सुपौल -
मिथिला में कोशी के अनुपम छटा के लेल जानल जाए बाला जिला छल सुपौल। एही जिला के महत्ता इहो लेल बेसी अछि कियाकि एकर सीमा नेपाल से सटल ये। बिहार आ नेपाल के सीमा पर बनल कोशी बराज एतोका मुख्या आकर्षक ये ५२टा फाटक बला एही बांध के निर्माण से सुपौल जिला में बाढ़ से रहत भेटल ये। मुदा ई बांध ई नज़र अलोकिक ये कल-कल, छल-छल बहैत जखन अहाँ कोशी के धार के देखब ते अहाँक करेज हिल जाएत पानी से धार एहन रहय छल की अगर एकटा अहाँ घड़ा के ऊपर से फेकू ते ओ पानी के छुएत ही टूटी जाएत। हिन्दू धर्म के अनुसार ई इलाका मत्स्य क्षेत्र छल। एहिठाम बोध के काल में दू टा राजा के राज्य के साक्ष्य सेहो भेटल ये।
इतिहास -
सुपौल जिला के इतिहास बड़ पुरान छल, बोध काल आ महाभारत काल में भी एही जिला के किछु साक्ष्य भेटल ये। एतोका इतिहास के बारे में याह से पता लगाय सकय छी की एतोका एकटा स्कूल छल विलियम हाई स्कूल जे ११२ साल पुरान छल। एतोका नवोदय विद्यालय कैकटा विद्वान आ पैघ लोग के निर्माण कैलक ये। एतोका एकटा क्लब १०० साल पुरान अछि। कुल मिलाके ई कहि सकय छी की वैदिक युग से ही एही जिला के अस्तित्व ये।
भूगोल -
सहरसा जिला से कटि के बनल एही जिला के स्थापना १९९१ में भेल छल। पहिने सुपौल एकटा अनुमंडल छल आ कोशी प्रमंडल के अंतर्गत आबए छल। मुदा १९९१ में ई अपन स्वतंत्र जिला के रूप में अस्तित्व में आएल। सुपौल जिला के उत्तर में नेपाल, दक्षिण में सहरसा, पूरब में अररिया आ पश्चिम में मधुबनी जिला छल। जिला के कुल क्षेत्रफल २४१० वर्ग किलोमीटर छल। एतोका औसत तापमान ३१ डीग्री सेल्सियस आ औसत वर्षा ११०० से १३०० मिलीमीटर अछि। वैदिक काल में मत्स्य क्षेत्र के रूप में जानल जाय बला एही जिला में पानी के मात्र भरपूर छल। एतोका माटि कतोs कतोs जलोढ़, चिकनी आ कतोs कतोs बलुआही माटि देखय लए भेट जाएत। कोशी एतोका मुख्या नदी अछि आ तिलयुगा, छैमरा, काली, तिलावे, भेंगा, मिरचैया, आ सुरसर एकर सहायक नदी छल।
जनसँख्या आ शिक्षा -
२०११ के जनसँख्या के अनुसार एतोका आबादी २२२८३९७ छल जाही में पुरुष के संख्या ११५७८०९ आ महिला के संख्या १०७०५८२ छल। साक्षरता के प्रतिशत ४७.12 प्रतिशत छल जाही में पुरुष के प्रतिशत ३०.१९% आ महिला के प्रतिशत १८.०९% छल।
अनुमंडल - सुपौल, निर्मल्ली,बीरपुर आ त्रिवेणीगंज।
प्रखंड - निर्मल्ली, मरौना, सुपौल, किशनपुर, सरीग्रह, पिपरा, बसंतपुर, राघोपुर, प्रतापगंज, त्रिवेणीगंज, आ छतरपुर।
प्रमुख नदी - कोशी,तिलयुगा, छैमरा, काली, तिलावे, भेंगा, मिरचैया, आ सुरसर नदी छल।
पर्यटन स्थल -
कोशी बराज - भारत नेपाल सीमा के एक तरह से विभाजित करैत ई बराज सुपौल जिला आ समस्त उत्तर भारत के लोगेन के लेल जे कोशी के दंश से परेशान रहैत रहे हुनका लेल वरदान के काज करलक। सुपौल जिला के एही बांध से बड़ राहत ते भेटबे करलक संगे कृषि के क्षेत्र में भी बहुत रास सहायता भेटल। एही बांध के निर्माण १९५८ से १९६२ के बीच कएल गेल छल।
कपिलेश्वर मंदिर -
हनुमान मंदिर -
कोशी रेल महासेतु -
पब्लिक लाइब्रेरी -
एही चारो के बारे में किनको जानकारी होए ते सूचित करब.
मिथिला में कोशी के अनुपम छटा के लेल जानल जाए बाला जिला छल सुपौल। एही जिला के महत्ता इहो लेल बेसी अछि कियाकि एकर सीमा नेपाल से सटल ये। बिहार आ नेपाल के सीमा पर बनल कोशी बराज एतोका मुख्या आकर्षक ये ५२टा फाटक बला एही बांध के निर्माण से सुपौल जिला में बाढ़ से रहत भेटल ये। मुदा ई बांध ई नज़र अलोकिक ये कल-कल, छल-छल बहैत जखन अहाँ कोशी के धार के देखब ते अहाँक करेज हिल जाएत पानी से धार एहन रहय छल की अगर एकटा अहाँ घड़ा के ऊपर से फेकू ते ओ पानी के छुएत ही टूटी जाएत। हिन्दू धर्म के अनुसार ई इलाका मत्स्य क्षेत्र छल। एहिठाम बोध के काल में दू टा राजा के राज्य के साक्ष्य सेहो भेटल ये।
इतिहास -
सुपौल जिला के इतिहास बड़ पुरान छल, बोध काल आ महाभारत काल में भी एही जिला के किछु साक्ष्य भेटल ये। एतोका इतिहास के बारे में याह से पता लगाय सकय छी की एतोका एकटा स्कूल छल विलियम हाई स्कूल जे ११२ साल पुरान छल। एतोका नवोदय विद्यालय कैकटा विद्वान आ पैघ लोग के निर्माण कैलक ये। एतोका एकटा क्लब १०० साल पुरान अछि। कुल मिलाके ई कहि सकय छी की वैदिक युग से ही एही जिला के अस्तित्व ये।
भूगोल -
सहरसा जिला से कटि के बनल एही जिला के स्थापना १९९१ में भेल छल। पहिने सुपौल एकटा अनुमंडल छल आ कोशी प्रमंडल के अंतर्गत आबए छल। मुदा १९९१ में ई अपन स्वतंत्र जिला के रूप में अस्तित्व में आएल। सुपौल जिला के उत्तर में नेपाल, दक्षिण में सहरसा, पूरब में अररिया आ पश्चिम में मधुबनी जिला छल। जिला के कुल क्षेत्रफल २४१० वर्ग किलोमीटर छल। एतोका औसत तापमान ३१ डीग्री सेल्सियस आ औसत वर्षा ११०० से १३०० मिलीमीटर अछि। वैदिक काल में मत्स्य क्षेत्र के रूप में जानल जाय बला एही जिला में पानी के मात्र भरपूर छल। एतोका माटि कतोs कतोs जलोढ़, चिकनी आ कतोs कतोs बलुआही माटि देखय लए भेट जाएत। कोशी एतोका मुख्या नदी अछि आ तिलयुगा, छैमरा, काली, तिलावे, भेंगा, मिरचैया, आ सुरसर एकर सहायक नदी छल।
जनसँख्या आ शिक्षा -
२०११ के जनसँख्या के अनुसार एतोका आबादी २२२८३९७ छल जाही में पुरुष के संख्या ११५७८०९ आ महिला के संख्या १०७०५८२ छल। साक्षरता के प्रतिशत ४७.12 प्रतिशत छल जाही में पुरुष के प्रतिशत ३०.१९% आ महिला के प्रतिशत १८.०९% छल।
प्रशासनिक विभाग -
पुरनिया जिला में कुल चारि टा अनुमंडल, ग्यारह टा प्रखंड, आ ५५४ टा गाँव छल।अनुमंडल - सुपौल, निर्मल्ली,बीरपुर आ त्रिवेणीगंज।
प्रखंड - निर्मल्ली, मरौना, सुपौल, किशनपुर, सरीग्रह, पिपरा, बसंतपुर, राघोपुर, प्रतापगंज, त्रिवेणीगंज, आ छतरपुर।
प्रमुख नदी - कोशी,तिलयुगा, छैमरा, काली, तिलावे, भेंगा, मिरचैया, आ सुरसर नदी छल।
पर्यटन स्थल -
कोशी बराज - भारत नेपाल सीमा के एक तरह से विभाजित करैत ई बराज सुपौल जिला आ समस्त उत्तर भारत के लोगेन के लेल जे कोशी के दंश से परेशान रहैत रहे हुनका लेल वरदान के काज करलक। सुपौल जिला के एही बांध से बड़ राहत ते भेटबे करलक संगे कृषि के क्षेत्र में भी बहुत रास सहायता भेटल। एही बांध के निर्माण १९५८ से १९६२ के बीच कएल गेल छल। कपिलेश्वर मंदिर -
हनुमान मंदिर -
कोशी रेल महासेतु -
पब्लिक लाइब्रेरी -
एही चारो के बारे में किनको जानकारी होए ते सूचित करब.
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