dahej mukt mithila

(एकमात्र संकल्‍प ध्‍यान मे-मिथिला राज्‍य हो संविधान मे) अप्पन गाम घरक ढंग ,अप्पन रहन - सहन के संग,अप्पन गाम-अप्पन बात में अपनेक सब के स्वागत अछि!अपन गाम -अपन घरअप्पन ज्ञान आ अप्पन संस्कारक सँग किछु कहबाक एकटा छोटछिन प्रयास अछि! हरेक मिथिला वाशी ईहा कहैत अछि... छी मैथिल मिथिला करे शंतान, जत्य रही ओ छी मिथिले धाम, याद रखु बस अप्पन गाम - अप्पन बात ,अप्पन मान " जय मैथिल जय मिथिला धाम" "स्वर्ग सं सुन्दर अपन गाम" E-mail: apangaamghar@gmail.com,madankumarthakur@gmail.com mo-9312460150

शनिवार, 27 अक्तूबर 2012

माइक व्यथा



कहियो मै मनबई छलई  की,
 बेटा कहिया हैत ,
आई बेटा मनबई छई की,
 मै कहिया जैत.
कहियो माइक लोरी सुइन क,
 बेटा सुतई छलई.
आई माइक कराहट सुइन क,
 बेटा खिसिया गेलई.
कहियो मै सोचै छलई  की,
 भोरे बेटा इस्कूल कोना जैत ,
आई बेटा सोचै छई की,
 भोरे मै हॉस्पिटल के खरचा बढैत.
कहियो मै लोग स मांगे छलई की,
 बेटा की खैत,
आई मै बेटा स  मंगई छई नई त.
 पेट कोना भरैत.
कहियो मै कोबला करै छलई की ,
बेटा बड़का लोग बनत ,
आई मै क मन में शंका छई की,
 बेटा श्राधो करत की नई करत
नाम- रूचि गोस्वामी ,
मूल मधुबनी (सोहराय गावं )
पापा के नाम उदय चन्द्र झा ,पति के नाम -रवि गोस्वामी
नानी  गावं -तरौनी , 
वर्तमान में में गुजरात गांधीधाम में रहै छी,
अध्ययनरत छी.

कोई टिप्पणी नहीं: