dahej mukt mithila

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मंगलवार, 21 अप्रैल 2015

वाक कला पर आधारित नियमित श्रृख्लांक-3

   
 आ हमरा लोकनि अवाजक हार्डवेयर सॉफ्टवेयर पर विचार करब। मुदा सबसँ पहिने हमरा सबकें अवाज निर्माण प्रक्रिया सँ अवगत होयबाक चाही। जखन हम अहाँ बाजय चाहैत छी सबसँ पहिने मोनमे बजबाक इच्छा होइत अछि। इच्छापूर्तिक लेल फेफड़ासँ वायु एक निश्चित क्रममे ऊपर उठैत अछि। श्वांस नलीसँ ऊपर अबैत वायु प्रवाह, कंठमे स्थित स्वर यंत्रमे हुँ चैत अछि स्वर तंतुकें तेज गतिसँ हिलबैत अछि। स्वर तंतु हिललासँ ध्वनि उत्पन्न होइत अछि।
    वायुमिश्रित ध्वनि आरो ऊपर उठैत अछि कंठनलीसं होइत आगाँ बढ़ैत अछि। कंठ, कंठक लिबलिबी, जीह, तालु, दाँत, ठोर, नाकक सहयोगसँ अपन अपन भाषाक अनुकूल अक्षर शब्दक उच्चारण करैत अछि। अति संक्षेपमे अवाज निर्माणक इएह प्रक्रिया अछि जाहिसँ नीक वाककला सीखबाक इच्छा रखैवला प्रत्येक व्यक्तिकें परिचित रहबाक चाही।



    ध्यान राखू , वाककलामे बजबाक इच्छा सबसं पहिने अबैत अछि। इच्छा मोन यानी मस्तिष्कसँ जुड़ल अछि। मस्तिष्क जखन बजबाक फैसला कए लैत अछि शरीरक वाक उत्पादनसँ जुड़ल अपन सहायक अंग सबके निर्देश दैत छैक। एहि निर्देशक पालन उचित रूपसँ करब वाक उत्पादन अंगक दायित्व छैक। अंग जँ स्वस्थ रहल फैसला ठीकसँ तामील करैत अछि। जँ अंग अस्वस्थ अछि वा मस्तिष्कक निर्देश सँ ठीकसँ परिचित नहि भए पाबि रहल अछि वा अभ्यासक कमी रहलैक अछि तँ उचित रूपमे नीक वाक कलाक प्रदर्शन नहि भए पाओत। वक्ता ना रि प्र या तँ रत जे हु नीक बाजी मुदा ओकर बजनाइ प्रभावशाली नहि भए पौतैक।
      तँए आवश्यक अछि जे बजबाक इच्छा यानि मोन बज ना सँ सं बं धि अं , दू नूक बी ता लमे हुत नीक रहैक। तँए एकटा कुशल वक्ताकें अपन स्वास्थ्य वाककलासँ जुड़ल अंग, विशेष रूपसँ अपन कंठ , गला, जीह, दाँत ठोरक ध्यान सतत रखबाक चाही।
   आउ आब अवाजक हार्डवेयर सॉफ्टवेयर पर विचार करी। प्रत्येक व्यक्तिक अवाजक हार्डवेयर सॉफ्टवेयर दू नूके मिला दियैक एकरा ओहि व्यक्तिक Speech Personality कहल जा सकैत अछि। Speech Personality मोटामोटी सात गोट मुख्य घटकसँ निर्मित होइत अछि।
1. Pitch, पिच यानि अवाजक तारत्व
2. Energy level of voice अवाजमे दम
3. Voice quality, including resonance, timbre and tone गूंज, अनुनाद, सुर-तान सहित              अवाजक  गुणवत्ता
4. Volume (Loudness of sound) अवाजक तीव्रता
5. Tempo टेम्पो यानि एक निश्चित समयमे शब्द प्रक्षेपणक गति
6. Pronunciation उच्चारण
7. Articulation शब्दक सुस्पष्ट उच्चारणमे संधियोजना एहिमेसँ आरंभिक 4 गुण मानवीय अवाजक हार्डवेयर तथा बादक 3 गुण सॉफ्टवेयर कहबैत अछि।आउ आब हमरा लोकनि एक एक कए सातो घटक पर विचार करी। सबसँ पहिने आइ पिच पर विचार करी।
1. Pitch, पिच यानि अवाजक तारत्व -
      पिच यानी अवाजक गुण, जाहिसँ सुनाई पड़िते चिन्हा जाइत अछि जे स्वर स्त्रीक अछि वा पुरुषक। पिच यानी स्वरक तारत्व। पिचकें ठीकसँ बुझबाक लेल अवाज निर्माणक प्रक्रिया फरिछा कए बुझि लेबाक चाही। का रण कते को हन दु खी पुरूष होइत छथि जनिक अवाज महिला जकाँ पातर होइत छनि। दो सर दि ने को हि ला पन भा री वाजसँ दु खी रहैत छथि। एकर मूल कारण किशोरावस्थामे हॉरमोनल स्रावक कम वा बेसी प्रवाह होइत अछि जाहि प्रभावे स्वर यंत्रक विकास पर असरि पड़ल रहैत छैक। एक बेर पूर्ण विकासक बाद एहिमे कोनो बदलाव नहि अबैत छैक।
      हालाँकि अवाज एक बेर स्थिर भए गेलाक बाद पिचमे कोनो खास बदलाव नहि कएल जा सकैत अछि मुदा लगातार अभ्याससँ एकरा निखारि जरूर सकैत छी। अपन पिचक सबसँ नीक स्तरकें ताकि कए अपन बजनाइके प्रभावशाली जरूर बना सकैत छी। तँए जँ पिचके ठीक सँ बुझि ली वाक कलाक चौका- छक्का अपन प्रोफेशनल पि पर हूँ लगा सकै छी। हमर सतत सहयोग अहाँके भेटत से भरोस राखू
    असलमे अवाज उत्पादनक मेन फैक्ट्री यानी स्वर यंत्रमे ने को स्व तं तु हो इत छि। स्वर तंतु दरअसल हु छोट-छोट पातर-पातर मांसल परत होइत अछि। सुचारू गतिसँ जखन वायु प्रवाह एत धरि ऊपर मुहें पहुँचैत अछि तँ तेज गतिसँ हिलैत अछि ध्वनि निर्मित होइत अछि। एकटा छोट नेना चाहे बच्चा हो वा बुच्ची यानी लड़का हो वा ड़ की दू नूक अवाजमे बदलाव किशोरावस्था सँ पहिने नहि होइत छैक। किशोरावस्थामे हॉरमोनल प्रवाहक संग अवाज बदलावक प्रक्रिया शुरू होइत अछि जे 16 सँ 20 वर्ष होइतहोइत स्थिर भए जाइत अछि।
    लड़का सबमे स्वर यंत्रक भीतर स्थित स्वर तंतु किशोरावस्थामे कड़गर , मोट मजगूत भए जा इत अछि जा हि सँ दू स्वर तंतुक बीचक अंतराल यानि गैप कम भए जाइत अछि। ओकर स्वर यंत्रक आकार बढ़ि जाइत छैक। गर्दनिमे आगाँ दिस ऊपरी कंठ लग हा सँ छू कए वा नजरिसँ देखिकँ एकर अनुभव कएल जा सकैत अछि। दोसर दिस लड़कीक स्वर तंतु किशोरावस्था में आयु के अनुरूप सक्कत मजगूत होइत अछि मुदा एकर मोटाई नहि बढ़ैत छैक। दू स्वर तंतुक बीचक अंतराल यानि गैपमे कोनो खास कमी नहि अबैत अछि। तँए फेफड़ा सँ वायु प्रवाह एत धरि पहुँचला सँ सब पहिने जकाँ तेज़ गति से हिलैत अछि जल्दी-जल्दी हिललासँ अवाजमे तारत्व पहिने जकाँ पातर मेही रहैत अछि। सामान्यतः युवा लड़की या स्त्रीक गर्दनिमे स्वर यंत्रक उठान नहि देखाइत अछि।

   

 बस विधाताक बनाएल अही विधानक चलते पुरूषक अवाज मोट भारी होइत अछि जखन कि महिलाक आवाज़ मेही पातर रहैत छनि। Adam’s Apple विधाता पुरुषेटाके देलथिन , महिलाकें नहिं !! फेफड़ासँ चलल वायु प्रवाह जेहन स्वर तंतुसँ टकराइत अछि ताहि अनुरूपे स्वर बाहर निकलैत अछि। 

       अहाँक आयु चाहे जे कि छु हो जँ अहाँ अपन पिचक सबसँ नीक स्तर ताकी एहि संग प्रयोग करी वर्तमानसँ बेसी नीक वाक कला अहाँक भए सकैत अछि ताहिमे कोनो संदेह नहि। मात्र संगीतसं जुड़ल व्यक्तिएकें नहि अपितु मार्केटिंग, वकालत, शिक्षा सहित अवाजक विविध उपयोगसं जुड़ल प्रत्येक व्यक्तिकें अपन उपलब्ध पिचक जानकारी रखबाक चाही अवसरक अनुकूल बदलि-बदलि कए एकर उपयोग करबाक चाही।


   बस एहि पोस्टमे एतबे। जँ अहाँ एहि विषयमे आर सहयोग जनतब चाहैत छी विस्तारसँ अपन समस्या manubhaishow@gmail.com पर अपन voice sample के संग मेल करू अपना दिससँ हम हरसंभव सहयोग देब से भरोस राखू। अवाजक हार्डवेयर सॉफ्टवेयर पर जनतब आगुओ जारी रहत अगिला पोस्टमे अवाजमे दम अवाजक गुणवत्ता पर चर्चा करब।
शुभकामनाक संग 
मनोज पाठक 

वाक कला पर आधारित नियमित श्रृख्लांक-2 

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