बाहर निकालैत रहू। बस एतबे करबाक अछि। इएह अछि Deep Breathing
Technique।
पढ़बामे ई पाँति जतेक आसान लागल हो करबामे आसान नहि अछि, कारण सबसं कठिन होइत छै अपन अभ्यासके बदलनाई। आ जँ अहाँ Deep Breathing नहि करैत छी तँ बस एकर अभ्यास नियमित करबामे अहाँके कम सँ कम एक महिना तँ लगबे करत आ एक महिना धरि लगातार क, पायब तँ भरोस राखू, अहाँक संपूर्ण व्यक्तित्वमे एकटा अद्भुत सुखद परिवर्तन निश्चित रूपसं आयत।
मात्र एक महिनाक निरंतर Deep Breathing सँ अहाँक सांस पहिनेसँ लंबा भ, जायत। साँस लंबा भेलासँ
1. अहाँ जखन बजबाक प्रयास करब तँ स्वर यंत्रमे अबाध गतिसँ पर्याप्त वायुक आपूर्ति लगातार होइत रहत, अहाँ बजबाक क्रम मे रूकब नहि, चाहे कतबो देर धरि बजैत रही।
2. उचित शब्द चुनबाक लेल अहाँ रूकब नहि कारण शब्द स्वतः अहाँक मोनमे पहिनेसँ फुराइत रहत।
3. स्मरण शक्ति अनायास बढ़ि जायत आ अहाँ अपन इच्छा तथा आवश्यकतानुसार एकरा आर बेसी बढ़ा सकब।
4. अहाँक स्वास्थ्य पहिनेसँ बेसी नीक भ, जायत। शरीरक रोग प्रतिरोधक क्षमतामे बढ़ोत्तरी होयत।
5. जँ कोनो बीमारी अछि, चाहे ओ शारीरिक हो वा मानसिक , Deep Breathing सं बीमारी ठीक होयबामे बहुत बेसी लाभ होयत
Deep Breathing सँ जखन एतेक बेसी लाभ होइत अछि तँ सहज सवाल उठैत अछि जे लोक एना कियैक नहि करैत छथि।
जवाब सोझ आ सरल अछि
1. प्रत्येक व्यक्ति ओतबे काज करय चाहैत अछि जतेकसँ ओकर काज चलि जाय
2. जनतबक अभाव
3. आलस
4. इच्छा शक्तिक अभाव
5. प्रारब्ध यानि भाग्य
एकटा नेना हो वा किशोर, युवा या प्रौढ़ वा वृद्ध, ई पाँचो कारण, हर आयुवर्ग पर समान रूपसँ लागू होइत अछि आ पाँचो एक दोसरासँ जुड़ल अछि।
अहाँ आयुक कोनो सीढ़ी पर एहि पल किएक ने ठाढ़ होइ, चाहे अहाँ स्त्री होइ वा पुरूष अपन साँसके सुदीर्घ बना सकैत छी, अपन वाक कलाके प्रभावी बना सकैत छी, अपन स्वास्थ्यकें आर बेसी नीक बना सकैत छी आ सुदीर्घ आयु धरि स्वस्थ शरीर आ प्रसन्न मोनसं सुखी, संतुष्ट, संपन्न आ शान्तिपूर्ण जीवन बिता सकैत छी।
अहाँके अपना पर भरोस हो वा नहि हमरा अहाँ पर भरोस अछि जे अहाँ अपन लक्ष्य प्राप्त क सकैत छी जँ अहाँके स्वयं पर संदेह अछि तँ अपन बात विस्तारसँ manubhaishow@gmail.com पर अपन voice sample के संग मेल करू । अपना दिससँ हम हरसंभव सहयोग देब से भरोस राखू। ई सहयोग अपन समाजक सेवाभावसँ पूर्णतः निःशुल्क रूपमे उपलब्ध अछि। तँए जँ ई पोस्ट अहाँके उपयोगी लगैत अछि त, एकरा आगाँ अपन परिचित लोकनिक बीच फॉरवॉर्ड करू ताकि एकर लाभ ओहो उठा सकथि जनिका एकर सबसँ बेसी आवश्यकता छनि।
अवाजक हार्डवेयर आ सॉफ्टवेयर पर जनतब आगुओ जारी रहत अगिला पोस्टमे Deep Breathing
Technique पर चर्चा जारी रहत। विशेष रूप सँ साँसक संबंध कोना मोन आ शरीरसँ जुड़ल अछि तथा वाककला एहिसँ प्रभावित होइत अछि से हम सब जानब।
शुभकामनाक संग विदा लैत छी।
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