श्री श्री रविशंकर द्वारा मिथिलावासी केर आत्मगौरवक आपसी हेतु देल गेल मंत्रक जतेक प्रशंसा कैल जाय ओ कम हेतैक। पाग मिथिलाक पहिचान थीक आ स्वतंत्र भारतमे प्रथम प्रधानमंत्री नेहरु सँ लैत अटल बिहारी वाजपेयी और राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम, प्रणव मुखर्जी, सहित जतेक रास महत्त्वपूर्ण व्यक्ति एहि धराधाम मे अयलाह ओ सब पहिरला आ अपन-अपन निष्ठानुसार ओहि पागक कर्ज सेहो उतारलाह।
नेहरुजी जेना मैथिलीकेँ साहित्य अकादमी द्वारा मान्यता प्रदान कय साहित्यिक प्रवर्धन मे सहयोग केलनि, तहिना एपीजे अब्दुल कलाम अपन कक्षामित्र (बौर, रसियारी, दरभंगा) केर एक अनुरोध पर बिहार सरकार सँ अनुशंसा कय एहेन पुलक निर्माण करेबाक काज करौलनि जाहिसँ छहोंछित मिथिला पुन: सहरसा आ दरभंगा बीचा सीधा जोड बनबैत एक बेर फेर उग्रतारा आ कुशेश्वरक नजदीकी घटबैत आध्यात्म केर केन्द्र मिथिलाकेँ फलीभूत केलनि। तहिना हरेक महान भारतपुत्र जहिया-जहिया मिथिलाक पाग पहिरलनि, एकर कर्ज केँ अपन तरीकासँ चुकेबाक प्रयास केलनि।
अटल बिहारी वाजपेयी तऽ मैथिली केँ संविधानक आठम अनुसूचीमे स्थान प्रदान करैत एहेन ठोस काज कय देलनि जे लगभग १०० वर्षक अत्याचारक विनाश भऽ गेल आ मरणासन्न मैथिली फेर जीवन पेबाक लेल तत्पर बनि गेल अछि। जतय अपनहिं लोककेँ मैथिली बाजयमे लाज होवय लागल छल ततय आब नरेन्द्र मोदी समान बहुचर्चित आ प्रखर नेता मैथिलीमे बाजि समस्त मिथिलावासीक नाक गर्वसँ उच्च करैत छथि।
हालहि मिथिलाक सांस्कृतिक राजधानी दरभंगाक यात्रा पर आबि श्री श्री रविशंकर सेहो पाग पहिरि अद्भुत परमानन्दमे सरावोर भेलाह आ समस्त मिथिलावासी सँ एकर गरिमाक रक्षा लेल रामनवमीक सुअवसर पाबि सब वर्गक लोककेँ पाग धारण करबाक लेल प्रेरणाक संचरण करैत कहला जे आजुक दिन 'मिथिला पाग दिवस' केर रूपमे मनायल जाय। हर रामनवमी केर अवसर मिथिलावासी पाग पहिरैथ। आध्यात्मिक दृष्टिकोण सँ मिथिलाक बेटी सिया श्री राम संग विवाह लेल विदाह कैल गेलीह, मर्यादा पुरुषोत्तम राम अपन जीवन चरित्र सँ मिथिलावासीक सम्मान बढौलनि, मानू जे एक प्रतिष्ठाक विशिष्ट पाग सौंपलनि। एहि पर सबहक बरोबरि अधिकार अछि आ एकर सम्मान हम सब राखी। एहि सँ अर्थ, धर्म, काम ओ मोक्ष सब लब्धिक प्राप्ति तय होयत अछि।
मिथिला पाग दिवस
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