dahej mukt mithila

(एकमात्र संकल्‍प ध्‍यान मे-मिथिला राज्‍य हो संविधान मे) अप्पन गाम घरक ढंग ,अप्पन रहन - सहन के संग,अप्पन गाम-अप्पन बात में अपनेक सब के स्वागत अछि!अपन गाम -अपन घरअप्पन ज्ञान आ अप्पन संस्कारक सँग किछु कहबाक एकटा छोटछिन प्रयास अछि! हरेक मिथिला वाशी ईहा कहैत अछि... छी मैथिल मिथिला करे शंतान, जत्य रही ओ छी मिथिले धाम, याद रखु बस अप्पन गाम - अप्पन बात ,अप्पन मान " जय मैथिल जय मिथिला धाम" "स्वर्ग सं सुन्दर अपन गाम" E-mail: apangaamghar@gmail.com,madankumarthakur@gmail.com mo-9312460150

AAP SABHI DESH WASHIYO KO SWATANTRAT DIWAS KI HARDIK SHUBH KAMNAE

शनिवार, 12 अक्तूबर 2019

chalu dekhai lel

सिनेमा के रूप आब बहुत बदैल गेल, ऐ सेटेलाइट युग मे सिंगल थिएटर सब के व्यवसाय बंद हैवाक कगार पर ऐ। PVR स आव सिनेमा उद्योग ठाढ ऐ। LOVE YOU दुल्हिन पहिला मैथिली सिनेमा ऐ जे अपन प्रदर्शन के शुरुआत PVR स क रहल ऐ। अहाँ सब स आग्रह जे 18,19आ 20 Oct. क दिल्ली के प्रशांत विहार आ विकास पूरी मे 3स6 सिनेमा देखे जरूर जाय।
आब पूछव जे "LOVE YOU दुल्हिन " देखइ लेल किएक कियो मैथिल जेता त नीचा किछु खास बिंदु पर गौर करू।
१.बाढ़ मिथिलाक सनातनी समस्या ऐ। ई विपदा के जावे देखव नै तावे निदान हेतु जनमानस के मन मे आंदोलन हेतु प्रेरणा नै भेटत । कने देखियौ जे जकरा पर बीतइ छै ई विपदा त की होइ छै।
2. ग्रामीन जीवन मे मन्नूखक संग मालजाल के केहन संबंध होईत छै आ ओ हम मनुष्य हेतु कि की क सकैत ऐ जे पर्यावरण के समस्याक युग मे एकर महत्ता ऐ मूवी मे देखे के अवसर भेटत जे अहम ऐ।
3.मिथिला मे कई युग स किछु कुप्रथा प्रचलित ऐ जे हमरा समाज लेल कलंक ऐ ओकर सहज निदान देखवाक अवसर भेटत।
4. मिथिलाक संस्कृतिक परम्परा के मीठास भेटत जे आज पश्चिमी संस्कृतिक होर मे हम सब अपन जैर स कैट क बकाटा गुड्डी भेल जा रहल छी।.
5. पारिवपरीक ईर्ष्या, द्वेष के दुष्प्रभाव स परिवार के ज्ञान भेटत आ पारिवारक मूल्य के पता चलत जे बेसी जरूरी ऐ जीबन हेतु
6. बिल्कुल पैसा वसूल फिल्म जे मनोरंजन स भरपुर ऐ, संगीत मन के मुग्ध करत आ एक्शन, इमोशन स भरल ऐ जे सम्पुर्ण परिवार संग हॉल मे देखि सकैत छी।
त जा रहल छी ने "लव यू दुल्हिन" देखे?                                               shubh narayan jha 

कोई टिप्पणी नहीं: