मिथिला मे एकटा सब स पैघ समस्या छै , ओ अछी दहेजक समस्या .और ई समस्या घर –घर मे अछि .
तकर उपरांतो किछु लोग मज़ाक करैयत छथी .एकर बिरोध करइवाला के मनोबल तोरी रहलः अछि.
कहु हमरा सब ई केख़नो चाहब,जे ग़लती हम कैलोह और जही कष्टक संग अपनजिबन बिता रह...ल छी
ओ ग़लती और कष्टक सामना हमर धीया पुता और आबैई वाला पीढ़ी के होंईन . ताही लेल हे मिथिला के कर्णधार जागू , उठु, और आगू बढ़ी और अपनअपन हाथ बढ़ाबी और एक जुट भै एकर बिरोध करी.
एकर सामना करी, और एही दिशा मे अपन अपन साराहनिए योगदान द एही समस्या स निजात दिलाबी.
जहा तक मिथिलाक़ बाढ़ि क समस्या अछि, ओकर समाधान ता धरी नही होयत .जा धरी नेपाल सरकार स बात नही होयत. ता धरी मिथिला ग़रीबी, और बाढ़ि क तबाही स नही बचत. अगर एही बिषेय पर गंभीर रूपस स सोचल जायत और नेपाल सरकार स बात कई एकर समाधान खोजल जायत त ओही सा हज़ारो मेगावाट बिज़ली उत्पन भै सकैत अछि , और ओही बिजली स दुनु देशक कल्याण भ जायत . कतेको समस्या क निराकरण भ जायत.मिथिला बासी गामो मे रही अपन अपन काम क सकैत छथि . जेना भूटान नदी स जतेक बिज़ली उत्पन होयत अछि .ओकर 3 चोथाई बिजली भारत के निर्यात होयत छै. भारतक जाहि जाहि राज्य मे भूटान क “ चुका प्रॉजेक्ट्स’’ क बिज़ली अबैअत छै ओकरा सभक बिज़लिक स्थिति निक छै .यदि भूटान क संग समझोता भ सकैत अछि त कोनो कारण नही छैक जे नेपाल स समझोता नही भ सकैत अछि . समस्त मिथिलांचल मे कोनो निक अस्पताल नही छैक जतैय ग़रीब मरिजक निक जेका इलाज भ सकत और जे अछि ओकर दयनीए हालत अछि . आई पटना मे एम्स क कामप्रगती पर अछि ..जेखन की एही अस्पतालक निर्माण मिथिलांचल आ नेपालक तराईक बीच हेबाक चाही, प्रन्तु एही लेल मिथिलाक़ राजनेता सब चुप बैसल छेलाह .
जेखन की हिनका सब के अथक प्रयास कारबाक चाही..
आई जेखन हम 21 म शताब्दिक द्वार पर खड़ा छी ई सुनी कई अचंभा आ शर्म होयत अछि जे हमरा देश मे एहनो इलाक़ा छै जताई उचित इलाज़ और सड़कक अभाब मे लोक सब गामही मे दम तोरी दईत अछि .
समस्त देश मे निरक्षर क प्रतिसत बहुत अच्छी .मुदा ओही मे मिथिलांचल्क संख्या बहुत अछि .एहीठाम महिला मे करीब 75 % निरक्षरता छै ई लोकनि बुझियो नही पबैत छथी जे घरक बाहरो एकटा दुनिया छैक .ओही मे कतेक पढल लिखल लोक अछि .अपन आज़ादीक संग जिबन बिता रहल अछि .एना एही कारने छैक जे एख़नो पुरुष बर्ग महिला सब कई माल-जाल जेका घर मे खूटेसने छथी ..
एख़नो मिथिलांचल्क 50 % घर मे शोचालयक ब्यबस्था नही छैक .जेखन ई महिला लोकनी संध्या मे सड़कक दुनु कात शौच करै बैसत छथी त लाजे माथा झुकी जायत छैक.
एही ठामक राजनेता सब बस अपन अपन जेबी भरबाक और जात –पातक नाम पर लडेबाक प्रयास मे रहलाह अछि .
कि लिखी कोना लिखी, कतेक लिखी , कारण मिथिलांचल्क समस्या सब अनंत छैक. ज़रूरत अछि मिथिलबासी के जागरूक हेबाक , और नबयुबक सबमिली आगा बढ़ी , आ अपन मायमिथिला के दुख स नीज़ात दिलाबि .अन्यथा केओ नहीओकर दुख बुझत , और मिथिला एहीना हरदम अपन पुत्रक आश् मे कानैत रहत .ताही लेल हे मिथिलबासी सब मिली आउ आ अपन पुत्रधर्मक निर्बाह करू.
जय मिथिला , जय मैथिल
तकर उपरांतो किछु लोग मज़ाक करैयत छथी .एकर बिरोध करइवाला के मनोबल तोरी रहलः अछि.
कहु हमरा सब ई केख़नो चाहब,जे ग़लती हम कैलोह और जही कष्टक संग अपनजिबन बिता रह...ल छी
ओ ग़लती और कष्टक सामना हमर धीया पुता और आबैई वाला पीढ़ी के होंईन . ताही लेल हे मिथिला के कर्णधार जागू , उठु, और आगू बढ़ी और अपनअपन हाथ बढ़ाबी और एक जुट भै एकर बिरोध करी.
एकर सामना करी, और एही दिशा मे अपन अपन साराहनिए योगदान द एही समस्या स निजात दिलाबी.
जहा तक मिथिलाक़ बाढ़ि क समस्या अछि, ओकर समाधान ता धरी नही होयत .जा धरी नेपाल सरकार स बात नही होयत. ता धरी मिथिला ग़रीबी, और बाढ़ि क तबाही स नही बचत. अगर एही बिषेय पर गंभीर रूपस स सोचल जायत और नेपाल सरकार स बात कई एकर समाधान खोजल जायत त ओही सा हज़ारो मेगावाट बिज़ली उत्पन भै सकैत अछि , और ओही बिजली स दुनु देशक कल्याण भ जायत . कतेको समस्या क निराकरण भ जायत.मिथिला बासी गामो मे रही अपन अपन काम क सकैत छथि . जेना भूटान नदी स जतेक बिज़ली उत्पन होयत अछि .ओकर 3 चोथाई बिजली भारत के निर्यात होयत छै. भारतक जाहि जाहि राज्य मे भूटान क “ चुका प्रॉजेक्ट्स’’ क बिज़ली अबैअत छै ओकरा सभक बिज़लिक स्थिति निक छै .यदि भूटान क संग समझोता भ सकैत अछि त कोनो कारण नही छैक जे नेपाल स समझोता नही भ सकैत अछि . समस्त मिथिलांचल मे कोनो निक अस्पताल नही छैक जतैय ग़रीब मरिजक निक जेका इलाज भ सकत और जे अछि ओकर दयनीए हालत अछि . आई पटना मे एम्स क कामप्रगती पर अछि ..जेखन की एही अस्पतालक निर्माण मिथिलांचल आ नेपालक तराईक बीच हेबाक चाही, प्रन्तु एही लेल मिथिलाक़ राजनेता सब चुप बैसल छेलाह .
जेखन की हिनका सब के अथक प्रयास कारबाक चाही..
आई जेखन हम 21 म शताब्दिक द्वार पर खड़ा छी ई सुनी कई अचंभा आ शर्म होयत अछि जे हमरा देश मे एहनो इलाक़ा छै जताई उचित इलाज़ और सड़कक अभाब मे लोक सब गामही मे दम तोरी दईत अछि .
समस्त देश मे निरक्षर क प्रतिसत बहुत अच्छी .मुदा ओही मे मिथिलांचल्क संख्या बहुत अछि .एहीठाम महिला मे करीब 75 % निरक्षरता छै ई लोकनि बुझियो नही पबैत छथी जे घरक बाहरो एकटा दुनिया छैक .ओही मे कतेक पढल लिखल लोक अछि .अपन आज़ादीक संग जिबन बिता रहल अछि .एना एही कारने छैक जे एख़नो पुरुष बर्ग महिला सब कई माल-जाल जेका घर मे खूटेसने छथी ..
एख़नो मिथिलांचल्क 50 % घर मे शोचालयक ब्यबस्था नही छैक .जेखन ई महिला लोकनी संध्या मे सड़कक दुनु कात शौच करै बैसत छथी त लाजे माथा झुकी जायत छैक.
एही ठामक राजनेता सब बस अपन अपन जेबी भरबाक और जात –पातक नाम पर लडेबाक प्रयास मे रहलाह अछि .
कि लिखी कोना लिखी, कतेक लिखी , कारण मिथिलांचल्क समस्या सब अनंत छैक. ज़रूरत अछि मिथिलबासी के जागरूक हेबाक , और नबयुबक सबमिली आगा बढ़ी , आ अपन मायमिथिला के दुख स नीज़ात दिलाबि .अन्यथा केओ नहीओकर दुख बुझत , और मिथिला एहीना हरदम अपन पुत्रक आश् मे कानैत रहत .ताही लेल हे मिथिलबासी सब मिली आउ आ अपन पुत्रधर्मक निर्बाह करू.
जय मिथिला , जय मैथिल
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