मधुबनी स भागलपुर तक मिथला के पहीचान छै |
देवघर स सितामढी तक विद्यापति के गान छै ||
मैथली भाषा सबहक भाषा मैथिल हमर महान छै |
राजा शलहेस मांडन आ अयाची भद्री स सम्मान छै ||
मिथला मे सब नीके नीक हम्मर भाषा सब स मीठ |
सीता हमरे घर के बेटी गाबी विद्यापति के गीत ||
हमरे मिथला के छला विदेह अहिल्या बनली जत सदेह |
परुशराम गोतम के शान अश्टाबक्र के अजबे देह ||
कालीदास के डीह पुरान मैथिल हम्मर सब स ठिक |
मिथला मे सब नीके नीक हम्मर भाषा सब स मीठ ||
खान पान के अलगे रुप तीलकोर के देखते लागत भुख |
घर - घर भेटत पान मखान रंग बीरंगक सागक रुप ||
दरभंगा स मधेपुरा तक सबठन भेटत ऐक्के रंग रित |
नेता - मुखिया सब दिन गाबैथी मिथिले के ई गीत ॥
अखनो हम सब सब स आगा मैथिल नही अछी कतहु अभागा |
जतय गेल लहरेलक झंडा बर मजगुत छै प्रेमक धागा | |
आनन्द कोना फेर गाम स भागल कोना की भेलय कहु ने मित ।
निक बजय सव के संगे होईत अच्छी जे बुझी से भेल निक ॥
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