एक कॉल पिया के नाम
एकटा बात कहै छी प्रियतम
देबैटा कने ध्यान यौ ।
जौ फगुआ में नै आयब त
हम कहब बैमान यौ ।।
हर साल आबै अगिलगुआ
विरह व्यथा तड़पाबै फगुआ
मोने बाँटि कतेको राखी
जरय सब अरमान यौ ।। जौ...
ओहि दिन आहाँक बाट हम ताकब
रंगक बाटी घोरि कय राखब
अबितहि लाल अविरक हाथे
आहाँक करब सम्मान यौ ।। जौ...
अकर बाद की कहू स्वामी
आहाँ त छी खुद अंतर्यामी
"रमण" करू राध पथ हेरय
लटकल अही पे प्राण यौ ।। जौ..
गीतकार
रेवती रमण झा "रमण"
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