जोड़ लगाकर मिथिला राज्य को
बनाना है साथियों
जोड़ लगाकर मिथिला राज्य को बनाना है साथियों
खींच कर आकाश धरती पर झुकना है साथियों
चीर सीना पर्वतों का गंगा बहाना है साथियो
इतना जोड़ लगाओ कि कांप उठे दश दिशायें एक ही हुंकार से
इतना विश्वास दिला दो लोगो को जो जुड़ जाएँ आप से !
चल पड़ो तो कोई अड़चन राह में आए नही
अड़चनों को राह से हटना सिखा दो साथियों
कामयाबी ख़ुद-ब-ख़ुद चल कर आता नही अपने आप से
कारवाँ इतनी बड़ी बनाओ कि मंज़िल मिलें आसान से
मंज़िल अपना मिथिला राज्य को बनाना है साथियों !
भेद-भाव को दूर भगाकर सद्-भाव फैलानी है साथियों
भाव ये जन-जन के मन में जगानि है साथियो
तोड़ कर इस जाति भाषा धर्म की ज़ंजीर को
मानवता को धर्म अपना बनाना है साथियों
मंज़िल अपना मिथिला राज्य को बनाना है साथियों !
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