dahej mukt mithila

(एकमात्र संकल्‍प ध्‍यान मे-मिथिला राज्‍य हो संविधान मे) अप्पन गाम घरक ढंग ,अप्पन रहन - सहन के संग,अप्पन गाम-अप्पन बात में अपनेक सब के स्वागत अछि!अपन गाम -अपन घरअप्पन ज्ञान आ अप्पन संस्कारक सँग किछु कहबाक एकटा छोटछिन प्रयास अछि! हरेक मिथिला वाशी ईहा कहैत अछि... छी मैथिल मिथिला करे शंतान, जत्य रही ओ छी मिथिले धाम, याद रखु बस अप्पन गाम - अप्पन बात ,अप्पन मान " जय मैथिल जय मिथिला धाम" "स्वर्ग सं सुन्दर अपन गाम" E-mail: apangaamghar@gmail.com,madankumarthakur@gmail.com mo-9312460150

AAP SABHI DESH WASHIYO KO SWATANTRAT DIWAS KI HARDIK SHUBH KAMNAE

शनिवार, 21 मार्च 2020

पुरुबक बेटी जखन पच्छिम बियाहल गेल ।। रचना - संजना झा




पुरुबक बेटी जखन पच्छिम बियाहल गेल 
त नाम ओकर पुरवहिनी भेल 
अहि जनम में दोसर जिनगी देल गेल 
सब रीति कुरीति ओतहि रहि गेल 
स्वप्नक लोक स 
इ मोन आब बाहर भ गेल 
दुलारक आह्लादित नाम पुरवहिनी भ गेल 
नेबोक ठाढ़ि जँका 
जैर कतरी आन गाछ 
जाहि सॅ बान्हि कलम लगाओल गेल 
तहिना इहो धिया अनचिन्हार 
गाछ सॅ बान्हल गेल 
आब पुरना भाष करेजे में रहि गेल 
नाम जखन पुरवहिनी भेल 
सबटा शब्द परिवर्तित भ गेल 
अनचिन्हार आखरक जट्टा बनि गेल 
निशब्द भय पुरवहिनी अपन डेग 
उठबैत चलि गेल 
बुझि ने परल कहिया पुरवहिनी 
पूर्णरूपेण पच्छ्मिनी भ गेल 
संजना झा 21-3-2020