सोमवार, 25 अप्रैल 2016

मिथिला के समस्या से निदान कोना होयब ताहि पर चर्चा ( देल्ही एन सी आर )

 २४.०४.२०१  अन्तरराष्ट्रीय मैथिली परिषद तथा मिथिला राज्य संघर्ष समिति केर राष्ट्रीय अध्यक्ष शैलेन्द्र मिश्रा जी के अध्यक्षता में आ बिधान पार्षद श्री संजय झा के अगुवाई में  सेक्टर ८२ पैकेट ७ के अंतर्गत  शिव मंदिर के प्रांगण  में  बैसार  आयोजन  सम्पन्य भेल , जहि में मिथिला - मैथिलि सम्बंधित जतेक भी  देल्ही  एन सी आर में  रजिस्टर्ड  संस्था  या एंजियो  अच्छी  सब के एक जुट होयक लेल बिचार - विमर्श  भेल , 

    मिथिला  के समस्या / समाधान के नजैर धयान रखैत -  विभिन  मुदा के  चर्चा भेल , जहि में संजय झा  जी द्वार  मिथिलाक समस्या के बारे में  विशेष  रुप जानकारी  भेल  , चाहे ओ  मिथिला के यता- यात  रेल समस्या हो , मिथिला से १००० कोस दूर  अपन पेट खातिर  पलायन  हो , या शिक्षा के क्षति पुरती  हेतु कोनो   और सहर हो , मिथिला के  कल्चरल / संस्कृति  के समस्या हो , अही सब समस्या के  ध्यान में राखैत  मैथिल जन  सन  निबेदन और आग्रह केला  सब गोटे  एक जुट  होय, 

देल्ही   एनसीआर  से  लगभग  एक सौ से अधिक संस्थ से जुरल  संस्था गत अभियानि उपस्थित दर्ज करेला  ,  बैसार में श्री संजय झा जी के मिथिला गौरव से सब संस्था के पदाधिकारी दुआरा सम्मानित केल गेल एवं सब संस्था एवं सब मैथिल एक जगह आबैक लेल तैयार छैथ एक बात मुख़्य रूप सेहो उठाओल गेल जे नॉएडा में हमर जन संखया अधिकाधिक अछि तै आगामी उतर प्रदेश विधान सभा चुनाब में मिथिलाक  उम्मीदबार  होयथ  एवं सब संस्था एवं सब मैथिल एक जगह आबैक लेल तैयार  होयत   , 


   एहि  विचार - विमर्श  गोष्ठी   में मिथिला - मैथिलि से जुरल  संस्था के पदाधिकारी -:  शैलेन्द्र मिश्र , श्री संजय झा जी , डॉ सतीश झा , दीपक झा,राजकुमार जी, मदन जी ,शतीशचंद्र जी, जितेंदर पाठक जी ,रोहित यादव, रंजीत लाल दास ,बीरबल यादव , प्रसून झा ,  मोहन राज ,  श्याम नन्द झा , विजय कुमार झा , अजय श्री वास्तव , दीपक तिवारी , मदन कुमार ठाकुर,  संतोष जी , नारायण झा ,धनि राम , बलराम मिश्र ,प्रदीप ठाकुर ,मणिभूषण झा ,वीरेंदर, अमर नाथ झा  , प्रेम चन्दझा ,आशा यादव,  अनुराधा झा, दीपेन्द्र सिंह, अहमद अली, घूरन मंडल, रामभरोस पासवान, बेचन राय, सुबोध यादव तथा बदरूज्जमां अंसारी  इतियादी  लगभग २०० के आस पास मिथिला  वासी  उपस्थित भेलाह , 

1 टिप्पणी:

  1. मिथिलान्चल स दूर अपन मात्रभूमिक विकासक प्रति एहन गम्भीर प्रयास, आ एकजुटता,किछु उम्मीद जगाबैत अछि।नीक लागल ।

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