dahej mukt mithila

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गुरुवार, 4 जून 2020

      !! लंका में डंका बजा दियो !!

 मेंहदी पुर का है बटुआ , बटुआ में बसे है बाला जी
 लंका में डंका बजा दियो , प्यारे अंजनी के लाला जी 
                हनुमंत लला जब जन्म लियो
                अंजनी का आँगन धन्य हुआ ।
                जय - जय  कार  हुआ भू पर
                कुल केसरी का श्री मन्य हुआ ।।
कपि रुद्र एकादस बजरंगी , है तेरा रूप निराला जी
 मेंहदी  पुर का है बटुआ ...............................
                हुए भट्ट महा भट्ट इस भू पर
                इतना ना कोई कमाल किया ।
                कोई राम भक्त ना हुआ एक
                जितना अंजनी का लाल किया ।।
पवन वेग से पवन पुत्र , पिया राम नाम का प्याला जी
  मेंहदी पुर का है बटुआ ...............................

                ज्ञान पुंज  ,  हे  गुण  निधान
                जग में तुम एक हो महाबली ।
                मंगल  मूरति  मारुति  नंदन
                हे जय-जय-जय बजरंगबली ।।
हे शंकर सुवन करूँ वन्दन , स्वर्ण सुमेरू मतबाला जी
  मेंहदी पुर का है बटुआ ...............................
                हे   बज्र  देह   पर्वता   कार
                तुमसे  विनती  है बार - बार ।
                तारा कितनो को कृपा-सिन्धु
                अब मेरी भी सुनलो पुकार ।।
फहरा के धर्म - ध्वज हनुमत , अब रमण का खोलो ताला जी
  मेंहदी पुर का है बटुआ ...............................
           
                                  गीतकार
                         रेवती रमण झा "रमण"





    

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