dahej mukt mithila

(एकमात्र संकल्‍प ध्‍यान मे-मिथिला राज्‍य हो संविधान मे) अप्पन गाम घरक ढंग ,अप्पन रहन - सहन के संग,अप्पन गाम-अप्पन बात में अपनेक सब के स्वागत अछि!अपन गाम -अपन घरअप्पन ज्ञान आ अप्पन संस्कारक सँग किछु कहबाक एकटा छोटछिन प्रयास अछि! हरेक मिथिला वाशी ईहा कहैत अछि... छी मैथिल मिथिला करे शंतान, जत्य रही ओ छी मिथिले धाम, याद रखु बस अप्पन गाम - अप्पन बात ,अप्पन मान " जय मैथिल जय मिथिला धाम" "स्वर्ग सं सुन्दर अपन गाम" E-mail: apangaamghar@gmail.com,madankumarthakur@gmail.com mo-9312460150

शुक्रवार, 19 जून 2020

।। झूला रास गीत ।। - गीतकार दिनेश झा " माधव "


               ।। झूला रास गीत ।।

मधुवन मधुर मुरलिया बाजे ,  रसिया रास रचाबे ना ।
    हे रसिया रास रचाबे ना हे रसिया रास रचाबे ना ।।
          मधुवन मधुर मुरलिया बाजे .........।।
       कदम्ब डारि  पर ,   कंचन  झुला
          राधा ललिता.   सँग  ब्रजबाला
      झुलत कृष्ण सवरिया ना  ,
                   हे सखिया  बंशी बजैया ना ।
              मधुवन मधुर मुरलिया  बाजे ............।।
        साओन  मास केर , पावन  बेला ।
         वृन्दावन बिच ,  लागल  ई मेला  ।
      नाचत गोप गोपिया ना ,
                     हे सखिया नटवर छलिया ना ।
              मधुवन मधुर मुरलिया बाजे...........।।
        ब्रजमण्डल केर ,  महिमा  भारी ।
         गिरधर  सँग नाचे  भोले भंडारी । 
     रचाओल रास रचैया ना ,
                    हे सखिया मोहन मुररिया ना ।
             मधुवन मधुर मुरलिया बाजे ..........।।
          भाव भक्ति जे , मगन  मन  गाबै ।
          सकल मनोरथ , सिद्धि वो  पाबै ।
    लिखलनि "माधव" कजरिया ना
                     हे सखिया माधव कजरिया ना ।।
             मधुवन  मधुर मुरलिया बाजे .........।।

       -  गीतकार दिनेश झा " माधव "
            सझुआर , बेनीपुर , दरभंगा , मिथिला
                          

कोई टिप्पणी नहीं: