dahej mukt mithila

(एकमात्र संकल्‍प ध्‍यान मे-मिथिला राज्‍य हो संविधान मे) अप्पन गाम घरक ढंग ,अप्पन रहन - सहन के संग,अप्पन गाम-अप्पन बात में अपनेक सब के स्वागत अछि!अपन गाम -अपन घरअप्पन ज्ञान आ अप्पन संस्कारक सँग किछु कहबाक एकटा छोटछिन प्रयास अछि! हरेक मिथिला वाशी ईहा कहैत अछि... छी मैथिल मिथिला करे शंतान, जत्य रही ओ छी मिथिले धाम, याद रखु बस अप्पन गाम - अप्पन बात ,अप्पन मान " जय मैथिल जय मिथिला धाम" "स्वर्ग सं सुन्दर अपन गाम" E-mail: apangaamghar@gmail.com,madankumarthakur@gmail.com mo-9312460150

apani bhasha me dekhe / Translate

शुक्रवार, 7 दिसंबर 2012

अंर्तराष्ट्रिय मैथिली परिषद्क तत्वावधान मेँ 10 दिसंबर केँ जंतर मंतर पर एकदिवसीय धरना


सभ मैथिल आन्दोलनकारी स आग्रह जे अप्पन अप्पन मित्र गन के जोइड का अई आन्दोलन के विशाल बानाबी ताकि भारत सरकार के कान में जू रेंगा ... 

जय मिथिला


10 दिसंबर क दिल्ली धरना लेल 148 अपन उपस्थिति दर्ज करा चुकल चाहती आ 39 संभावित- जे फेस्बूकिया छथि - आन बहुत आबि रहल छथि -अंतर्राष्ट्रीय मैथिलि परिषदक अध्यक्ष डॉ कमलकांत झा दिल्ली पहुंची चुकल छथि- लगैत अछि ई दिल्लीमे होमय बला सबस पैघ धरना एहि हेतु होयत- एहि हेतु युवा वर्गके धन्यवाद लेकिन याद राखी कोनो राष्ट्र निर्माण अनुशासन पसंद कार्यकर्ता द्वारा होइत अछि , बिना कोनो अपेक्षा के जे ओतय किछु अहाँ के भेटत अपन मानसिक तैयारीस आबी - मिथिला -मैथिलीक नाम पर भोज- भात बहुत भय चुकल अछि।

शांतिपूर्ण मिथिलाक गौरवमंयी परम्पराक अनुसार व्यवहार हो -
नारा जरूर जोर स लगाबी" जाबत मिथिला राज्य नहि -
भारतक संविधान पूर्ण नहीं।"" मिथिला राज्य के बनायत- 
भारतक सार्वभौम संसद""
भारत के के बनौलक -
मिथिलाक सीता गार्गी ""
भारत के के बनौलक-
 मिथिलाक ऋषि गौतम कणाद ""
भारत के के बनौलक- 
मिथिलाक गायत्री आ वाल्मिकी।
भारत के के बनौलक-
 मिथिलाक वाचस्पति आ भारती ।
जाबत मिथिला राज्य नही - 
चीनक घुडकी शांत नही 
जाबत मिथिला राज्य नही -
 भारतमे स्थिर सरकार नही-
जाबत मिथिला राज्य नही - 
भारतक स्थिर विकास नही 
 सुसंस्कृत भारतक की पहचान- 
मिथिला राज्य! मिथिला राज्य!!
पूर्णिया हो या चंपारण -
 सब हम छी मिथिलावासी
सहरसा हो या शेखपुरा -
 जल, अन्न स मिथिला पूरा 
सुपौल सेतुस गांधी सेतु -
मिथिला हेतु , मैथिली हेतु!
भागलपुरस मुज़फ्फरपुर-
 माछ, मखान , लीचीस पुर ,
मुंगेर हो या मधुबनी - 
सब हम छी मिथिलावासी ,
 दरभंगा हो या दुमका- 
सब हम छी मिथिलावासी ,
मिथिलावासी-  
भारतवासी - 
 विद्यापति भारतके शान -
 मिथिलाके जं नहि सम्मान - 
होयत माता सीटा क अपमान

Dhanakar  Thakur 

कोई टिप्पणी नहीं: