dahej mukt mithila

(एकमात्र संकल्‍प ध्‍यान मे-मिथिला राज्‍य हो संविधान मे) अप्पन गाम घरक ढंग ,अप्पन रहन - सहन के संग,अप्पन गाम-अप्पन बात में अपनेक सब के स्वागत अछि!अपन गाम -अपन घरअप्पन ज्ञान आ अप्पन संस्कारक सँग किछु कहबाक एकटा छोटछिन प्रयास अछि! हरेक मिथिला वाशी ईहा कहैत अछि... छी मैथिल मिथिला करे शंतान, जत्य रही ओ छी मिथिले धाम, याद रखु बस अप्पन गाम - अप्पन बात ,अप्पन मान " जय मैथिल जय मिथिला धाम" "स्वर्ग सं सुन्दर अपन गाम" E-mail: apangaamghar@gmail.com,madankumarthakur@gmail.com mo-9312460150

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बुधवार, 26 नवंबर 2025

संविधान दिवस

     प्रिय       देशवासियों, 

   
 नमस्ते! 
   
 26 नवंबर हर भारतीय के लिए बहुत गौरवशाली दिन है। इसी दिन 1949 में संविधान सभा ने भारत के संविधान को अंगीकार किया था। इसलिए एक दशक पहले, साल 2015 में NDA सरकार ने 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया था। 
   
 हमारा संविधान एक ऐसा पवित्र दस्तावेज है, जो निरंतर देश के विकास का सच्चा मार्गदर्शक बना हुआ है। ये भारत के संविधान की ही शक्ति है जिसने मुझ जैसे गरीब परिवार से निकले साधारण व्यक्ति को प्रधानमंत्री के पद पर पहुंचाया है। संविधान की वजह से मुझे 24 वर्षों से निरंतर सरकार के मुखिया के तौर पर काम करने का अवसर मिला है। मुझे याद है, साल 2014 में जब मैं पहली बार संसद भवन में प्रवेश कर रहा था, तो सीढ़ियों पर सिर झुकाकर मैंने लोकतंत्र के सबसे बड़े मंदिर को नमन किया। साल 2019 में जब चुनाव परिणाम के बाद मैं संसद के सेंट्रल हॉल में गया था, तो सहज ही मैंने संविधान को सिर माथे लगा लिया था। 
   
 संविधान दिवस पर हम डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद समेत उन सभी महान विभूतियों का स्मरण करते हैं, जिन्होंने भारत के संविधान के निर्माण में अपना अहम योगदान दिया है। डॉक्टर बाबासाहेब अम्बेडकर की भूमिका को भी हम सभी याद करते हैं, जिन्होंने असाधारण दूरदृष्टि के साथ इस प्रक्रिया का निरंतर मार्गदर्शन किया। संविधान सभा में कई प्रतिष्ठित महिला सदस्य भी थीं, जिन्होंने अपने प्रखर विचारों और दृष्टिकोण से हमारे संविधान को समृद्ध बनाया। 
   
 साल 2010 में जब संविधान के 60 वर्ष हुए थे, तब मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था। हमने संविधान के प्रति कृतज्ञता और निष्ठा प्रकट करने के लिए एक प्रयास किया। 2010 के उस साल में गुजरात में ‘संविधान गौरव यात्रा’ निकाली गई थी। इस पवित्र ग्रंथ की प्रतिकृति को एक हाथी के ऊपर रखकर मैंने उस भव्य यात्रा की अगुवाई की थी। 
   
 जब संविधान के 75 वर्ष पूरे हुए, तो ये हमारी सरकार के लिए ऐतिहासिक अवसर बनकर आया। हमें देशभर में विशेष अभियान चलाने का सौभाग्य मिला। संविधान के 75 वर्ष होने पर हमारी सरकार ने संसद का विशेष सत्र आयोजित किया और राष्ट्रव्यापी जागरूकता अभियान भी चलाया। ये अभियान जन-भागीदारी का बड़ा उत्सव बन गया। 
   
 इस वर्ष का संविधान दिवस कई कारणों से विशेष है:
यह वर्ष सरदार पटेल जी और भगवान बिरसा मुंडा जी की 150वीं जयंती का है। सरदार पटेल जी के नेतृत्व और सूझबूझ ने देश का राजनीतिक एकीकरण सुनिश्चित किया। ये सरदार पटेल जी की ही प्रेरणा है जिसने हमारी सरकार को जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 की दीवार गिराने के लिए प्रेरित किया। आर्टिकल 370 हटने के बाद वहां भारत का संविधान पूरी तरह लागू हो गया है और लोगों को संविधान प्रदत्त सभी अधिकार मिले हैं।
 
   
 भगवान बिरसा मुंडा जी का जीवन आज भी हमें जनजातीय समुदाय के लिए न्याय, गरिमा और सशक्तिकरण सुनिश्चित करने की प्रेरणा देता है। इस साल हम वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूरे होने का उत्सव भी मना रहे हैं। वंदे मातरम् हर दौर में प्रासंगिक रहा है। इसके शब्दों में हम भारतीयों के सामूहिक संकल्प की गूंज निरंतर सुनाई देती रही है। इस वर्ष हम श्री गुरु तेग बहादुर जी की शहादत के 350वें वर्ष को भी मना रहे हैं। उनका जीवन और शहादत की गाथा आज भी हमें प्रेरित करती है। 
   
 इन सभी का जीवन हमें उस कर्तव्य को सर्वोपरि रखने की प्रेरणा देता है, जिसे हमारे संविधान ने भी सबसे अहम बताया है। हमारे संविधान का आर्टिकल 51A मौलिक कर्तव्यों को समर्पित है। ये कर्तव्य हमें सामाजिक और आर्थिक प्रगति प्राप्त करने का रास्ता दिखाते हैं। महात्मा गांधी ने हमेशा नागरिकों के कर्तव्यों पर बल दिया था। वे मानते थे कि जब हम ईमानदारी से कर्तव्यों का निर्वहन करते हैं, तो हमें अधिकार भी स्वत: मिल जाते हैं। 
   
 देखते ही देखते इस सदी के 25 वर्ष पूरे हो चुके हैं। अब आने वाला समय हमारे लिए और भी महत्वपूर्ण है। साल 2047 तक आजादी के 100 वर्ष हो जाएंगे। साल 2049 में संविधान निर्माण के 100 वर्ष पूरे हो जाएंगे। हम आज जो नीतियां बनाएंगे, जो निर्णय लेंगे, उसका प्रभाव आने वाले वर्षों पर...आने वाली पीढ़ियों पर पड़ेगा। हमारे सामने विकसित भारत का लक्ष्य है इसलिए हमें राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्यों को सर्वोपरि रखते हुए ही आगे बढ़ना है। 
   
 हमें राष्ट्र के प्रति, समाज के प्रति अपने कर्तव्यों का निर्वाह करना होगा। देश ने हमें कितना कुछ दिया है। इसके लिए हम सबके मन में कृतज्ञता का भाव होना चाहिए। जब हम इस भावना से जीवन जीते हैं, तो कर्तव्य अपने आप जीवन का स्वभाव बन जाता है। अपना कर्तव्य पूरा करने के लिए हमें अपने हर काम को पूरी क्षमता और पूरी निष्ठा से करने का प्रयास करना होगा। हमारा हर कार्य संविधान की शक्ति बढ़ाने वाला हो। हमारा हर कार्य देशहित से जुड़े उद्देश्यों को पूरा करने वाला हो। हमारे संविधान निर्माताओं ने जो सपने देखे थे, उन्हें पूरा करने का दायित्व हम सबका है। जब हम अपने काम को कर्तव्य की भावना के साथ करेंगे तो देश की सामाजिक और आर्थिक प्रगति कई गुना बढ़ जाएगी। 
   
 संविधान ने हमें मतदान का अधिकार दिया है। एक नागरिक के तौर पर हमारा कर्तव्य है कि मतदान का कोई अवसर छोड़े नहीं। हमें 26 नवंबर को स्कूलों में, कॉलेजों में उन युवाओं के लिए विशेष सम्मान समारोह आयोजित करने चाहिए, जो 18 वर्ष के हो रहे हैं। हमें उन्हें यह महसूस कराना चाहिए कि वे अब केवल छात्र या छात्रा नहीं, बल्कि नीति निर्माण की प्रक्रिया के सक्रिय सहभागी हैं। स्कूलों में हर वर्ष 26 नवंबर को फर्स्ट-टाइम वोटर्स का सम्मान करने की परंपरा विकसित होनी चाहिए। जब हम इस तरह युवाओं में जिम्मेदारी और गर्व का भाव जगाएंगे, तो वे जीवनभर लोकतंत्र के मूल्यों के प्रति समर्पित रहेंगे। यही समर्पण एक सशक्त राष्ट्र की नींव बनता है। 
   
 आइए, इस संविधान दिवस पर हम अपने महान राष्ट्र के कर्तव्यनिष्ठ नागरिक के रूप में अपने दायित्वों का पालन करने का संकल्प दोहराएं। ऐसा करके ही हम विकसित और सशक्त राष्ट्र के निर्माण में अपना अहम योगदान दे सकेंगे। 
   
   
 आपका, 
नरेन्द्र मोदी

मंगलवार, 25 नवंबर 2025

SIR से संबंधित कुछ फैक्ट् हैं जो आम जनता को शायद नहीं पता हैं:

 आजकल एक नया प्रोपेगेंडा चलाया जा रहा है कि देश भर में SIR के कारण BLO पर काम का काफी प्रेशर है और SIR के कारण BLO आत्महत्या तक कर रहे हैं.

लेकिन SIR से संबंधित कुछ फैक्ट् हैं जो आम जनता को शायद नहीं पता हैं:

1. SIR की समय सीमा 4 नवंबर 2025 से लेकर 4 दिसंबर 2025 तक यानि कि एक महीना है.

2. एक महीना में एक BLO को 1000 से 1200 वोटर्स से मिलने का टास्क दिया गया है.

अब अगर मान लें कि एक परिवार में 3 से 4 वोटर हैं तो एक BLO को एक महीने में 1000/4 = 250 परिवार से मिलने का टास्क दिया गया है.

अब 250 को अगर 30 दिन से भाग दे दें तो ये कुल 250/30 = 8 से 9 परिवार प्रतिदिन होते हैं.

अब फिर, यदि एक परिवार के साथ बिताया गया एवरेज समय आधा घण्टा (30 मिनट) भी मान लिया जाए तो ये कुल मिलाकर 4 से 5 घण्टे होते हैं.

जबकि सरकारी नियमानुसार ही किसी भी ड्यूटी का ऑफिशियल समय कम से कम 8 घंटे होते हैं.

इससे आप खुद ही समझ सकते है कि SIR में BLO पर कितना प्रेशर है.

और हाँ... इसमें हमें ये भी नहीं भूलना चाहिए कि एक बूथ के सारे मतदाता एक ही जगह या मुहल्ले में मौजूद रहते हैं न कि पूरे शहर या राज्य में फैले रहते हैं.

असल में ऐसा नैरेटिव गढ़ने वाले लोग ये बात भूल जाते हैं कि हम अब ऐसे युग में हैं जहां सूचना की व्यापक पहुंच लोगों की जेब तक है और जनता अब समझदार हो चुकी है.

अगर अपवादस्वरूप किसी BLO ने आत्महत्या की है तो उसका कारण कुछ और होगा SIR नहीं.... 

वास्तव में SIR कोई "प्रेशर" नहीं एक "टास्क" है...

SIR देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए जरूरी है, SIR से देश में अवैध रूप से रह रहे घुसपैठियों की पहचान सुनिश्चित की जा रही है. इसलिए एक जागरूक भारतीय नागरिक होने के नाते SIR में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लीजिए और SIR को सफल बनाने की जिम्मेदारी हम सबकी है.

बुधवार, 19 नवंबर 2025

आजकल भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार मतदाता सूची विशेष प्रगाढ़ निरीक्षण(SIR)

*नोएडा-61 विधानसभा के सभी सम्मानित मतदाताओं से अपील* 


पहले तो ट्विटर/फेसबुक/ इंस्टाग्राम/व्हाट्सएप के माध्यम से जुड़े हुए सभी महानुभावों को नमस्कार और प्रणाम,,,,,,, आप सभी को ज्ञात है कि आजकल भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार मतदाता सूची विशेष प्रगाढ़ निरीक्षण(SIR)  के तहत सभी बीएलओ और उनके सहयोगी( BLA-2) आपके घर में जिन लोगों के वोट बने हुए हैं उन सभी मतदाताओं के दो-दो  गणना प्रपत्र देकर जा रहे हैं तो मैं आप सभी लोगों से अपील करना चाहूंगा कि इस गणना प्रपत्र को गंभीरता से ले और सभी जो BLO  और उनके सहयोगी जो इस अभियान में लगाए गए हैं उनकी सहायता करें। कुछ लोग इस मतदाता गणना प्रपत्र को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं तो मैं उनको बता दूं कि अगर गणना प्रपत्र भरकर जमा नही करेंगे तो उनका नाम वोटर लिस्ट से हट जाएगा और उन्हें अपना वोट दुबारा बनवाने के लिए उपखंड अधिकारी( SDM ) के सामने पेश होना पड़ेगा और आपको ज्यादा समस्या आएगी बहुत सारी परेशानियां उठानी पड़ेगी। इसलिए 30 नवम्बर से पहले पहले आप अपने वोट की जानकारी लेकर इस कार्यवाही को पूर्ण करें।

इसलिए इस मतदाता गणना प्रपत्र में क्या-क्या भरा जाना है उसकी थोड़ी जानकारी मैं यहां दे देता हूं ।

1. सबसे पहले जिन व्यक्तियों के वोट बने हुए हैं उनके लिए दो-दो गणना प्रपत्र BLO द्वारा आपके घर पर पहुंच रहे है।

2. प्रत्येक मतदाता की दो-दो नवीनतम फोटो पासपोर्ट साइज की आवश्यकता होगी। प्रपत्र पर जो फोटो दी गई है उस पर फोटो नहीं चिपकाए  बल्कि उसके पास ही लिखा गया है की (नवीनतम फोटो यहां चिपकाए) तो आप फोटो वही चिपकाए। 

3. प्रपत्र के तीन भाग हैं एक ऊपर का भाग है। इसमें में जो मतदाता है उसकी जन्मतिथि ,मोबाइल नंबर ,आधार संख्या ,पिता का नाम, पिता का EPIC नम्बर (वोटर पहचान पत्र)माता का नाम ,माता का EPIC नंबर और पति या पत्नी का नाम लिखना होता है।

4. नीचे वाले जो दो कॉलम है अगर वह आपको समझ में आए तो बढ़िया है अगर नहीं आए तो कोई बात नहीं  BLO साहब वह खुद भर देंगे।

5. उसके बाद जो साक्षर है वह अपना साइन करेगा और जो साक्षर नहीं है वह अपने बाएं हाथ के अंगूठे का निशान लगाएगा।

6. अंतिम में ,मैं  आप लोगों से केवल इतना ही निवेदन करूंगा कि आप अगर कुछ भी ना कर पाओ तो जब भी BLOसाहब आए तो उन्हें आपका आधार कार्ड ,EPIC  नंबर ,फोटो यह सारी चीज उपलब्ध करवा दो तो भी बहुत सहायता हो जाती है

7. उसके अलावा यदि किसी को अपना नया वोट बनवाना है तो BLO फॉर्म -6 मांगे और उसे भर कर तुरंत जमा कर दे। साथ ही आपका कोई एड्रेस चेंज हो गया है पहले पोलिंग स्टेशन कहीं और था तो आप BLO से फार्म संख्या 8 मांगें व उसे भी भरकर गणना प्रपत्र के साथ ही जमा कर दें।

8. यदि कोई व्यक्ति नोएडा में रहता है और उसका वोट नोएडा के बाहर  देश के किसी अन्य क्षेत्र में है तो वह फॉर्म-8 भरकर, उसमें पूर्व में जो वोट है उसकी जानकारी एवं जहां नया बना है वहां की जानकारी भरकर BLO को दे नोएडा में वोट स्थानांतरित हो जाएगा।

9. *फॉर्म-6 व फॉर्म-8 भरने के लिए BLO  मना नही कर सकता। यदि BLO आपको भ्रमित करता है कि ये SIR अभियान के बाद में होगा तो इसकी शिकायत चुनाव आयोग को तुरंत करें।*

10. इसके अलावा अगर कोई भी समस्या आ रही है तो आपके आसपास राजनीतिक पार्टियों के कार्यकर्ता होंगे उनसे सहायता ले  सकते है, पूरी जानकारी नोएडा सेक्टर -19 सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय के प्रथम तल पर चुनाव आयोग के कार्यालय से भी प्राप्त कर सकते है। 

11. नोएडा-61 विधानसभा के सभी  मतदाताओं की सुविधा के लिए  हेल्पलाइन नम्बर 9217207199 जारी किया गया है

धन्यवाद

गुरुवार, 9 अक्टूबर 2025

"करवा चौथ के प्रचलन - Ashok Mishra

 विषय : "करवा चौथ के प्रचलन", मिथिलांचल में सेहो तेज़ी सँ हाबी भ रहल। 


आजुक समय में मिथिलांचल में “करवा चौथ” के परंपरा सेहो धीरे-धीरे बहुतहिं तेज़ी सँ हाबी भ’ रहल अछि। पहिने मिथिला में ई प्रथा नै छल। मिथिलाक स्त्री सभक अपन अनेक लोकपर्व रहैत छनि - जेना कि शामा-चकेवा, मधुश्रावणी, जीतिया, छठि, तिला संक्रांति, तुलसी विवाह इत्यादि जेकर मूल भावना सेहो पति-पत्नीक प्रेम, निष्ठा आ दीर्घायु स’ जुड़ल अछि। 

      एहन पवित्र भाव मिथिला संस्कृति में सदिखन रहैत आएल अछि। हम “करवा चौथ”क खूब सम्मान करैत छी, कारण हर परंपरा अपन विश्वासक प्रतीक होइत अछि। 

      संस्कृति के आदान-प्रदान कथमपि खराब नै छैक, धरि अपन जड़ि सँ कटि क कोनो आर परंपरा में पूर्णतः डूबि गेनाई व ओहि के अहम हिस्सा बना लेनाई, हमर व्यक्तिगत विचार सँ मिथिलाक "सांस्कृतिक हानि" अछि। 

      दोसरक संस्कृति, परम्परा वा व्यवहार सँ किछु अपनायब एहि दिशि इंगित करैत अछि जे, हमर जे सनातन परम्परा अछि, ओ पूर्ण नहि अछि। ओहि में किछु नव जोड़बाक आवश्यकता अछि। जबकि मिथिला अपन साँस्कृतिक विरासत आ परम्पराक सङ्गे पूर्ण अछि, कोनहुँ अन्यक जरुरैत नहि अछि। 

      चिंता एहि बातक अछि जे मिथिला समाज अपन मौलिक संस्कार, लोकगीत, लोकव्रत आ रीति-रिवाज छोड़िकेँ दोसर प्रदेशक संस्कृति सँ अत्यंत प्रभावित भ’ रहल अछि। मिथिला के लोग अपन संस्कृति के छोड़ि वा बिसरि क अन्य जगहक संस्कृति अपना रहल छथि। 

      अपन पहचान बचेनाई बहुत जरूरी अछि, नहि तँ भावी पीढ़ी मिथिलाक मूल लोकपरंपरा सँ बिल्कुल अनभिज्ञ रहि जाएत। मिथिला केवल एकटा भूभाग नहि, बल्कि एकटा जीवंत संस्कृति के प्रतीक अछि। मिथिला संस्कृति अपन मर्यादा, मातृशक्ति के सम्मान, मधुर वाणी, खान-पान, आध्यात्मिकता, प्रकृति सँ संलग्नता, लोकसंस्कृति आ जीवन दर्शन लेल प्रसिद्ध अछि। 

      अतएव, ई अति आवश्यक अछि जे अपन लोकपर्व, लोकभाषा आ परंपरा केँ स्नेहपूर्वक सहेजि क राखी, जकरा सँ अप्पन मिथिलाक गौरव सदा अमर रहत। 

      चिंतन - चलू कनी काल लेल मानलौं जे, पति के लेल आर अपन भाग सौभाग्यक लेल कोनो पावनि केनाई कोनो अधलाह नै छै। मुदा, ओहि पति परमेश्वर के माय बाप के गाईर पढ़नाई आर पति के हरदम दुत्कारैत रहनाई कथमपि ठीक नै छैक। कियौ माए बहिन पति लेल कोनहु पर्व करै छथि, त हुनका सॅं हमर विनम्र निवेदन अछि जे अपन पतिदेव केॅं कदर सेहो निष्ठा भाव सॅं करथि।       

शनिवार, 4 अक्टूबर 2025

ट्रेड डील

अमेरिका की व्यापार शर्तों (ट्रेड डील) के सामने भारत क्यों नहीं झुकता?

यह एक बहुत ही खतरनाक खेल है। अगर हम झुक गए, तो देश खत्म हो गया समझो।

अमेरिकी दृष्टिकोण के पीछे नम्रता नहीं, बल्कि एक छिपी हुई गंदी राजनीति है।

एक ऐसा शर्तों भरा क्लॉज है, जिसे भारत ने छूने से भी इनकार कर दिया है।

ट्रंप रोज दबाव बनाते हैं, लेकिन भारत मजबूती से खड़ा है।

सब पूछते हैं, भारत अमेरिका की सभी शर्तों पर हस्ताक्षर क्यों नहीं करता?

तो चलिए, इस बात को विस्तार से समझते हैं...

साल 2030 तक भारत-अमेरिका के बीच व्यापार का लक्ष्य 500 बिलियन डॉलर तक पहुंचाने का सपना है।

अच्छा लगता है ना? लेकिन उस सपने के पीछे एक शर्त थी... *जेनेटिकली मॉडिफाइड (GM) बीज/फसलें।*

अमेरिका ने कहा – *साइन करो।*

भारत ने कहा – *नहीं, कभी नहीं।*

क्योंकि यह सिर्फ व्यापार नहीं, बल्कि राष्ट्रीय स्वतंत्रता का सवाल है।

GM बीज कोई साधारण बीज नहीं, यह तो एक सॉफ्टवेयर है।

पेटेंट वाला सॉफ्टवेयर... एक बार बोओ, तो हमेशा पैसे देते रहो।

फिर आपकी फसल आपकी नहीं रहती, वह *बीज के मालिक* की हो जाती है।

वह बीज का मालिक कौन है, जानते हैं? *Monsanto Ltd.*

हां, वही Monsanto कंपनी, जिसने Agent Orange बनाया था और अब उसका नया नाम है *Bayer Ltd.*

कंपनी का नाम बदला, लेकिन जहर वही है।

1960 के दशक में, अमेरिका पूरी दुनिया को गेहूं सप्लाई करता था।

लेकिन अब क्या देता है?

• GM मक्का

• GM सोया

• GM कैनोला

• GM कपास

ये सब *“राउंडअप रेडी”* फसलें हैं।

GM से खरपतवार मर जाते हैं, लेकिन फसल जिंदा रहती है! क्योंकि वह केमिकल रेसिस्टेंट होती है।

अमेरिका में आज 95% मक्का GM है। सोया का भी यही हाल है।

और यह सब कहां जाता है? सीधे लोगों के भोजन में।

1990 के बाद से अमेरिका में...

o मोटापा दोगुना हो गया,

o किशोरों में डायबिटीज तेजी से बढ़ा,

o बांझपन,

o डिप्रेशन,

o कैंसर,

o हृदय रोग, लिवर की बीमारियां।

*यह सब "संयोग" है या "अंजाम"?*

और इनका "इलाज" क्या है?

*दवाइयां:*

o स्टैटिन्स

o मेटफॉर्मिन

o एंटी-डिप्रेसेन्ट्स

o ओजेम्पिक

*यह इलाज नहीं — सब्सक्रिप्शन है!*

आप जियो, लेकिन हमेशा दवाइयों पर निर्भर रहो।

*Big Food आपको बीमार करता है।*

*Big Pharma आपको जिंदा रखता है।*

*Big Insurance आपको सब कुछ चुकवाता है।*

और आपको जानकर हैरानी होगी कि…

इन तीनों के मुख्य शेयरधारक कौन हैं?

• Vanguard

• BlackRock

• State Street

और वही लोग निवेश करते हैं...

• खाने में

• दवाइयों में

• न्यूज नैरेटिव में

इसलिए भारत ने *साफ मना कर दिया* और फिर क्या हुआ?

*ट्रंप के ट्वीट्स:*

• पाकिस्तान के साथ मधुर संबंध दिखाना

• पश्चिमी मीडिया का भारत विरोधी रुख

*विपक्ष की आवाज:*

• मोदी सरकार असफल रही

लेकिन कोई यह नहीं कहता कि... *क्यों?*

*क्योंकि यह “ट्रेड डील” नहीं, भारत को बीमार बनाने की योजना है।*

अगर भारत अमेरिका की इस "ट्रेड डील" पर साइन करता है, तो क्या खोएगा?

• हमारे किसान

• हमारे बीज

• हमारी मिट्टी का स्वाभिमान

• हमारा भविष्य

ये खलनायक कौन हैं?

*कृषि क्षेत्र में:*

• Bayer (Monsanto)

• ADM

• Cargill


*खाद्य क्षेत्र में:*

• Nestlé

• PepsiCo

• Kraft


*फार्मा क्षेत्र में:*

• Pfizer

• Johnson & Johnson

• Merck


*बीमा क्षेत्र में:*

• United Health


और इन सबके पीछे कौन है?

वही महंगे निवेशक,

वही डॉलर!

वही खतरनाक योजना।

अगली बार जब कोई पूछे:

अमेरिका की शर्तें मान लेने में क्या हर्ज है?

तो उन्हें कहो:

आप अपने घर के बच्चों को खिलाओगे, या उनकी फैक्ट्रियों को?

यह एंटी-अमेरिका नहीं है, यह है:

• मिट्टी के पक्ष में

• सत्य के पक्ष में

• भविष्य के पक्ष में

और अगर किसी को लगता है कि *भारत सिर उठा रहा है*, तो लगने दो

क्योंकि अगर हम उनकी शर्तों पर साइन कर लेंगे, तो सिर्फ एक करार नहीं खोएंगे... बल्कि अपने पैरों तले की जमीन खो देंगे।

यह लेख पढ़कर सभी को समझना चाहिए कि अमेरिका की दादागिरी के खिलाफ पूरी दुनिया में सिर्फ *एक ही आदमी* लड़ रहा है और उसे सपोर्ट करना हमारा राष्ट्रीय कर्तव्य है। 🙏

यह लेख वाकई आंखें खोल देने वाला है और जिसकी आंखें खुल गई हों, वह एक बार जरूर शेयर करे। 🙏जय माताजी की!🚩🚩

मंगलवार, 9 सितंबर 2025

गलती ढूंढ के दिखाइए


1- कुरान सिर्फ मारने का नहीं बल्कि तड़पा-तड़पाकर मारने का आदेश देती है !! 

2- स्क्वाड्रन लीडर अजय आहूजा को 12 घंटे से ज्यादा समय तक टॉर्चर करके मारा गया !

3- कैप्टन सौरभ कालिया के साथ हुई नृशंसता को लिखने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं !

4- पृथ्वीराज चौहान को अंधा करके मारा गया !

5- पृथ्वीराज चौहान की पत्नी संयोगिता को नग्न कर बलात्कार करने के लिये वहशी दरिंदों के बीच  फेंक दिया गया और मरने तक दरिंदे उसका रेप करते रहे

6- गुरु अर्जुनदेवजी को गर्म तवे पर बैठाने के बाद उन पर खौलती हुई रेत डालकर मारा गया !

7- गुरु तेगबहादुर जी की नृशंस हत्या कैसे की गई बताने की जरूरत नहीं !

8- भाई मतिदास जी को लकड़ी के दो पाटों में बांधकर ऊपर से नीचे आरी से चीरा गया !

9- भाई सतीदास को बड़े कड़ाह में खौलते तेल में डुबाकर मारा ,

10- भाई दयाला जी को रुई में लपेटकर जिन्दा जलाया !

11- गुरु गोविंद जी के दो मासूम साहिबजादों को जिंदा ही दीवार में चुनवा दिया गया !

12- बाबा बंदा बहादुर को उनकी खाल नोंचते हुए पंजाब से दिल्ली लाने के बाद मारा गया, उनके मुँह में उनके ही बच्चे का दिल ठूँस दिया गया !

13- छत्रपती संभाजी महाराज को, 65 दिन हाल-हाल करके उनकी चमडी छिलकर, उनका वध किया गया !

14- जिस सोच ने सैंकड़ों साल तक ऐसी नृशंसताएँ कीं, उसी सोच ने 1990 में कश्मीर के सैंकड़ों हिन्दुओं के सिर में रॉड ठोककर मारा !

15- अभी अभी हाल ही में, फरवरी 2020 में, #अंकित_शर्मा को 2 घंटे से ज्यादा समय तक चाकू के 400 वार करके मारा गया !

लेकिन... फिर भी अगर आपको ऐसा लगता है कि मेरे जैसे लोग नफरत फैला रहे हैं और मोदी जी के आने के बाद हिन्दू-मुस्लिम भाईचारा खत्म हो गया है तो...

आपको भगवान भी नहीं बचा सकते ! 

हम व्यक्तिगत  तौर पर किसी भी पार्टी के खिलाफ नही है लेकिन यदि कुछ bjp में अच्छा लगता है है वो तो वो सिर्फ उसकी धर्म को बचाने के लिए नीतियों जो आज तक कोई भी सरकार नही कर सकी 

ये मैसेज है जिन्हें आप सही दृष्टिकोण से समझोगे तो जानोगे महंगाई और तेल के दाम से इतना फ़र्क़ नही पड़ता जो जब पड़ेगा जब हम ऐसे राजा को शासन करने का मौका गवां देंगे जिसने धर्म की रक्षा के लिए  महत्वपूर्ण कदम उठाये है

  *1 - मोदी राम मंदिर बनवाता है...*

_तो मोदी IIT, IIM or AIIMS भी बनवाता है !_

2 -मोदी लाकडाउन लगाता है...*

_तो मोदी फ्री राशन ओर 20 लाख करोड़ का राहत पैकेज भी देता है !_

*3 - मोदी ताली, थाली बजवाता है...*

_तो मोदी वैक्सीन भी बनवाता है !

*4 - मोदी दिये मोमबत्ती जलवाता है...*

_तो मोदी 18000 गांव में बिजली पहुंचाता है !_

*5 - मोदी स्टैचू आफ युनिटी बनवाता है...*

_तो मोदी वार मैमोरियल भी बनवाता है !_

*6 - मोदी भाजपा कार्यालय बनवाता है...*

_तो मोदी नया संसद भवन भी बनवाता है !_

*7 - मोदी रोहिंग्याओ को भगाता है...*

_तो मोदी कश्मीरी पण्डितो को बसाता है !_

*8 - मोदी 10 लाख का सूट बूट पहनता है...*

_तो उनकी निलामी करके सारा पैसा चैरीटी भी करता है !_

*9 - मोदी राफेल खरिदता है...*

_तो मोदी ब्रहम्मोस बेचता भी है  !

*10 - मोदी तेजस को PPP माडल पे चलाता है...*

_तो मोदी गतिमान ओर बुलेट ट्रेन भी चलाने को बोलता है  !_

*11 - मोदी कुछ स्टेशन PPP माडल पर करता है...*

_तो डेडीकेटेड़ फ्रेट कारिड़ोर (DDFC) भी बनवाता है  !_

*12 - मोदी अगर टोल टैक्स वसूल करता है....*

_तो मोदी 14 लेन हाईवे, ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे,अटल टनल, बोगीबिल‌ ब्रिज भी बनवाता है  !_

*13 - मोदी पैट्रोल-डिजल महंगा करता है...*

_तो मोदी ईरान का 43000 करोड़ भी चुकाता है          ओर आपात स्थिति के लिए फ्यूल रिजर्व सैन्टर भी बनाता है !_

*14 - मोदी सिलेंड़र महंगा करता है....*

_तो मोदी 7 करोड़ गरीबो को फ्री सिलेंडर भी देता है  !_

*15 - मोदी स्वच्छ भारत मिशन चलाता है....*

_तो मोदी 12 करोड़ शोचालय भी बनवाता है  !_

*16 - मोदी CAA, NRC, CAB लेके आता है....*

_तो मोदी पाकिस्तान विस्थापितो को भारत में बसाता है  !_

*17 - मोदी चाईना की कम्पनीयो को भगाता है....*

_तो मोदी आत्मनिर्भर भारत , मेक इन इंडिया भी लेके आता है  !_

*18 - मोदी नोटबंदी करता है...*

_तो मोदी डिजिटल पेमेंट, नयी करंसी लेके आता है  !_

*19 - मोदी चाईना की ऐप्स बंद करता है...*

_तो मोदी स्वदेसी नाविक सैटेलाईट लेकर आता है  !_

*20 - चाईना पाकिस्तान आंख दिखाता है...*

_तो मोदी डोकलाम, ओर सर्जिकल स्ट्राईक कराता है  !_

*21 - मोदी अगर खुद को हिंदू कहता है....*

_तो कांग्रेसियो,TMC को भी घाट-घाट,मंदिर-मंदिर घुमाता है  !_

*उपरोक्त तथ्यों में से कोई एक भी गलत है अथवा अतिशयोक्ति से भरा हुआ है तो आप को चैलेंज है कि साबित करें और गलती ढूंढ कर दिखाएं*

वरना मान लें कि

👉 *शताब्दियों बाद भारत को‌* *कोई सनातनी राजा मिला है*... 

*पैट्रोल -डीजल में बिक जायेंगे* *इतनी छोटी नही हस्ती हमारी*....

*बाकी जिसे विरोध करना है करने दीजिए:*

*ॐ - जरा बारिश तेज़ हुई तो* *लोग आसमान को दोष देते हैं* । 

*ॐ - लोगों को दुख दर्द मिलता है* *तो भगवान को दोष देते हैं*। 

*ॐ - नाकामयाब होते हैं तो किस्मत को दोष देते हैं। 

ॐ - जमीन जायदाद कम मिलती है तो माँ बाप को दोष देते हैं

फिर मोदी जी तो  इंसान ही है* 🙏

🙌हमारा राष्ट्र हमारी जिम्मेदारी 

🤝जन-जन की हो भागीदारी 

🐚मेरा धर्म मेरा गर्व मेरा अभिमान

🚩सनातन बचाऔ, सनातन बढ़ाओ 

🙏🙏 अगर सहमत तो आप इस सन्देश को अपनो को भेजिए और हिंदुत्व के सच्चे सारथी बनिये - 🙏🙏

उत्तर प्रदेश में योगी जी को मुख्यमंत्री लम्बे समय तक रहना बहुत जरूरी है और भारत में प्रधानमंत्री जी श्री नरेंद्र मोदी जी की बहुत आवश्यकता है। सावधान सारे भ्रष्टाचारी एक हो रहे है।

*कम से कम पांच ग्रुप मैं जरूर भेजे*

*कुछ लोग नही भेजेंगे*

*लेकिन मुझे यकीन है आप जरूर भेजेंगे*

शनिवार, 6 सितंबर 2025

डोनाल्ड ट्रंप, अपनी सोशल मीडिया पर चिल्लाया: "भारत पर 50% टैरिफ लगाऊंगा!

जब अमेरिका का एक बड़ा नेता, डोनाल्ड ट्रंप, अपनी सोशल मीडिया पर चिल्लाया: "भारत पर 50% टैरिफ लगाऊंगा!"

 


यूरोपियन यूनियन ने शोर मचाया, जापान ने बैठकर सौदा करने की कोशिश की, और चीन ने सीधा पलटवार कर दिया।

लेकिन भारत?

बस शांत। न कोई भाग-दौड़, न वॉशिंगटन की तरफ दौड़, न कोई हड़बड़ी वाली मीटिंग। सिर्फ सन्नाटा...

क्यों....?

क्योंकि अमेरिका के साथ खेला हो गया..

टैरिफ के मार से भारत की "आह" तक नहीं निकली.. 

क्यों? क्या मोदी का घमंड था? या अंधा देशभक्ति का जोश?

नहीं...

बिलकुल नहीं...!! ये तो एक लंबी, गहरी साजिश थी,

जो 11 साल पहले शुरू हुई थी।

साल 2014....

मोदी प्रधानमंत्री बने ही थे, तभी NSA अजीत डोभाल ने उनसे कहा, "सर, अगर भारत सुपरपावर बनना चाहता है, तो अमेरिका का दबाव सहने की तैयारी करनी पड़ेगी।

असली दुश्मन चीन नहीं, बल्कि हमारी कमजोरियां हैं – डॉलर की जकड़न, तेल पर दूसरों का कब्जा, और हथियारों की निर्भरता।"

मोदी ने पूछा, "तो क्या करें?"

डोभाल ने जवाब दिया, "खतरे से दूर रहना है अमेरिका से दुश्मनी नहीं। लेकिन भारत पहले खाड़ी और अफ्रीका के देशों से दोस्ती बढ़ाये। अपनी नौसेना मजबूत करे, और अपना बाजार को हथियार बनाये।"

बस, योजना शुरू हो गई। जैसे कोई योद्धा अपना कवच गढ़ता है, वैसे ही साल दर साल ये चलती रही।

शुरुआत 2014 में 'मेक इन इंडिया' से। 

फिर 2015 में कतर से गैस का सौदा दोबारा तय किया। 2016-17 में UPI और GST लाए, जो डिजिटल अर्थव्यवस्था की रीढ़ बने।

2018 में ईरान पर अमेरिकी पाबंदी आई, तो हमने अपना सिस्टम बनाया जो पाबंदी से बचाए। 

2019 में इलेक्ट्रॉनिक्स पॉलिसी – अब सिर्फ जोड़ना नहीं, बल्कि पार्ट्स खुद बनाना। 2020 में PLI स्कीम, 1.97 लाख करोड़ की।

2021 में तेल का रिजर्व स्टॉक। 2022 में INS विक्रांत जहाज, UAE और ऑस्ट्रेलिया से व्यापार समझौते।

2023 में UPI को विदेश से जोड़ा, रुपए में व्यापार शुरू। 2024 में अग्नि-V मिसाइल टेस्ट, कतर से 20 साल का गैस डील, और चाबहार बंदरगाह।

और 2025 में सर्विस एक्सपोर्ट 387.5 अरब डॉलर तक पहुंचा, अमेरिका का 25% टैरिफ आया, लेकिन असर? जीरो।

ये घमंड नहीं था, भाई।

ये कवच था – मजबूत, अटूट।

2013 में GDP 1.86 ट्रिलियन डॉलर थी, 

2025 में 4.19 ट्रिलियन – दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था। PPP में 17.65 ट्रिलियन। रफ्तार 6-8%। गरीबी आधी हो गई। FDI 300 अरब$ से ऊपर।

हां, रास्ता कठिन था। टैक्स भारी पड़े, दर्द हुआ। लेकिन ये आग की परीक्षा थी, जो स्टील को मजबूत बनाती है। अब टैरिफ हमारी जंजीर नहीं, बल्कि हमारी ढाल से टकराते हैं।

वो पुराना भारत, जो अमेरिका के आगे झुकता था, वो खत्म हो चुका। यहां कोई राजा का नुमाइंदा नहीं, कोई कठपुतली नहीं।

अब हम अपनी चाय पीते हैं, अपने जहाज गिनते हैं, अपने समंदर की रखवाली करते हैं, और अपनी कमाई पर किसी की दया नहीं मांगते।

मोदी को गालियां मिलेंगी, आलोचना होगी।

लेकिन ये कवच भारत का है।

और अब सवाल पश्चिम से है: "जब भारत नहीं झुकेगा, तो तुम्हारा अगला दांव क्या होगा, साहब?"

क्योंकि उस इटालियन पप्पू से वोट-चोरी की कितनी भी नौटंकी करा लो मोदी ना तो रुकने वाला ना तो भारत अब झुकने वाला है।

अगर लेख समझ नहीं आया तो दोष मेरा नहीं आपका है , क्योंकि पप्पू को फॉलो करते करते आपकी बुद्धि का स्तर भी वही रह गया है थोड़ा उसको विकसित करो । क्योंकि मुझे नहीं लगता इससे आसान भाषा में किसी को भी कुछ बताया जा सकता हो ।

कमेंट में जय हिन्द लिखना न भूलें...

जय हिन्द.... 🇮🇳

शुक्रवार, 29 अगस्त 2025

पता करो कि ?

 *मित्रो, "अब तो कुछ करना ही होगा"*

*क्योंकि इनकी नजर में*

मतदाता गलत, 

देश की संसद गलत, 

प्रधानमंत्री गलत,

मंत्रिमंडल गलत,

लोकतांत्रिक प्रक्रिया से चुनी गई पूरी सरकार गलत,

कृषि कानून गलत,

370 का हटना गलत, 

जी एस टी गलत,

नोटबंदी गलत,

मेक इन इंडिया गलत,

आत्मनिर्भर भारत गलत,

राम मंदिर गलत,

घुसपैठियों को हटाने के लिये कानून गलत,

राफेल गलत,

सर्जिकल स्ट्राइक गलत,

एयर स्ट्राइक गलत,

आपरेशन सिंदूर गलत,

सेना के अधिकारी गलत,

चुनाव आयोग गलत,

सर्वोच्च न्यायालय गलत,

सर्वोच्च न्यायालय द्वारा गठित समिति गलत,

समिति के सदस्य गलत,

जीयो गलत,

जीयो का टॉवर गलत,

पतंजली गलत,

रामदेव गलत,

मीडिया गलत, 

वैक्सीन गलत,

*भारत देश ही गलत,*

भारत का विश्व में बढ़ता दबदबा गलत,

*बस सही है तो...*

1-सारे रास्तों पर डेरा जमाने वाले *आंदोलनकारी,*

2-लोगों का रास्ता रोकने वाले आंदोलनकारी,

3-ऐश करते आंदोलनकारी,

4-राकेश टिकैत और तमाम किसान नेता,

5-वामपंथी,

6-शाहीन बाग,

7-परिवारवादी पार्टियाँ,

8-चीन,

9-पाकिस्तान घुसपैठिये,

10-खालिस्तानी,

11-विघटनकारी, 

12-टुकड़े-टुकड़े गैंग,

13-दंगाई,

14-लुटियन्स गैंग,

15-आतंकवादी,

16- *विदेशी फण्डिंग पर पल रहे देशद्रोही,* 

17- तुष्टिकरण,

18-अवार्ड वापसी गैंग,

19-नशेड़ियों *की जमात,*

20 - ट्रंप के बयान,

युवाओं के मन में एक प्रश्न  बना हुआ था कि 

*कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा ?*

अब इसका उत्तर मिल गया है:

*और अब इस देश के लिए ये भी जानना जरूरी है कि:-*

1- नेताजी सुभाष चन्द्र बोस को क्यूँ और किसने मारा?

2- अमर शहीद चंद्रशेखर आजा़द की मुखबरी किसने की थी? 

3- श्री लाल बहादुर शास्त्री को किसने और क्यों मारा।

4- डॉ श्यामाप्रसाद मुखर्जी जी की हत्या क्यों और किसने कराई?

*युवाओं! ज़रा विचारो, कहाँ गलतियां हुई हैं..*

*और वो पूछो जो तुम से जुड़ा हुआ है!...*

5- *पता करो कि* 

हम लगभग 800 साल तक गुलाम क्यों रहे?

6- *पता करो कि* 

जो देश आर्थिक, सामाजिक, शैक्षिक, और वैज्ञानिक रूप से सशक्त था.. 

विश्व गुरु था..

वो सब ज्ञान कहाँ और कैसे खत्म हो गया? 

7- *पता करो कि* 

ईरान से इंडोनेशिया तक की सीमाएं सिकुड़ कर इतनी छोटी कैसे हो गई, कि हमें कश्मीर से भी भगा दिया गया ? 

8- *पता करो कि* 

गुरु गोबिंद सिंह जी के मासूम बेटों को जिंदा दीवाल में क्यों चुनवा दिया गया ?

9- *पता करो कि* 

महाराणा प्रताप को घास की रोटी क्यों खानी पड़ी?

10- *पता करो कि* 

झांसी की रानी वीरांगना लक्ष्मीबाई को किसकी गद्दारी का दुष्परिणाम भुगतना पड़ा?

11- *पता करो कि* 

वीरों की धरती होते हुए भी हम गुलाम क्यों हुए, हमारी माँ-बहनों को अपमान की आग में क्यों जलना पड़ा?

12- *पता करो कि*   

*बिना किसी समर्थन के भी नेहरू देश के पहले प्रधान मंत्री कैसे बन गए?*

13- *पता करो कि*

 *पाकिस्तान का स्थायी रोग* 

किसने भारत को दिया? *तब हुआ क्या-क्या था ?*

14- *पता करो कि* 

कश्मीर को नासूर बनाने का बीज 

*किसने क्यों और कैसे बोया..?*

15- *पता करो कि*  

नेपाल के महाराजा के भारत में विलय के प्रस्ताव को 1952 में 

*किसने और क्यों ठुकरा दिया था* ?

16- *पता करो कि* 

1953 में UNO में भारत को स्थायी सीट देने के स्वयं अमेरिका के प्रस्ताव को क्यों जान बूझकर भुला  दिया गया था और वह सदस्यता चीन को क्यों दिला दी गई?

17- *पता करो कि* 

सेना को हत्यारा, 

नक्सलियों को क्रांतिकारी   व जिहादी/आतंकवादियों को भटका हुआ बेरोजगार/नौजवान कहने वाला 

*देश का सांसद कैसे बन गया*?

18- *पता करो कि* 

*माँ दुर्गा को वेश्या कहने का साहस किसी को कहाँ से मिलता है?* 

19- *पता करो कि* 

देवी देवताओं के नंगी तस्वीर बनाने वालों को समर्थन कौन देता है?

2o- *पता करो कि* 

आतंकवादी याकूब की फांसी रुकवाने के लिये आधी रात के बाद भी सुप्रीम कोर्ट को खोलने के लिये कौन मजबूर कर देता है?

21- *पता करो कि*

 देश की दुर्दशा के लिये कौन जिम्मेदार है?

 *आप खुद कारण जानो कि हमारा कैलाश पर्वत और मानसरोवर तीर्थ चीन के हिस्से में व ननकाना साहेब पाकिस्तान के हिस्से में किसकी ग़लती से कैसे चले गए?*

*और भी बहुत सारी गलतियां हैं*

*"हम क्या थे, क्या हो गए, और क्या होंगे अभी सोचो,"*

*हम सबका कर्तव्य है कि इतिहास की गलतियों का विवेचना करें। देशहित में और भविष्य में उन गलतियों को न दोहराने का प्रण लें,* 

*तब ही हमारी मातृभूमि, हमारी संस्कृति, हमारा धर्म सशक्त, समृद्ध व सम्मानित होगा।*

*"जो सेक्युलर जाहिल कहते हैं कि हस्ती मिटती नहीं हमारी।*

जा कर देख लें, 

*अफगान, पाक, बांग्लादेश में एक भी बस्ती दिखती नहीं तुम्हारी।।"*

*राष्ट्रहित सर्वोपरि*

*भारत माता की जय*

*वंदे मातरम - जय हिंद*  🇮🇳  🙏 

सोमवार, 25 अगस्त 2025

चौठचन्द्र चौरचन 26/08/2025

चौठचन्द्र चौरचन पूजा के संपूर्ण पाठ  

  26/08/2025

     भादव शुक्ल चतुर्थी पहिल साँझ व्रती स्नान कऽ आसन पर बैसि पूजाक सब सामग्री अरिपन अनुसार दही डाली मररक खीरपूरी दीप संग कलशसथापन कय कुशक वा सोना चांदी पवित्री पहिर तेकुशा जल लय इ मंत्र पढि सामग्री संग जल छिटी स्वयं पवित्र होई छथि-

नम:! अपवित्र: पवित्रोवा सर्वावस्थां गतोपिवा।
य: स्मरेत् पुण्डरीकाक्षं सवाह्याभ्यन्तर: सुचि सुचि।।
नमः! पुण्डरीकाक्ष: पुनातु।जल सिक्त करू।।

तेकुशा तील जल लय संकल्प मंत्र-

नमोऽस्यां रात्रौ भाद्रे मासि शुक्ल पक्षे चतुर्थ्यां तिथौ अमुक गोत्राया: ममाऽमुकीदेव्या: ।सकल कल्याणोत्पत्तिपूर्वक धनधान्यदि समृद्धि सकल मनोरथ सिद्ययर्थं यथाशक्ति गंधपुष्प धूपदीप ताम्बूल यज्ञोपवित वस्त्रनानाविध-नैवेद्यादिभि: रोहिणीसहित भाद्र शुक्ल चतुर्थी चंद्रपूजनं तत्कथाश्रवणं चाहं करिष्ये।

गणपत्यादि पंचदेवता पूजन-

अक्षत लय --   नमो गणपत्यादि पंचदेवता: इहागच्छत इह तिष्ठत।कहि पात पर एककात राखि                      दी।

अर्घा में जल लय    - एतानि पाद्यादीनि एषोर्घ: नमो गणपत्यादि पंचदेवता भ्यो नम:।

फूल में चानन लगाके    - इदमनुलेपनं गणपत्यादि पंचदेवता भ्यो नमः ।

अक्षत लय      -इदमक्षतं गणपत्यादि पंचदेवता भ्यो नम:। 

फूल लय    -इदं पूष्प गणपत्यादि पंचदेवता भ्यो नम:। 

बेलपात लय    -इदं विल्वपत्रं गणपत्यादि पंचदेवता भ्यो नम:। 

दूबि लय       -इदं दुर्वादलम् गणपत्यादि पंचदेवता भ्यो नम:।

जल लय     -एतानि गंधपुष्पधूपदीपताम्बुलयथाभाग नानाविध नैवेद्यानि गणपत्यादि पंचदेवता भ्यो नम:।नैवेद्य पर। 

जल लय    -इदमाचीनीयं नमो गणपत्यादि पंचदेवता भ्यो नम:।

विधवा स्त्री तील लय  - --    नमो भगवत् भगवान श्री विष्णो इहागच्छ इह तिष्ठ। पूजा के बगल में पात पर राखू।

जल लय-एतानि पाद्यादीनि एषोर्घ: नमोभगवते श्रीविष्णवे नम:।पूजा पात पर चढादी। अहिना फूल तुलसीपात आदि सौं पंचोपचार पूजा करी।

सधवा स्त्री गौरी पूजा करथि-

अक्षत लय    -नमो गौरि इहागच्छ इह तिष्ठ।

जल लय    -एतानि पाद्यादीनि नमो गौर्ये नम:। 

चानन लय     -इदमनुलेपनं नमो गौर्ये नम:। 

सिंदुर लय    -इदं सिन्दूरमनमो गौर्ये नम:। 

अक्षत लय    -इदमक्षतं नमो गौर्ये नम:। 

फूल लय       -इदं पुष्पं नमो गौर्ये नम:।

दुबि लय      - इदं दुर्वादलम नमो गौर्ये नम:।

बेलपात लय        - इदं विल्वपत्रं नमो गौर्ये नम:। 

जल लय         -एतानि गंधपुष्पधूपदीपताम्बुलयथायदिभाग नानाविध नैवेद्यानि नमो गौर्ये नम:।नैवेद्य पर उत्सर्ग करी।  

जल लय       -इदमाचीनीयं नमो गौर्ये नम:।

चौठचन्द्र पूजा   -     अक्षत लिय-नमो रोहिणीसहित भाद्र शुक्ल चतुर्थी चंद्र  इहागच्छ इह तिष्ठ।पात पर राखू।

उजर फूल लिय         - श्वेतांबरं स्वच्छतनुं सुधांशु चतुर्भुजं हेमविभूषणाढ्यम्।वरं सुधा दिव्यकमण्डलुञ्च करैरभीतिञ्च दधानभीडे।।एष पपुष्पाञ्जलि।

जलक अर्घ्यदान     -सोमाय सोमेश्वराय सोमपतये सोमसम्भवाय गोविन्दाय नमो नम:।

एतानि पाद्यादीनि एषोऽर्घ्य: नमो रोहिणीसहित भाद्र शुक्ल चतुर्थी चंद्राय नम:।

चानन लय      -मलयाद्रिसमुद्भूतं श्रीखंडं त्रिदशाप्रियम्। सर्वपापहरं सौख्यं चंदनं मे प्रगृह्यताम्।

चानन लय      - इदमनुलेपनं नमो रोहिणीसहित भाद्र शुक्ल चतुर्थी चंद्राय नम:।

अक्षत लय       -इदमक्षतं नमो रोहिणीसहित भाद्र शुक्ल चतुर्थी चंद्राय नम:।

उजर फूल लय      - त्रैलोक्यमोदकं पुष्पं शुक्ल पुष्पं मनोहरम्।दिव्यौषधि क्षपानाथ गृह्यतां च प्रसीद मे।एतानि पुष्पाणि नमो रोहिणीसहित भाद्र शुक्ल चतुर्थी चंद्राय नम :।

बेलपात लय       -इदं विल्वपत्रं नमो रोहिणीसहित भाद्र शुक्ल चतुर्थी चंद्राय नमः।

दुबि लिय         -इदं दुर्वादलम नमो रोहिणीसहित भाद्र शुक्ल चतुर्थी चंद्राय नमः।

यज्ञोपवित लय          - सुसंस्कृतं चतुर्वेदैर्द्विजानां भूषणं वरम्।यज्ञोपवितंदेवेश कृपया मे प्रगृह्यताम्।इमे यज्ञोपविते वृहस्पतिदैवते नमो रोहिणीसहित भाद्र शुक्ल चतुर्थी चंद्राय नम :।

वस्त्र लय       - तन्तुसन्तानसम्भूतं कलाकोशलकल्पितम्। सर्वाङ्गभूषणश्रेष्ठं वसनं परिधीयताम्।।इदं वस्त्रं वृहस्पतिदैवतं नमो रोहिणीसहित भाद्र शुक्ल चतुर्थी चंद्राय नम :।

नैवेद्य             - नैवेद्यं गृह्यतां देव भर्क्ति मे ह्यचलां कुरू।ईप्सितं मे वरं देहि परत्र च परांङ्गतिम।। 

एतानि गंधपुष्प धूपदीपसदधिपक्वान्नादि नानाविध नैवेद्यानि नमो रोहिणीसहित भाद्र शुक्ल चतुर्थी चंद्राय नम :।

 पुंगीफल     ---        पूंगीफलं महद्दिव्यं नागवल्लीदलैर्युतम्। कर्पूरादिसमायुक्तं ताम्बूलं प्रतिगृह्यताम्।।एतानि ताम्बूलानि।

धूप-   ---  गन्धभारवहं दिव्यं नानावस्तुसमनवितम्। सुरासुरनरानन्दं धूपं देव गृहाण मे।। एष धूप: नमो रोहिणीसहित भाद्र शुक्ल चतुर्थी चंद्राय नम :।

कलशदीपदानम      -  मार्तण्डमण्डलाखण्डचन्द्रबिम्बाग्निदीप्तिमान्। विधात्रा देवदीपोऽयं निर्मितस्तेऽस्तु भक्तित:। एष कलशदीप: नमो रोहिणीसहित भाद्र शुक्ल चतुर्थी चंद्राय नम :।

शंख में  फल फूल दूध लय     - अत्रिनेत्रसमुद्भूत क्षीरोदार्णवसंभव।गृहामार्घ्य मया दत्तं रोहिण्या सहितप्रभो ।इदं दुग्धार्घ्यं नमो रोहिणीसहित भाद्र शुक्ल चतुर्थी चंद्राय नम :।

डाली लय चंद्र दर्शन मंत्र----

सिंह प्रसेन मवधीत्सिंहो जाम्बवताहत :! 

सुकुमारक मा रोदीस्तव ह्येष स्यमन्तक :!

प्रणाम मंत्र-

नम: शुभ्रांशवे तुभ्यं द्विजराजाय ते नम ।

रोहिणीपतये तुभ्यं लक्ष्मीभ्रात्रे नमोऽस्तु ते । ।

दही छाँछी लय प्रणाम मंत्र -

दिव्यशंखतुषाराभं क्षीरोदार्णवसंभवम्! 

नमामि शशिनं भक्त्या शंभोर्मुकुट भूषणम्! !

प्रार्थना मंत्र -

मृगाङ्क रोहिणीनाथ शम्भो : शिरसि भूषण ।

व्रतं संपूर्णतां यातु सौभाग्यं च प्रयच्छ मे । ।

रुपं देहि यशो देहि भाग्यं भगवन् देहि मे।

पुत्रोन्देहि धनन्देहि सर्वान् कामान् प्रदेहि मे।।

तदुपरांत स्यमन्तक मणी जाम्बवान पुत्र सुकुमार पर आधारित कथा ध्यान मग्न भय सुनि।जहिना पूजा केलहुं ओहि क्रम में बेराबेरी विसर्जन करी

विसर्जन मंत्र-

     jal lake -       नमो गणपत्यादि पंचदेवता: पूजिता: स्थ क्षमध्वं स्वस्थानं गच्छत।

विधवा     - नमो विष्णो पूजितोऽसि प्रसीद क्षमस्व।

सधवा     - नमो गौरि पूजितासि प्रसीद क्षमस्व।

नमो रोहिणीसहित भाद्र शुक्ल चतुर्थी चंद्र पूजितोऽसि प्रसीद क्षमस्व स्वस्थानं गच्छ।

दक्षिणा द्रव्य जल से सिक्त कय तील जल लय मंत्र-

नमोऽस्यां रात्रौ कृतेतद्रोहिणीसहित भाद्र शुक्ल चतुर्थी चंद्र पूजन तत्कथा श्रवण कर्म प्रतिष्ठार्थमेतावद्द्रव्य मूल्यकहिरण्यमग्निदैवतं यथानाम गोत्राय ब्राह्मणाय दक्षिणामहं ददे।कुश तील जल द्रव्य पर अर्पण कय। दक्षिणा प्रतिपन्न करी ओ स्वाच्छन्न देता।

क्षमायाचना    -- सपरिवार कलजोरी- हे चतुर्थी चंद्र हम त आहां के बच्चा छी यथासाध्य नैवेद्य फुल पान लय आहांक पुजा कयल कोनो त्रुटि लेल क्षमा करब।

तदुपरांत मड़ड उत्सर्ग कय भांगि आ प्रसाद वितरण करी।

पंडित भेट जाईथ त सर्वोत्तम नै त पिता/पती/पुत्र/भाई/कुटंब/संवंधी  से उपरोक्त विधि से पुजन कर

पं.राजीव झा

सोमवार, 18 अगस्त 2025

आत्मनिर्भर भारत' और 'मेक इन इंडिया

 


  अमेरिका पिछले 100 सालों से महाशक्ति रहा है। उन्होंने हर उस देश को नष्ट कर दिया है जिसने उन्हें चुनौती दी।*

जब जापान ने उन्हें चुनौती दी, तो उन्होंने उन्हें नष्ट कर दिया। जब यूएसएसआर ने उन्हें चुनौती दी, तो उन्होंने उन्हें 17 टुकड़ों में तोड़ दिया।

जब इराक ने अपना सिर उठाया, तो उन्होंने उन्हें नष्ट कर दिया। उन्होंने ईरान के साथ भी ऐसा ही किया।

*आजकल चीन है। लेकिन भारत के अधिक भू-राजनीतिक महत्व प्राप्त करने के साथ, भारत की बारी आ गई है।*

 पिछले 100 सालों से अमेरिकी उद्योगपतियों ने दुनिया के टॉप टेन उद्योगपतियों पर अपना दबदबा कायम रखा है, टॉप 10 में से 8, 9 तो सिर्फ अमेरिकी उद्योगपति हैं, कोई और दूर-दूर तक नहीं l

जब चीन के *"जेक मा"* ने तीसरा स्थान हासिल किया तो उनके खिलाफ *"लॉबिंग"* शुरू हो गई और उन्हें भागना पड़ा, वे अब अडानी और अंबानी जैसे भारतीय कारोबारियों के पीछे पड़े हैं।

अमेरिका की ताकत उसका उद्योग है, वह तकनीक और व्यापार के बल पर पूरी दुनिया को नियंत्रित करता है,

*अगर कोई देश या उद्योगपति उनसे मुकाबला करेगा या उन्हें चुनौती देगा तो वे अरबों रुपए खर्च करके उन्हें बर्बाद कर देंगे*  

पिछले पांच सालों में भारतीय उद्योगपति *"अडानी"* ऊंची उड़ान भर रहे थे, पिछले साल वे दुनिया के दूसरे सबसे बड़े उद्योगपति बन गए थे, अगर यही रफ्तार जारी रहती तो वे 2024 में दुनिया के सबसे बड़े उद्योगपति बन जाते, दुनिया भारत की तरफ देखती l

ऊर्जा पर निर्भरता भारत की कमजोरी रही है, जिसके कारण 1991 में भी भारत को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा था  भारत के तेल आयात बिल में भारी वृद्धि के कारण संकट और गहरा गया है। अडानी भारत की सबसे *महत्वाकांक्षी परियोजना-* दुनिया की सबसे कम लागत वाली ग्रीन हाइड्रोजन परियोजना स्थापित करके भारत की ऊर्जा को सुरक्षित करने की दिशा में काम कर रहे हैं, जो समय के साथ तेल और गैस की जगह ले लेगी। यह हिंडनबर्ग द्वारा अडानी पर बार-बार किए गए हमलों की व्याख्या करता है। और हाल ही में सीएनबीसी द्वारा अडानी के दुनिया के दूसरे ट्रिलियनेयर बनने के पूर्वानुमान के साथ, समूह पर हमले यहां से और तेज होंगे।

यदि भारत *'आत्मनिर्भर भारत' और 'मेक इन इंडिया'* अभियान चला रहा है, तो इसका मतलब है कि भारत एक बहुत बड़ा बाजार है - जिसमें दुनिया की 20% आबादी रहती है, जो किसी भी अन्य अर्थव्यवस्था की तुलना में तेजी से बढ़ रही है। अगर भारत आने वाले 20 सालों में आत्मनिर्भर हो जाता है, तो अमेरिका, यूरोप, चीन के साथ-साथ अरब जगत को भी भारी नुकसान उठाना पड़ेगा।  भारतीय रुपया एक डॉलर के मुकाबले और मजबूत होता रहेगा

भारत में भी लॉबिंग शुरू हो गई है, हर देश में *"पप्पुओं"* की कमी नहीं है, मीडिया को खरीदा जा सकता है, यही समूह एक दशक पहले कृष्णा गोदावरी (केजी) बेसिन में भारत की तेल और गैस परियोजना को समाप्त करने वाली शक्ति का कारण बना था।

यूट्यूब, फेसबुक, गूगल, ट्विटर ये सभी प्लेटफॉर्म अमेरिका के हैं, वो जब चाहे किसी के खिलाफ अभियान चला सकता है 

*भारत में मूर्खों, पप्पुओं, जयचंदों, देशद्रोहियों की कोई कमी नहीं है, चीन में ये सब आसान नहीं है, वहां लोकतंत्र नहीं है,*

वहां प्रोपेगेंडा, झूठ फैलाना आसान नहीं है, चीन खुद भारत को आगे बढ़ने से रोक रहा है।

 *आने वाले समय में "भारत" के लिए और भी चुनौतियाँ हैं,*

अमेरिका ने अफगानिस्तान में रूस के खिलाफ *"तालिबान"* जैसे संगठन खड़े करने में अरबों, खरबों डॉलर खर्च किए थे,

*भारत को अस्थिर करना और भी आसान है, यहाँ देशद्रोहियों और गद्दारों की कमी नहीं है, यहाँ के कुछ नेताओं के बयानों को देखिए, वे खुलेआम विदेशी एजेंट की तरह काम कर रहे हैं, जज बिक चुके हैं, मीडिया बिक चुकी है, नेता बिकाऊ हैं,*

*जब तक भारत के लोग समझदार और चतुर नहीं बनेंगे, भारत "महाशक्ति" नहीं बन सकता*

भारत एक बहुत बड़ा बाजार है, कोई भी देश नहीं चाहेगा कि भारत आत्मनिर्भर बने, इसलिए ऐसी बातें कहने वाली सरकारों को हराना/गिराना होगा।

विदेशी ताकतें भारत में *"मिश्रित/ कमजोर"* सरकार चाहती हैं, जिसके गिरने का हमेशा डर बना रहता है।

भारत में पिछले दस सालों से स्थिर और मजबूत सरकार है

उन्हें इस बात से परेशानी है कि भारत सरकार अपने ही उद्योगपतियों को मजबूत बना रही है, इनकी सोच है कि इनके पंख काटने हैं, किसी भी देश की ताकत उसके *"उद्योगपति"* होते हैं जो अपने देश के हुनर और चीजों को विदेशों में बेचते हैं,, उनके हितों की रक्षा करना सरकार का काम है 

अगर आज *"अडानी, अंबानी, टाटा, महिंद्रा"* दुनिया को चुनौती दे रहे हैं तो क्या इनकी बर्बादी का जश्न मनाने वाले हमारे देश के ये गद्दार विदेशी एजेंट नहीं हैं ?

*पहचानिए इन्हें, ये वही जयचंद हैं।*

ये जयचंद आस्तीन के इतने जहरीले सांप हैं कि इन्हें हर भारत विरोधी बात में खुशी मिलती है। ये देश की तरक्की से जुड़े किसी भी आंकड़े या रिपोर्ट को मानने को तैयार नहीं हैं, लेकिन अगर इन्हें कहीं भी देश के खिलाफ कुछ भी दिख जाए तो ये खुशी से पागल हो जाते हैं।

मीडिया लाचार है, बिकाऊ है, ये इन गद्दार नेताओं से सवाल नहीं पूछेगी,

*लेकिन हम लाचार नहीं हैं,*

इस पोस्ट को पढ़ने वाला 1 व्यक्ति - 1 सदस्य द्वारा कम से कम 20 लोगों या समूहों को यह संदेश अग्रेषित करके और उन्हें इसे आगे अग्रेषित करने का अनुरोध करके हम इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से देश को विभाजित करने के अमेरिका के अभियान को भी परास्त कर सकते हैं।

हमें कड़ी मेहनत करनी होगी क्योंकि देश हमारा है, प्रधानमंत्री हमारे हैं, और इस देश से जुड़ा वर्तमान और भविष्य हमारा और हमारी पीढ़ियों का है।